*जयंती समारोह में कर्पूरी ठाकुर का शहर के चौराहे पर आदमकद प्रतिमा स्थापित करने की माँग उठी
रक्सौल ।(vor desk)।बुधवार को रक्सौल नाई संगठन के तत्वावधान में शहर के आदर्श चौक पर पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर की सौंवीं जयन्ती समारोहपूर्वक मनायी गयी । समारोह की अध्यक्षता रक्सौल नाई संगठन के अध्यक्ष रघुनाथ ठाकुर ने की ।जयन्ती समारोह के मुख्य अतिथि स्थानीय विधायक प्रमोद कुमार सिन्हा को संगठन की तरफ से पुष्पगुच्छ एवं अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। विधायक
प्रमोद कुमार सिन्हा,रक्सौल नाई संघ के अध्यक्ष रघुनाथ ठाकुर ,रजनीश प्रियदर्शी ,आलोक कुमार श्रीवास्तव , सुरेश कुमार ,प्रदीप कुमार ने संयुक्त रूप से कर्पूरी ठाकुर के तैलचित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित कर समारोह का शुभारम्भ किया । समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित स्थानीय विधायक प्रमोद कुमार सिन्हा ने अपने उद्बोधन में कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर जी का संपूर्ण जीवन दबे-कुचले,गरीबों , उपेक्षितों,एवं हासिए पर पड़े लोगों के हक-हुकूक के संघर्ष में बीता था
सादा जीवन उच्च विचार , सच्चरित्रता ,ईमानदारी एवं राजनीति में शूचिता एवं पारदर्शिता उनके व्यक्तित्व की सबसे बड़ी पूँजी थी।नाई समाज में जन्मे पूर्व मुख्यमंत्री आदरणीय कर्पूरी ठाकुर जी किसी खास जाति में बाँधा नहीं जा सकता है
वे हम सबके लिए आदर्श हैं तथा उनके पदचिन्हों के आलोक हमारी आने वाली पीढ़ी अनुसरण कर इतिहास में नाम दर्ज कर समाज को गौरवांवित करने की पुरजोर कोशिश करनी चाहिए
.वहीं इस मौके पर इस बात को रेखांकित किया कि केन्द्र सरकार द्वारा उनके विराट व्यक्तित्व को समुचित सम्मान देते हुए मरणोपरांत देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ” भारत -रत्न” अलंकरण से सम्मानित करने की जो घोषणा की गयी वो जो बेहद स्वागतयोग्य है । आज राज्य एवं राष्ट्रीय राजनीति एवं सामाजिक समरसता के पुरोधा “जननायक कर्पूरी ठाकुर जी” ने सदियों से दबे -कुचले वर्गों में न केवल राजनीतिक और सामाजिक चेतना जगायी, बल्कि उन्हें नयी ताकत भी दी। उन्होंने गरीब एवं पिछड़ी जातियों में सामाजिक एवं आर्थिक हिस्सेदारी पाने का अलख जगाया
एक गरीब परिवार में जन्म, संघर्षपूर्ण जीवन और फिर मुख्यमंत्री की कुर्सी तक की उनकी राजनीतिक यात्रा अनुकरणीय है
वहीं पूर्व पार्षद सुरेश कुमार ने कहा कि उनका सादगी भरा जीवन कमजोर तबकों के लिए चिंता और उसूल पर आधारित राजनीतिक ईमानदारी पथ-प्रदर्शक है। वहीं प्रदीप गुप्ता ने कहा कि आज के दौर में जब असमानता की खाई दिनों -दिन बढ़ती जा रही है साथ ही राजनीतिक मूल्य, निष्ठा, ईमानदारी एवं सैद्धान्तिक प्रतिबद्धता सवालों के घेरे में है, तो आदरणीय कर्पूरी जी पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक दिखते हैं। वहीं भाविप के सुनील कुमार ने कहा कि आज जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के विचार आज बिहार में मूर्त रुप ले, इसलिए न केवल राजनेताओं को बल्कि हम सबों को भी साझा प्रयास करना चाहिए तभी गरीब और कमजोर तबकों को सशक्त बना कर उन्हें मुख्यधारा में लाने का सपना धरातल पर लाया जा सकता है। आज आवश्यकता इस बात की है की है कि जननायक कर्पूरी ठाकुर जी की वैचारिक विरासत को हमारे राजनेता एवं नयी पीढ़ी आत्मसात करे तभी उनकी जयन्ती मनाने की सार्थकता सिद्ध होगी! कार्यक्रम में केन्द्र सरकार द्वारा जननायक कर्पूरी ठाकुर को ” भारत रत्न” के अलंकरण से विभूषित करने की घोषणा पर शहर के किसी चौराहे को चिन्हित कर उनकी आदमकद प्रतिमा की माँग उठी तो विधायक ने माननीय सांसद संजय जायसवाल से इस बावत चर्चा कर इस सामयिक माँग को धरातल प्रदान करने का आश्वासन दिया । इस मौके पर भारत विकास परिषद के मीडिया प्रभारी रजनीश प्रियदर्शी ,दिनेश प्रसाद , प्रेमचन्द कुशवाहा समेत कई वक्ताओं ने विचार व्यक्त किये ।समारोह में उपसभापति पति राकेश कुशवाहा , पूर्व वार्ड पार्षद सुरेश कुमार चेम्बर ऑफ कॉमर्स के महासचिव आलोक कुमार श्रीवास्तव , सचिव राजकुमार रौनियार ,पूर्व वार्ड पार्षद प्रेमचन्द्र कुशवाहा,वार्ड पार्षद रवि गुप्ता, राजन कुमार ,गणेश कुमार नाई संगठन के उपाध्यक्ष महबूब आलम , सचिव उमेश ठाकुर , कोषाध्यक्ष नन्दु ठाकुर ,मुजीबुर्रहमान, उत्तीम ठाकुर, प्रमोद ठाकुर ,गणेश ठाकुर , कबीर आलम , बह्रमदेव ठाकुर ,विनोद ठाकुर ,वशिष्ठ ठाकुर ,नसीरुद्दीन आलम, शिवमंगल ठाकुर ,सुरेश ठाकुर ,इन्द्रजीत ठाकुर ,ज्वाला कुमार समेत नाई संगठन के कई सदस्य एवं नगर के गणमान्य नागरिक भी उपस्थित रहे ।