रक्सौल।(vor desk)।नेपाल के वीरगंज में ‘रक्सौल- वीरगंज जन संबंध’ विषयक विमर्श गोष्ठी का आयोजन किया गया।इस गोष्ठी का आयोजन नेपाल भारत सहयोग मंच के बैनर तले आयोजित हुआ।गोष्ठी में ट्विन सिटी के रूप में नेपाल के वीरगंज व भारतीय सिटी रक्सौल को विकसित करने का संकल्प लिया गया।वक्ताओं ने कहा कि काठमांडू दिल्ली के नजरिए के बजाय जनपेक्षी रिश्तों और जरूरतों को ध्यान में रख कर इस पर स्टडी करने की जरूरत पर बल दिया।इसके लिए शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म रोड मैप बनाने को अनिवार्य बताया गया।सीमा पर बढ़ते सुरक्षा दायरे और तार बाड़ लगाने की चर्चा पर चिंता व्यक्त करते हुए इसे सीमा क्षेत्र के लोगों को अपनी जिम्मेवार बनने का आह्वान किया गया तथा उन्हें सिमाई क्षेत्र के लिए सुरक्षा प्रहरी की भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया गया। होगी।इसमें रक्सौल बीरगंज के पुराने इतिहास और रिश्तों पर भी चर्चा हुई।सहज जीवन में उतार चढाव पर चर्चा करते आधुनिक युग में इमोशनल की बजाय प्रेक्टिकल बनने की जरूरत बताया गया।
नेपाल भारत सहयोग मंच के केंद्रीय अध्यक्ष अशोक वैध ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि भूकंप और कोरोना जैसी आपदा में भारत सरकार ने नेपाल को बढ़ चढ़ कर सहयोग किया।
दोनो देशों के बीच आर्थिक के साथ ही ऐतिहासिक, धार्मिक,सांस्कृतिक क्षेत्र के विशेष रिश्ते की वजह से ही भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी पांच बार नेपाल आ चुके है।राम,बुद्ध समेत कई सर्किट और विकास योजनाओं पर काम चल रहे हैं।
उन्होंने जोर दे कहा कि सीमा क्षेत्र का जनपेक्षी संबंध और रक्सौल और वीरगंज जैसे शहरों के रिश्ते को नजरंदाज कर भारत नेपाल रिश्तों की मजबूती की बात बेमानी होगी।
उन्होने कहा कि मंच ट्विन सिटी के रूप में वीरगंज रक्सौल के विकास और बेहतरी के लिए आवाज उठाती रही है। इसके तहत बॉर्डर को सुबह के 5बजे से रात्रि11बजे तक सुचारू करने की पहल हो रही है।दरभंगा से रक्सौल होते हुए दिल्ली के लिए वन्दे भारत ट्रेन चलाई जाएगी।जो अयोध्या से हो कर गुजरेगी।भारत सरकार से आग्रह है कि बॉर्डर पार आवाजाही के लिए रेल,रोड और एयर की बेहतर कनेक्टीवीटी कायम की जाए।
वहीं,राजनीतिक विश्लेषक और वरिष्ठ पत्रकार चंद्र किशोर झा ने कहा कि यदि हम अपनी जिम्मेवारी नही समझेंगे तो बोर्डर पर सुरक्षा बढ़ेगी ही।इसके लिए हमें खुली सीमा और मैत्री पर आघात पहुंचाने वालो का सख्ती से मुखालफत और बहिष्कार करना होगा।इंडो नेपाल बॉर्डर पीस फूल और वाइब्रेंट बॉर्डर के रूप में दुनियां को सकरात्मक संदेश दे सकता हैं।
उन्होंने कहा कि वीरगंज नेपाल में अपनी बड़ी हैसियत रखता है,लेकिन,उसे अपने उत्थान में रक्सौल की कुर्बानियों का भी ध्यान रखना होगा।वीरगंज रक्सौल को साझा सपने देखना होगा।आगामी सौ साल की आपसी जरूरतों पर आधारित साझा प्रयास करने होंगे।इसके लिए काठमांडू दिल्ली तक बाते पहुंचानी होगी, दबाव बनाना होगा।
वहीं,विशिष्ट अतिथि के तौर पर अपने संबोधन में विश्व विद्यालय सेवा आयोग के सदस्य प्रो डा अनिल कुमार सिन्हा ने कहा कि भारत नेपाल के संबंध को किसी तीसरी शक्ति की नजर लग गई है।दोनो देशों के बीच शादियों में कमी आई है। दुल्हा दुल्हन को वाहन से उत्तर कर पैदल बॉर्डर पार करना पड़ता है।उन्होंने सरिसवा नदी के प्रदूषण की मुक्ति पर चर्चा करते हुए कहा कि दो दशक के आंदोलन के बाद सुधार की पहल शुरू हुई है।मीडिया को भी ध्यान देना होगा की रक्सौल वीरगंज के सीमा पर होने वाले छोटे छोटे इश्यू को इस कदर तूल ना दे कि वह भारत नेपाल का अंतर्राष्ट्रीय मुद्दा बन जाए।
गोष्ठी में अपने संबोधन के दौरान नेपाल उद्योग वाणिज्य महा संघ के मधेश प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष गणेश लाठ ने रक्सौल से पुराने सरोकार और निर्भरता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वीरगंज ही नही नेपाल के प्रगति में रक्सौल का रोल अविष्मरणीय है।उन्होंने आग्रह किया कि आर्थिक मोर्चे के साथ साथ साहित्य,कला,संस्कृति की दिशा में रक्सौल वीरगंज को मिल जुल कर काम करने की पहल होनी चाहिए।
भारत नेपाल मैत्री संघ के अध्यक्ष मनीष दुबे ने कहा कि कोराेना काल ने भारत नेपाल की सीमा पर रहने वालो को अहसास कराया की हम दो देश के रहने वाले एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।उन्होंने कहा कि बॉर्डर पर सिक्स लेयर सुरक्षा है।जवानों का पहरा रिश्तों पर चोट कर रहा है।चीनी जैसी जरूरत की वस्तु लाने पर लगता है कि तस्करी हो रही है।इस मानसिकता को समय रहते बदलने की जरूरत है।
बतौर मुख्य अथिति नेपाल के वीरगंज स्थित भारतीय महा वाणिज्य दूतावास के महावाणिज्य दूत श्री देवी सहाय मीणा ने संबोधित करते हुए आश्वस्त किया की जो भी जरूरी पहल होगी करेंगे।उन्होंने कहा कि दोनो देशों के बीच पिपुल्स टू पिपुल्स रिलेशन है,जो इस रिश्ते को खास बनाता है।हमारी कोशिश होगी कि इस रिश्ते को और मजबूत और समय सापेक्ष बनाएं। ट्विन सिटी के रूप में रक्सौल वीरगंज की बेहतरी के लिए हरेक प्रयास किए जाएंगे। महा वाणिज्य दूत ने कहा कि जरूरत पड़ी तो हाई लेवल तक बाते पहुंचाई जायेंगी,ताकि, जन स्तर और द्विपक्षीय मसले से जुड़ी समस्याओं का समाधान हो सके।
वीरगंज के लार्ड्स दियालो होटल में रविवार की शाम आयोजित गोष्ठी की शुरुवात नेपाल भारत के राष्ट्र गान और तुलसी पूजन दिवस पर तुलसी के पौधे में जल अर्पण करने और स्वस्तिवाचन से हुआ।
कार्यक्रम में नव पदस्थापित भारतीय महा वाणिज्य दूत श्री देवी सहाय मीणा को दोशाला ओढ़ाने के साथ बुके और मेमेंटो दे कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मंच के केंद्रीय अध्यक्ष अशोक वैध ने किया।मंच संचालन मंच के सचिव अधिवक्ता बाल मुकुंद खरेल ने किया।धन्यवाद ज्ञापन वीरगंज उद्योग वाणिज्य संघ के पूर्व अध्यक्ष गोपाल केडिया ने किया।
मौके पर समाजसेवी सह नप उप सभापति के पति राकेश कुशवाहा,भाजपा के रक्सौल जिला उपाध्यक्ष गुड्डू सिंह,साहू युवा मंच के अध्यक्ष सह पूर्व वार्ड पार्षद सुरेश प्रसाद,युवा सहयोग मंच के संतोष छत्रवंशी समेत नेपाल की ओर से वीरगंज उद्योग वाणिज्य संघ के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल,उपाध्यक्ष माधव राज पाल,नेपाल उद्योग वाणिज्य संघ के मधेश प्रदेश अध्यक्ष अशोक तेमानी,समेत प्रो सचिदानंद सिंह
गौरव अग्रवाल,विनोद चौधरी,
हरिश्याम ठाकुर,ललन द्विवेदी,अनिल वर्मा,मुन्नी लाल कर्ण,निरंजन सिंह,प्रभु दयाल अग्रवाल,सुरेश रुंगटा,सरोज साह,अनूप अग्रवाल,संजीव वर्णवाल,राधेश्याम पटेल, ओम प्रकाश खनाल,आदि उपस्थित थे।