रक्सौल।(vor desk)। विभिन्न अवसरों पर राम , लक्षमण ,जानकी, की भूमिका निभाने वाले अयोध्या में राम मंदिर बनने से हैं अभिभूत दिख रहे हैं। राम मंदिर उद्घाटन का जम कर स्वागत कर रहे हैं,देश में उत्सव को यादगार बता रहे हैं।रक्सौल के ये कलाकार मान रहे हैं कि मंदिर में प्रभु श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा के बाद हिंदुस्तान में नए युग की शुरुवात हुई है और हिंदुत्व का वैभव देश दुनियां में कायम होगा।संभावना संस्था के द्वारा आयोजित भागवत कथा समेत विभिन्न मंचों पर राम और जानकी का किरदार निभाने वाले रमेश पूजन और उनकी पत्नी आशा पूजन मंदिर निर्माण से भाव विभोर दिख रहे हैं।वे बताते हैं कि जब हम यह चैलिंजिंग किरदार निभाते थे ,तो, लगता था कि राम जानकी हमारे अंदर आ गए हैं।यह गौरव का क्षण है कि 500वर्ष के इंतजार के बाद अयोध्या में राम मंदिर बन गया है और प्राण प्रतिष्ठा हो रही है।यह हमारे लिए ही नहीं संपूर्ण भारत वर्ष के लिए खुशी का अवसर है।अब मंदिर में साक्षात राम जानकी को देख पाएंगे।आशा पूजन बताती हैं कि जानकी का जीवन आदर्श है।उन्हे सदियों के वनवास के बाद अपने राज महल में स्थान मिला है।इससे खुशी की बात और क्या होगी।यह मंदिर न केवल भारत नेपाल ,बल्कि,दुनियां में भारत की ध्वजा को बुलंद करेगी।उनका आग्रह है कि घर घर दीप जलाने के बाद अब मन का दीप जलाए,ताकि,सचमुच राम युग आए।वहीं,लक्ष्मण का किरदार निभाने वाले सन्नी पटेल का कहना है कि यह संपूर्ण सनातन के लिए अद्भुत मौका है।राम सबके हैं।राजनीति से ऊपर उठ कर राम,लखन,जानकी के त्याग और आदर्श से सिख लेने की जरूरत है।इसी तरह , कोईरिया टोला दुर्गा पूजा समिति द्वारा आयोजित रावण पुतला दहन कार्यक्रम सहित विभिन्न मंच पर 2010से प्रभु श्री राम की भूमिका निभाते आ रहे अर्जुन कुमार , लक्षमण बनने वाले त्रिलोकी कुमार राम मंदिर बनने और उसमे राम लल्ला के विराज मान होने से गद गद हैं।वे कहते हैं कि हमने काफी इंतजार किया।कुर्बानी देनी पड़ी।न्यायालय के आदेश से यह राम मंदिर का युगों युग का सपना पूरा हुआ।अर्जुन बताते हैं कि राम बनना इतना आसान नहीं है।वे ऐसे नायक हैं,जो सत्य, करुणा,कृपा,धर्म धारण किए हुए हैं।भारतीय जन मानस में इसलिए दिवानगी है।वहीं, लक्ष्मण बनने वाले त्रिलोकी अपील करते हैं राम के नाम पर एकजुट हो कर राष्ट्र कल्याण के लिए कार्य करें।राम से सीख लें और सभी को जोड़ कर चले।
सनया रुंगटा ने यूं बताया राम का अर्थ
वीरगंज में मेंहदी और गीत संगीत कार्यक्रम में राम की भूमिका निभाने वाली नन्ही सनया रुंगटा ने राम नाम का अर्थ अपने अंदाज में बता कर चकित कर देती है।वो बताती है कि राम वह मंदिर हैं,जो मन के अंदर और बाहर उजाला कर देता है।श्री राम सनातन धर्म के आदर्श हैं।सात पूरी में एक है अयोध्या पूरी,जो मोक्ष दायिनी है। जीवन का आदि और अंत जिस नाम से जुड़ा है ,वह राम ही है।राम नाम के महिमा का तो वर्णन हो ही नहीं सकता। रमंत: इति राम: अर्थात जो रोम रोम में बसा है,वह राम ही है। र अर्थात सूर्य की शक्ति , अ अर्थात अग्नि की शक्ति म अर्थात चंद्रमा की शक्ति! इसी लिए राम के नाम से आत्मा में सूर्य सा प्रकाश, मन में चंद्रमा सा शितलता और इस नाम से पाप अग्रिम भस्म हो जाते हैं।राम नाम ब्रह्मा,विष्णु ,महेश और वेदों के प्राण स्वरूप है।केवल राम नाम से ही सभी देवों की अराधना की जा सकती है।