रक्सौल।(vor desk)।शहर के मुख्य पथ स्थित हजारी मल प्लस टू विधालय इन दिनों कु व्यवस्था,बदहाली ,लूट खसोट,मनमानी जैसे आरोपों की वजह से विवादों में है।वहीं,जिले में अपनी पहचान रखने वाले इस विद्यालय का शैक्षणिक माहौल भी प्रभावित हुआ है।
इस बीच, जन शिकायतो के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार के द्वारा विगत दिनों निरीक्षण उपरांत लापरवाही और कुव्यवस्था के आरोप में तत्कालीन प्रधानाध्यापक अवनीश सुमन को हटा दिया गया है।वहीं,शिक्षक देवेंद्र किशोर को प्रभारी प्रधानाध्यापक नियुक्त किया गया है। साथ ही निर्देशित किया गया है कि लिपिक राज किशोर उपाध्याय से चार्ज लिया जाए,अन्यथा,प्राथमिकी दर्ज कराई जाए।अब उम्मीद जताई जा रही है कि विद्यालय का शैक्षणिक माहौल सुधरेगा।
प्रभारी प्रधानाध्यापक देवेंद्र किशोर ने भी संकल्प जताया है कि शैक्षणिक माहौल को सुधारा जाएगा।उन्होंने कहा है कि यह काफी चुनौतीपूर्ण है,क्योंकि,बिना शिक्षक,अभिभावक और स्टूडेंट के सहयोग के बिना यह संभव नही होगा।उनका कहना है कि विधालय की की पुरानी गरिमा बहाल करना मेरी प्राथमिकता होगी।
इधर,प्रधानाध्यापक पद से हटाए जाने के बाद अवनीश सुमन इसी विधालय में बने हुए हैं,जिन पर विद्यालय में गुटबाजी,अनिमितिता और कुव्यवस्था कायम करने का आरोप लगता रहा है।
इससे पहले जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने जब अचानक औचक निरीक्षण किया था,तब,कई अनियमितता मिली थी।जिसके बाद प्रधानाध्यापक समेत सभी शिक्षक का वेतन बन्द कर दिया था।बाद में अनुरोध के बाद वेतन शुरू हुआ,लेकिन,माहौल यथावत रहा।
इस बार जब जिला शिक्षा पदाधिकारी ने निरीक्षण किया तो विधालय में साफ सफाई की स्थिति बदतर मिली।निर्देश के बाद भी चबूतरा और फर्श का निर्माण नहीं हो पाया था।
सबसे गंभीर आरोप यह बताया गया कि लिपिक राज किशोर उपाध्याय के 31मई 2022 को रिटायर्ड होने के बावजूद उनसे चार्ज नहीं लिया गया।उनका दखल विधालय में बना रहा।निर्माण कार्य में
ठीकेदारी तक में संलिप्तता रही।मिल बांट कर लूट खसोट कायम रहा।जबकि,विधायक प्रमोद सिन्हा ने यह सब जानने के बाद राजकिशोर उपाध्याय के विधालय प्रवेश पर रोक लगाने को कहा था।अब जिला शिक्षा अधीक्षक ने भी इसको ले कर सख्त निर्देश जारी किया है।
इस बारे में जनता दल यू नेता अशोक साह और पूर्णिमा भारती ने जिला शिक्षा अधीक्षक के समक्ष पोल खोल कर रख दिया और कहा कि लगातार घपला घोटाला हो रहा है,जिसमे प्रधानाध्यापक अवनीश सुमन की संलिप्तता है।उपाध्याय को उन्होंने अपना पिए बना रखा है।
उन्होंने खुलासा किया कि विधालय नशा और अवैध कु कृत्यों का अड्डा बन गया है।विधालय रिपेयरिंग के नाम पर लूट खसोट हो रही है।इस विद्यालय की कई परिसंपत्ति गायब कर दी गई है,जो लाखो की थी।वहीं,विधालय भूमि पर बने दुकानों के किराए की रकम भी गबन हो गई है।विपरीत स्थिति पैदा होने से विधालय में छात्रों की संख्या में भी गिरावट आई है,जबकि,यह रक्सौल का गौरव है।
इधर,विधायक प्रमोद कुमार सिन्हा ने भी अपने दौरे में निर्देशित किया था की माहौल सुधारे अन्यथा करवाई होगी।
फिलहाल,विधालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक के रूप में देवेंद्र किशोर को आरूढ़ होने का मौका मिला है,लेकिन,चुनौती कम नहीं।ऐसे में देखना है कि विधालय की छवि बदलती है या नही।