रक्सौल (vor desk)।कार्तिक पूर्णिमा पर पूजन, अर्चन और आस्था के स्नान को लेकर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। लोगों ने नदी में स्नान कर भगवान सूर्य की पूजा की। साथ ही जरूरतमंदों के बीच दान किया। उधर, कार्तिक पूर्णिमा पर आस्था के स्नान के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु वैदिक मंत्रोचार्य के साथ पूजा अर्चना किया। इसके साथ ही पवित्र होकर गौ दान किया।इस अवसर पर कई जगह मेला का भी आयोजन हुआ।
बताते हैं कि कार्तिक पूर्णिमा को लेकर इलाके में उत्सव को माहौल रहा। देर रात्रि से ही नदी घाटों पर आस्था का जनसैलाब उमड़ा रहा। लोगों ने नेपाल से निकलनी वाली बागमती, तिलावे ,नारायणी समेत विभिन्न नदियों में स्नान कर पूजा अर्चना की।
रक्सौल के भकुआब्रह्म स्थान स्थित उत्तरवाहिनी नदी में स्नान कर शिवालय में पूजा अर्चना की। इसके अलावा तिलावे, पसाह आदि विभिन्न नदी घाटों पर आस्था की डूबकी श्रद्धालुओं ने लगाई। लोगों भगवान भास्कर की पूजा की। यहां स्नान बाद लोगों ने तुमड़िया टोला त्रिमूर्ति महादेव मंदिर में जलाभिषेक किया।
कलकारखानो के गंदे काले पानी के बीच स्नान
जीवनदायनी सरिसवा नदी पानी के तेज बहाव था। नेपाल के कलकारखानो के गंदे काले पानी के बीच लोगों ने स्नान किया। उतर वाहिनी नदी किनारे ब्रह्मस्थान नदी तट पर पांच दिवसीय मेले का भी लोगों ने आनंद उठाया। इस दौरान नदी तट पर खाद्य सामग्री की दुकान और स्टॉल भी लगे रहे।स्नान के लिए मेला आयोजन कमेटी ने नदी तट पर झरना और नल की व्यवस्था की थी।जिसमे लोग स्नान करते देखे गए।स्थानीय ओम प्रकाश मिश्रा ने बताया कि श्रद्धालु सरिस्वा नदी में स्नान करने से परहेज करते दिखे।पानी छिड़क कर रस्म पूरी कर ली गई।क्योंकि,इस नदी का पानी फिर से गंदा हो गया है।