सीमा जागरण मंच के प्रदेश संयोजक ने बिना सूचना उक्त रोक पर जताई आपत्ति,बताया दुर्भाग्य पूर्ण कदम
रक्सौल।(vor desk)।भारत नेपाल सीमावर्ती रक्सौल अनुमंडल क्षेत्र में रविवार की रात्रि 11.30बजे इंटरनेट सेवा बहाल हो गई,तब लोगों ने चैन की सांस ली।शनिवार और रविवार को लगातार दो दिन सरकारी और निजी इंटरनेट सेवा बन्द रही,जिससे भारी परेशानी हुई।सूचना संचार क्रांति के युग में करीब36घंटे इंटरनेट सेवा बन्द रहने से लोग देश दुनियां से कटे रहे।सोशल मीडिया पर दिन रात समय बिताने वाले लोग परेशान रहे और इंटर नेट सेवा के लिए इधर उधर भटकते दिखे। अनेको व्यवसाई,छात्र,और ऑन लाइन वर्क से जुड़े जरूरतमंद लोगों ने नेपाल के वीरगंज ,कलैया आदि शहरों में साइबर कैफे का रुख किया।रक्षा बंधन के अवसर पर ई कॉमर्स प्लेटफार्म पर ऑन लाइन मार्केटिंग, यूपीआई और आई एम पी एस सेवा के जरिए व्यापारिक एवं अन्य जरूरी भुगतान आदि के लिए सीमावर्ती नेपाल के शहरों में इंटरनेट सेवा के लिए जाना पड़ा।
*इंटरनेट बंद रहने से प्रतिकूल असर
इंटरनेट सेवा बन्द होने से भारत नेपाल आयात निर्यात सेवा और नेट बैंकिंग कारोबार प्रभावित हुई ।ऑन लाइन कारोबार,भुगतान,विभिन्न कंपनियों के वेबसाइट और एप्स के साथ ऑन लाइन रिचार्ज के लिए थर्ड पार्टी एप्स बंद रहने से करोड़ो का आर्थिक नुकसान हुआ।बैंको के स्वैप मशीन बंद रहने से रिटेल कारोबार भी बुरी तरह प्रभावित हुआ।तो मॉल,डिपार्टमेंटल ,मेडिकल स्टोर और ऑन लाइन बिलिंग सिस्टम से जुड़े कारोबार पर भी असर पड़ा।खरीद करने वाले ग्राहकों को मैन्युअल बिलिंग करनी पड़ी ।उसी तरह आई आर सी टी सी के जरिए लंबी और छोटी दूरी की ऑन लाइन ट्रेन टिकट और रिजर्वेशन का कार्य ठप्प रहा।साइबर कैफे बंद रहने से जॉब एवं एजुकेशन आदि से जुड़े फॉर्म भरने का कार्य भी नहीं हो सका।
दूसरे दिन भी ई वालेट (यू पी आई) से भुगतान सेवा बंद रहने और इंटरनेट ना रहने से बिजली और मोबाइल ,टेलीविजन डिटीएच रिचार्ज नहीं हो सका।बैंक रोड के व्यवसाई विक्रम गुप्ता ने बताया कि रिचार्ज खत्म होने से बिजली गुल हो गई,इससे अंधेरे में रहना पड़ा।डॉक्टर मुराद आलम ने बताया कि सिम का रिचार्ज खत्म होने से जरूरी बात चीत भी बन्द हो गई थी,जो इंटरनेट सेवा बहाल होने पर चालू हो सकी।इधर,ऑन लाइन एजुकेशन प्लेटफार्म भी प्रभावित हुआ,जिससे शैक्षणिक कार्यों पर प्रतिकूल असर हुआ।ऑन लाइन एडुकेटर अर्जुन साह ने बताया कि इन्हे सेवा देने के लिए वीरगंज जाना पड़ा।एक निजी मोबाइल नेटवर्क कम्पनी से जुड़े भारत भूषण ने बताया कि दो मंथ का 68सौ सिम बेचने का टारगेट अचीव करने का अंतिम समय था,जो पूरा नही हुआ। नेट बंद होने से काफी क्षति उठानी पड़ी।
*होती रही निगरानी,आंख मिचौली जारी
शांति,सौहार्द के मद्देनजर इंटरनेट बंद किए जाने के बाद प्रशासन द्वारा सुरक्षा दृष्टि कोण से मॉनिटरिंग जारी रही।बावजूद चोरी छुपे इंटरनेट चलता रहा।नेपाली सीम से सीमा क्षेत्र में चोरी छुपे नेट की सेवा ली जाती रही।क्योंकि,रक्सौल बाजार और आस पास के सीमाई एरिया में नेटवर्क रेंज सहज उपलब्ध होता है ।लोग छत और सीमा के करीब के एरिया से इंटरनेट सेवा का चोरी छिपे नेपाल बॉर्डर पर रहने का लाभ लेते दिखे।इधर,जियो फाइबर की सेवा भी जारी रही।एयरटेल की सेवा भी क्रमिक तौर पर चालू दिखी,हालाकि सिग्नल विक था।जिसको ले कर शिकायतें भी की गई।
*बिना सूचना सेवा बंद करने पर जताई आपत्ति
सीमा जागरण मंच के प्रदेश संयोजक महेश अग्रवाल ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि भारत नेपाल सीमाई क्षेत्र में इंटरनेट पर दो दिनों की पाबंदी बेतुका और असंगत है।इससे शंका और उप शंका को बल मिला और लोग बेवजह परेशान हुए।उन्होंने कहा की घटना 21अगस्त को नागपंचमी पर हुई।उसके पांच दिन बाद यह एक्शन हुआ।नेट बंद होने से आर्थिक कारोबार,जरूरी कार्य ही नही सरकारी कार्य भी प्रभावित हुए हैं।उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के युग में ऐसे कदम अमानवीय और दुर्भाग्यपूर्ण है।क्योंकि,आज इंटरनेट पर समाज ,कारोबार,पढ़ाई समेत पूरा सिस्टम अवलंबीत है।
*गृह विभाग के स्पेशल ब्रांच के निर्देश पर बन्द हुई सेवा
बिहार के गृह विभाग के स्पेशल ब्रांच के निर्देश पर शनिवार के सुबह 11बजे से रविवार की रात्रि11.30बजे तक के लिए इंटरनेट सेवा को बंद किया गया । शांति सौहार्द और विधि व्यवस्था अक्षुण्ण रखने के उद्देश्य से बिहार सरकार के गृह विभाग (स्पेशल ब्रांच)ने इंटरनेट सेवा को शनिवार के11बजे से रविवार की रात्रि11.30बजे तक अस्थाई स्थगन का निर्देश दिया था।जिला प्रशासन के अनुरोध पर विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी एस सिद्धार्थ के द्वारा जारी मेमो के अनुपालन में यह सेवा ठप्प होने से लोग काफी परेशान हो उठे। रक्सौल एसडीओ रविकांत सिन्हा ने बताया कि रविवार की देर रात तक के लिए इंटरनेट बाधित किया गया था,जो बहाल कर दिया गया है
डीएसपी धीरेंद्र कुमार ने बताया कि दर्पा थाना क्षेत्र के पिपरा में नाग पंचमी पर महावीरी झंडा को ले कर दो पक्षों में झडप हुई थी,जिसके उपरांत पथराव हुआ और तनाव बढ़ गया।कुछ शरारती तत्वों ने इंटरनेट पर आपत्ति जनक पोस्ट की,जिसके बाद प्रशासन ने एहतियातन उक्त कदम उठाया।दोनो पक्षों से दो दर्जन नामजद और दो सौ से अधिक अज्ञात के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी।आधा दर्जन लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत भेज दिया गया था।उन्होंने दावा किया कि अब माहौल शांत है।स्थिति नियंत्रण में हैं।