वीरगंज कस्टम यार्ड में बना नया कस्टम कार्यालय,भारतीय वाहनों की इंट्री के लिए खुला नए कार्यालय में इंट्री सेंटर
रक्सौल।(vor desk)। इंडो नेपाल बॉर्डर के रक्सौल वीरगंज मुख्य सड़क पर आवाजाही के नियमो में बदलाव किए जाने से भारतीय पर्यटकों की परेशानी बढ़ गई है।अब उन्हे नए रूट से नेपाल में प्रवेश कराया जाएगा।इसके लिए नेपाल कस्टम ने बदलाव किया है।मिली जानकारी के मुताबिक,मुख्य सड़क की बजाय अब वीरगंज कस्टम यार्ड हो कर बिरगंज शहर में इंट्री करनी होगी।जबकि,वापसी मुख्य सड़क से ही होगी।
इस नए नियम को लागू करते हुए मुख्य सड़क पर बैरिकेटिंग और अस्थाई चेक पोस्ट कायम किया गया है। जहां बताया जा रहा है कि कस्टम यार्ड हो कर इंट्री करें।साइकल ,बाइक, ई रिक्शा से ले कर चार पहिया और भारी वाहनों पर यह नियम कड़ाई के साथ लागू कर दी गई है,जबकि,वीरगंज से वापसी मुख्य सड़क पर यथावत है।
बताया गया है कि वर्तमान कस्टम यार्ड में इंट्री के लिए अलग अलग लेन कायम किया गया है। जहां नया और अत्याधुनिक सुविधायुक्त वीरगंज कस्टम कार्यालय भवन बना है।उसी में दो पहिया और चार पहिया वाहन की इंट्री भी हो रही है।
मैत्री पुल से शंकराचार्य गेट और इनरवा पुलिस चौकी के साथ ही नेपाल इमिग्रेशन से गुजरने के बाद कस्टम में भारतीय वाहनों की इंट्री या भंसार कराना होता है।
नेपाल इमिग्रेशन से गुजरने के बाद और पुराने कस्टम कार्यालय से कुछ ही दूरी पूर्व फिक्सिंग चेक पोस्ट कायम किया गया है। जहां आर्म्ड पुलिस फोर्स की तैनाती है, जहां तैनात जवान और कस्टम कर्मी भारत की ओर से आने वाले भारतीय समेत नेपाली वाहनों को यह बता रहे हैं कि उन्हें यार्ड स्थित कायम रूट से नए कस्टम भवन से हो कर ही प्रवेश करना है।किसी को भी मुख्य सड़क से प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही है।गौररतलब है कि प्रति दिन हजारों की संख्या में दोनो देशों के नागरिकों और दो पहिया और चार पहिया वाहनों की आवाजाही होती है।इससे ट्रैफिक जाम के साथ ही वर्षात के दिनो में काफी परेशानी होती थी।बता दे कि अब तक मुख्य सड़क पर वीरगंज कस्टम कार्यालय और सड़क के दूसरी ओर भारतीय वाहनों के लिए इंट्री काउंटर कायम था,जिसे पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है।कस्टम कार्यालय सूत्रों ने बताया कि उक्त पुराने कस्टम कार्यालय और भारतीय वाहनों के लिए इंट्री काउंटर को ध्वस्त करने की योजना है।
इसकी पुष्टि वीरगंज कस्टम के सूचना अधिकारी रामचंद्र शर्मा ढकाल ने करते हुए बताया कि यातायात सुविधा की बेहतरी के साथ निगरानी और सुरक्षा जांच में आसानी के लिए उक्त व्यवस्था कायम की गई है।