रक्सौल।(vor desk)।बिहार की एक आशा कार्यकर्ता को नेपाल पुलिस ने एक नवजात बच्चे के साथ हिरासत में लिया है।मिली जानकारी के मुताबिक,शनिवार को बॉर्डर क्रॉस कर नेपाल जाने के क्रम में वीरगंज पुलिस ने मैती नेपाल संस्था के वॉलेंटियर के सहयोग से आशा कार्यकर्ता को नियंत्रण में लिया।वह नवजात शिशु के साथ पकड़ी गई। नवजात का नाड़ा भी नही कटा था।पुछ ताछ में बच्चे के बारे में घुमावदार जबाव देने के बाद शक के आधार पर पकड़ लिया गया।इस दौरान यह भी साफ हुआ कि बच्चा उसका अपना नही है,यानी की वह बच्चे की मां नही है।आशा कार्यकर्ता बिहार सरकार द्वारा अधिकृत ड्रेस में थी।इस मामले को नेपाल पुलिस ने गंभीरता से लेते हुए जांच पड़ताल शुरू कर दी है।पुलिस के समक्ष पकड़ी गई महिला ने स्वीकार किया कि वह आशा कार्यकर्ता है।वो रक्सौल स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत है।पुलिस सूत्रों ने बताया कि पकड़ी गई महिला की पहचान संगीता देवी के रूप में हुई है।जो रक्सौल प्रखंड के जोकियारी पंचायत की रहने वाली है।
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बच्चे की पहचान की प्रक्रिया जारी
नेपाल पुलिस इस बात की जांच में जुटी है कि नवजात शिशु कौन है।उसे रक्सौल से वीरगंज क्यों ले जाया जा रहा था।क्या यह बच्चा चोरी का मामला है।या अवैध संतान का मामला है।जिसे नेपाल में बेचने या किसी को सुपुर्द करने की योजना थी।पुलिस इस बात पर ज्यादा गंभीर है कि आखिर उसके अभिभावक कहां हैं और नवजात आशा कार्यकर्ता के हाथ कैसे लगा।इस बारे में वीरगंज परसा के एसपी कुमोद ढुंगेल ने बताया कि जांच चल रही है।जांच के बाद ही पूरे मामले का खुलासा होगा।इधर,स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह ने पूरे मामले की निपस्क्ष जांच करने की मांग की है।उन्होंने कहा कि यह एक जघन्य घटना है,जिसका खुलासा करने के साथ मामले में कड़ी करवाई होना जरूरी है ।