रक्सौल।(vor desk)। रक्सौल स्थित अनुमंडलीय अस्पताल में प्रसव के लिए पहुंचने वाली गर्भवती महिलाओं से अवैध वसूली होने की सूचना सामने आ रही है।ताजा मामले में मरीजों के स्वजनों से रुपए उगाही का मामला तूल पकड़ गया है। हाल ही में प्रसव के लिए गर्भवती महिला के परिजनों से पैसे मांगे जाने का विडियो भी वायरल हुआ था।अभी यह मामला थमा भी नही कि शुक्रवार को प्रसव के लिए पहुंची महिला के स्वजन से अवैध वसुली को लेकर आशा और ड्यूटी पर तैनात जीएनएम से विवाद हो गया।मामला तू-तू मैं-मैं शुरु हुआ।आरोप है कि जीएनएम ने आशा को थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद अस्पताल में अफरातफरी का माहौल हो गया। देखते ही देखते आशा एवं प्रसव के लिए पहुंची गर्भवती महिलाओं के स्वजनों के बीच बाताकही बढ़ती चली गई। फिर अस्पताल कर्मियों के बीच बचाव से मामला शांत हुआ। बताया जा रहा है रक्सौल के कौड़ीहार भगवान पुर गांव की महिला निधि (30) (पति राजा बाबू गुप्ता )को प्रसव के लिए अस्पताल पहुंची थी। उनके साथ आशा मौजूद थी।तब अचानक प्रसव के दौरान पीपीएच हो गया।कहा गया कि बच्चा फंस गया है,इसे रेफर करा कर ले जाइए।यहां मशीन नहीं है,डंकन ले जाइये। इसी बीच महिला को बेटी हुई।काफी रक्त स्राव की वजह से नाजुक स्थिति में रेफर करने की बात होने लगी ।जिस पर आपत्ति और नाराजगी जताई गई।आरोप है कि इस दौरान कथित तौर पर 1600रुपए ले लिया गया। ममता ने ड्यूटी बदलने पर पैसे के लिए तू तू मैं मैं की और पैसे ऐंठे भी।एक ओर मरीज की जान पर बन आई थी,दूसरी ओर इस ढंग के वाक्या से माहौल गर्म हो गया।जिस कारण बात और बढ़ गई।कौडिहार की आशा पार्वती देवी का आरोप है कि ड्यूटी पर मौजूद जीएनएम ने मुझे थप्पड़ मारा और धक्का मुक्की की।हाथ खून से सने थे और उसके निशान चेहरे पर आ गए। वो महिला को रेफर करने पर अड़ी थी और बील्डिंग हो रही थी।इस पूरे मामले की शिकायत भी प्रबंधक से की थी,लेकिन,कोई करवाई नही हुई,जबकि,उपस्थित स्वास्थ्य कर्मियों ने उन्हें इस पूरी घटना के बारे में अवगत कराया था। हम आशा जब भी डीलीवरी के लिए पेसेंट लाते हैं तो अनाप शनाप पैसे की मांग होती है।आरोप लगाया कि आशा कार्यकर्ताओं से सम्मान जनक व्यवहार भी नही किया जाता है।जबकि,दूसरी ओर हमें प्रसव के लिए टारगेट दिया जाता है और पूरा ना होने पर कारवाई की जाती है।इधर,शनिवार को आशा कार्यकर्ताओ के समूह ने शनिवार को अस्पताल परिसर में विरोध प्रदर्शन पर उतारू हो हंगामा किया।जिसको ले कर माहौल गर्म रहा।विरोध प्रदर्शन में शामिल आशा फैसिलेटर और आशा कार्यकर्तागायत्री देवी,चंदा देवी समेत प्रभावती देवी, मुसाहला,संगीता देवी, रमावती देवी, नीरा देवी,कीर्ति कुमारी,संगीता कुमारी आदि ने नारेबाजी के साथ सख्त तेवर दिखाते हुए मांग किया कि मामले की जांच कर दोषी जी एन एम पर करवाई सुनिश्चित करें।उन्होंने आरोप लगाया कि प्रसव के लिए आई महिलाओ से वसूली बंद की जाए।इधर,बवाल बढ़ने पर आशा कार्यकर्ताओ के साथ अस्पताल उपाधीक्षक राजीव रंजन कुमार , स्वास्थ्य प्रबंधक आशीष कुमार आदि ने कार्यालय कक्ष में बैठक की और उचित करवाई का आश्वासन देते हुए समझा बुझा कर माहौल को किसी तरह शांत कराया।पूछने पर अस्पताल उपाधीक्षक राजीव रंजन कुमार ने बताया की मामले की जांच की जायेगी और जो भी दोषी होगा ,उस पर करवाई होगी।उन्होंने कहा कि मरीज या स्वजनों से किसी तरह की उगाही की लिखित शिकायत नही मिली है,ऐसी शिकायत मिली तो सख्त करवाई होगी।उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं को भी फटकार लगाते हुए कहा कि बेवजह आशा अस्पताल में देखी जाती हैं,वहीं,मरीजों को कमीशन के लालच में निजी अस्पताल,जांच केंद्र में डिलिवरी,सिजेरियन,ऑल्ट्रसाउंड ,जांच आदि के लिए ले जाती हैं,जिनको चिन्हित करने का निर्देश दिया गया है।