आदापुर।(vor desk)।आदापुर के एक राइस मिल में छापेमारी के दौरान अवैध रूप से एक ट्रक पर लदे 450 बोरी उसना चावल नियंत्रण में लिया गया है।यह राइस मिल प्रखंड मुख्यालय के पास ही अवस्थित है।
मिली जानकारी के मुताबिक,शनिवार को उक्त कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर अनुमंडल पदाधिकारी रविकांत सिन्हा के नेतृत्व में हुई है। प्रथम दृष्टया मामला संदेहास्पद पाते हुए एसडीओ श्री सिन्हा के निर्देश पर स्थानीय बीसीओ के द्वारा मामले में प्राथमिकी दर्ज कराने की प्रक्रिया जारी है। बताया जाता है कि ऐसी सूचना मिली थी कि ब्लॉक मुख्यालय स्थित एसएफसी गोदाम के सटे जगदम्बा राइस मिल अवस्थित है। जहां अरवा चावल की कुटाई होती है। परंतु यहां उसना चावल ट्रक पर लादकर कहीं अन्यत्र भेजने की तैयारी की जा रही है। इस पर एसडीओ श्री सिन्हा के द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए स्वयं राइस मिल पहुंचकर चावल लदे ट्रक को जब्त करते हुए स्थानीय पुलिस के हवाले लगा दिया। उनका कहना है कि जांच की जा रही है।दोषी बख्से नही जायेंगे।वहीं जब्त चावल उसना बताया गया है, तथा बोरियों पर विभिन्न मिलरों का टैग लगा हुआ है। इस दौरान बीडीओ सुनील कुमार व एमओ विक्रम कुमार भी मौके पर मौजूद थे। इसके बाद मौके पर पहुंचे बीसीओ मृत्युंजय कुमार व मिथिलेश कुमार को स्थानीय थाना में मिलर मदन प्रसाद के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया गया। मामले में चर्चा यह भी है कि एसएफसी गोदाम से विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए आवंटित चावल को सेविकाओं ने रिसीव कर उक्त मिलर के यहां बेंच दिया गया है। जिसका फोटो व वीडियो भी वरीय अधिकारियों के यहां किसी के द्वारा भेजी गई है। बहरहाल मामला जो भी हो, लेकिन उक्त कार्रवाई से अवैध कारोबारियों में हड़कम्प व्याप्त हो गया है।हालाकि,इस मामले पर कोई भी अधिकारी खुल कर कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं।ऐसे में अग्रतर करवाई को ले कर अधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नही आ सकी है।उधर,राइस मिल संचालक फरार बताया जा रहा है।
इधर,चर्चा है कि हाई लेवल सेटिंग गेटिंग का खेल शुरू हो गया है।ताकि,मामले को दबाया जा सके।इस बाबत बसपा नेता चंद्र किशोर पाल ने इसे गम्भीर मामला बताते हुए जिला प्रशासन से उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
उन्होंने सवाल उठाया है कि आदापुर में अरवा चावल का मिल उसना चावल कैसे उगल दिया ?वो भी एक ट्रक यानी 450 बोरा!उनका आरोप है कि
आदापुर एमओ की भूमिका भी जांच होनी चाहिए।यदि बरामद उसना चावल खाद्यआपुर्ति विभाग का नही है,
तो फिर सवाल ये उठता है की आपुर्ति विभाग के गोदाम के सामने के राईस मिल से बरामद उसना चावल आया कहाँ से?
उन्होंने मांग किया है कि आपूर्ति विभाग के खाद्यान्न गोदाम की जांच होनी चाहिए जिससे सत्यता सामने आ सके।