रक्सौल ।(vor desk)।अंतराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध गांधीवादी राज गोपाल पीवी महात्मा गांधी की कर्मभूमि रक्सौल के सुंदर पुर स्थित कुष्ठ आश्रम पहुंचे। जहां लिटिल फ्लावर वेल फेयर सोसाइटी के अध्यक्ष महेश अग्रवाल और सचिव कृष्णा प्रसाद यादव ने उनका स्वागत किया।इस दौरान कुष्ठ रोगियों की बस्ती में कुष्ठ रोगियों और उनके आश्रितों के द्वारा चरखा कर्घा पर सुत काटते और वस्त्र बुनते देख कर विस्मित रह गए। यहां उत्पादित खादी और सिल्क वस्त्र के निर्माण को देखा और सराहना की।इस दौरान उन्होंने इस कार्य में चरखा और करघा चलाने में जुटे महिलाओं और अन्य कुष्ठ रोगी परिवार से विभिन्न पहलुओं पर जानकारी ली और प्रोत्साहित किया।इस दौरान उन्होंने कुष्ठ रोगियों के स्कूल,आधुनिक शैली में मिट्टी का बना आलीशान घर और डेयरी फार्मिंग भी देखी।फिर लिटिल फ्लावर लेप्रोसी अस्पताल पहुंचे, जहां कुष्ठ रोगियों की सेवा से प्रभावित हुए।उन्हे बताया गया कि यहां 50हजार से ज्यादा कुष्ठ रोगी स्वास्थ्य हो चुके हैं।मौके पर श्री पीवी ने कहा की सुंदरपुर कुष्ठ आश्रम में महात्मा गांधी का सपना आज भी साकार हो रहा है।उन्होंने कहा कि वर्ष 1981में स्व ब्रदर क्रिस्टो दास द्वारा स्थापित कुष्ठ आश्रम मानव सेवा का उदाहरण है।यहां अप्रिश्यता ,भेद भाव मुक्ति के साथ कुष्ठ रोगियों को मुख्य धारा में लाने,स्वावलंबी व शिक्षित बनाने का महान और उदाहरणीय कार्य की प्रशंसा जितनी की जाए कम होगी।उन्होंने कहा कि सरकार को इसे संरक्षण देने की जरूरत है।इसके बाद उन्होंने रक्सौल में गांधी जी की प्रेरणा से 1921में स्थापित राष्ट्रीय गांधी प्राथमिक विद्यालय का भी अवलोकन किया।वहां विधालय की बुरी स्थिति देखने के साथ ही नशा अड्डा बनने के कारण पठ्न पाठन प्रभावित होने की बात सुन कर वे काफी आहत हुए।स्कूल की स्थापना समेत विभिन्न पहलुओं पर हेड मास्टर गौरी शंकर राम समेत अन्य शिक्षको और स्थानीय लोगों से जानकारी ली ।इस मौके पर स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह,सद्भावना संस्था के अध्यक्ष डा मुराद आलम,राजेश केशरीवाल सन्नी पटेल,प्रमोद गुप्ता, समेत अन्य ने रक्सौल की उपेक्षा पर ध्यान आकृष्ट करने के साथ ही आग्रह किया कि रक्सौल को गांधी सर्किट से जोड़ कर इसका विकास करने हेतु पहल की जाए,जिस पर उन्होंने आश्वस्त किया की हर संभव प्रयास करेंगे।
अहिंसा द्वार निर्माण और गांधी सर्किट से जोड़ने की पहल पर चर्चा
स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह और समाजिक संगठन सद्भावना के अध्यक्ष डा मुराद आलम ने प्रसिद्ध गांधीवादी राज गोपाल पीवी से शिष्ट मुलाकात में ज्ञापन सौप कर आग्रह किया की रक्सौल को गांधी सर्किट से जोड़ने की पहल करें।यहां अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर अहिंसा या सत्याग्रह द्वार बनना चाहिए।महात्मा गांधी की प्रेरणा से बने राष्ट्रीय गांधी प्राथमिक विद्यालय का जीर्णोद्वार कर मॉडल स्कूल बनाया जाए।चंपारण के बुनियादी विद्यालय में पठन पाठन की उचित व्यवस्था की जाए। रक्सौल स्टेशन की दीवाल पर पर महात्मा गांधी के रक्सौल आगमन और सत्याग्रह से जुड़े स्मृति चित्र प्रदर्शित किया जाए और रेलवे पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा लगाने की पहल की जाए।इतिहास का संदर्भ देते हुए बताया कि गांधी जी 9 दिसंबर 1920को बिहार के अंतिम प्रवास यात्रा के दौरान रक्सौल आए थे,बावजूद,सरकार उपेक्षा बरत रही है।रिकॉर्ड खोजना और विकास करना सरकार का काम है,पर सत्याग्रह शताब्दी वर्ष में भी उपेक्षा बरती गई।इस विषय पर श्री राज गोपाल पीवी ने संकेत दिया की सरकार का ध्यान आकृष्ट करेंगे।(रिपोर्ट: पीके गुप्ता)