Saturday, November 23

सीमावर्ती भारतीय शहरों- बाजारों में नेपाली चार पहिया वाहनों को आवाजाही की छूट रहेगी यथावत,देश के अन्य हिस्सों के लिए परमिट और इंट्री जरूरी!

रक्सौल ।(vor desk)।इंडो नेपाल बॉर्डर के रास्ते भारत के सीमावर्ती शहरों- बाजारों में प्रवेश करने वाले नेपाली चार पहिया वाहनों को आवाजाही की छूट पहले की तरह ही होगी। वे नजदीकी बाजार तक बेधड़क आवाजाही कर सकेंगे।इसके लिए भारतीय महा वाणिज्य दूतावास ने बुधवार को विभागीय पत्र जारी कर दिया है,जिसके तहत मंगलवार से नेपाली वाहनों के बिना पास के भारत प्रवेश पर लगी रोक हटा दी गई है।बताया गया है कि सीमावर्ती नेपाली क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों ,व्यापारियों,सामाजिक कार्यकर्ताओं के आग्रह पर महा वाणिज्य दूतावास ने पुनर्विचार करते हुए उक्त कदम उठाया है।

इस बीच मामले को ले कर बुधवार की दोपहर नेपाल के परसा जिला के सांसद व पूर्व वन मंत्री प्रदीप यादव और वीरगंज के मेयर राजेश मान सिंह रक्सौल पहुंचे ,जिसके बाद रक्सौल कस्टम कार्यालय में एक संक्षिप्त बैठक हुई।
बैठक में नेपाल स्थित भारतीय महावाणिज्यदूतावास वीरगंज के वाणिज्य दूत शैलेंद्र कुमार,शतीश पटापट्टू, शशि भूषण कुमार समेत रक्सौल कस्टम के पदाधिकारी शामिल रहे। इस दौरान मंगलवार को गाड़ियों का प्रवेश रोके जाने के उपरांत उत्पन्न हुई समस्या को लेकर रक्सौल कस्टम के अधिकारी कुमार शिवम के साथ कई पहलुओं पर चर्चा की गयी, साथ ही नये निर्णय के आलोक में यह कहा गया कि अब रक्सौल बाजार तक आने-जाने के लिए नेपाली वाहनो को नहीं रोका जायेगा। वहीं रक्सौल से बाहर जाने की स्थिती में नेपाली वाहनो को पहले से चले आ रहे नियम के तहत भारतीय महावाणिज्यदूतावास कार्यालय या भारतीय दूतावास से अनुमति /परमिट लेना आवश्यक होगा।

बैठक के बाद पूर्व वन मंत्री सांसद प्रदीप यादव और मेयर राजेश मान सिंह ने बताया कि भारत और नेपाल के बीच अटूट और प्राचीन संबंध है।यह केवल व्यवसायिक नहीं परिवारिक,धार्मिक संबंधों से परिपूर्ण है।ऐसे में संबंधों पर असर पड़ेगा और आवाजाही में झंझट भी होगी। रक्सौल और वीरगंज भी एक दूसरे से जूड़े हुए जुड़वा शहर है। ऐसे में पास लेने का प्रावधान झंझटपूर्ण और गैर व्यवहारिक साबित होगा।उन्होंने कहा कि रोक हटाने के हमारे आग्रह को भारतीय पक्ष के अधिकारियो ने स्वीकार कर लिया है,जिस कारण अब लोग पुन:सामान्य तरीके से आ जा सकते है।उन्होंने कहा की फैसले को वापस लेने संबंधी भारतीय महावाणिज्यदूतावास के फैसले का हम स्वागत करते है।

24घंटे में ही नेपाली वाहनों को बिना परमिट प्रवेश से रोक हटी

रक्सौल सीमा पर मंगलवार को तब अफरातफरी का माहौल बन गया था जब नेपाल से आने वाले कार , एसकारपियो समेत अन्य चार पहिया वाहनों (फोर व्हीलर) को कस्टम के द्वारा रोक दिया गया था।
एका एक वाहनों को रोके जाने से रक्सौल वीरगंज मैत्री पुल पर नेपाली वाहनों की कतार लग गई ।सूचना के मुताबिक,नेपाल पहुंचने के बाद पाकिस्तानी वूमैन सीमा हैदर के इंडो नेपाल बॉर्डर के रास्ते अनधिकृत रूप से भारत के नोएडा पहुंच जाने की घटना से खुफिया एजेंसियों के कान खड़े हो गए थे।हाल ही में दो चीनी नागरिकों को भी रक्सौल बॉर्डर पर इंडियन इमिग्रेशन ने बीते दिनों पकड़ा था।जिसके बाद बॉर्डर पर आवाजाही के नियमो पर सख्ती के साथ निगरानी की पहल प्रक्रिया आगे बढ़ने के संकेत दिखे।
सूत्रों ने बताया कि नेपाल के वीरगंज स्थित भारतीय महा वाणिज्यदूतावास के द्वारा एक पत्र जारी किया गया, जिसमें रक्सौल के लोकल प्रशासन के साथ-साथ कस्टम को यह निर्देश दिया गया है कि नेपाल से आने वाली चार पहिया गाड़ी को भारत में तब ही इंट्री मिलेगी, जब उक्त वाहन के स्वामी के द्वारा महावाणिज्यदूतावास यह भारतीय दूतावास काठमांडू से आवश्यक पास प्राप्त किया जायेगा।इसमें लोकल आवाजाही के लिए अलग से निर्देश नहीं था।

कोई नया नियम नही हुआ लागू

रोक हटने के साथ ही बुधवार से बिना किसी रोक-टोक नेपाली चार पहिया वाहनो की आवाजाही रक्सौल के रास्ते हो रही है।इससे नेपाल सीमाई क्षेत्र में हर्ष है।पहले से ही रक्सौल समेत लोकल मार्केट तक आने के लिए नेपाली चार पहिया वाहनो को किसी तरह के पास की जरूरत नहीं होती थी। मंगलवार को भी दुपहिया वाहनों की आवाजाही यथावत थी।
नेपाली चार पहिया वाहनो को रक्सौल तक भी आने के लिए पास और इंट्री की व्यवस्था के तहत ही कस्टम ने कड़ाई के साथ इसका अनुपालन शुरू किया।जिसके पीछे सुरक्षा कारण बताया जा रहा है।क्योंकि, ढील के कारण बड़ी संख्या में नेपाली गाड़ियां रक्सौल से सुगौली, मोतिहारी, मुजफ‍्फरपुर यहां तक पटना एयरपोर्ट तक भी बिना रोकटोक के चली जाती थी। जिससे भारत सरकार को राजस्व का भारी नुकसान होता था। अब रोक हटने से बुधवार को नेपाली वाहनों की आवाजाही यथावत हो गई।भारतीय महा वाणिज्य दूतावास के उप महा वाणिज्य दूत तरुण कुमार ने बताया कि कोई नया नियम लागू नही हुआ है।

सौहार्दपूर्ण संबंध और जन भावना को देखते हुए रोक हटी

वीरगंज स्थित भारतीय महा वाणिज्य दूतावास के वाणिज्य दूत सह सूचना अधिकारी शशि भूषण कुमार ने बताया कि नेपाली नागरिकों के चार चक्का वाहनों पर बॉर्डर पर लगे रोक से नेपाली नागरिकों की परेशानी बढ़ गई।भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने जन आग्रह पर पुर्नविचार करते हुए रोक को शिथिल कर दिया है।उन्होंने बताया कि यहां तक की रेलवे स्टेशन में ट्रेन पकड़ने या किसी रिसीव करने,बाजार करने,रिश्तेदारों से मिलने आदि के लिए अपने वाहन को बॉर्डर पार ही छोड़ कर आना पड़ा। दोनो देशों के बीच सौहार्द पूर्ण संबंधो और जन भावना को देखते हुए लोकल मार्केट और टाउन तक आवाजाही को पहले की तरह ही यथावत कर दिया गया है।

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