रक्सौल।(vor desk)।सीमावर्ती क्षेत्र में कच्छा बनियान गिरोह द्वारा भीषण डकैती के बाद एसएसबी भी एलर्ट मोड में दिख रही है।सीमा सुरक्षा को ले कर अधिकारियों की गंभीरता भी दिखने लगी है।
इसी बीच,गुरुवार को एसएसबी के डीआईजी एसके ध्यानी और रक्सौल के डीएसपी धीरेंद्र कुमार भेलाही पहुंचे। जहां सुरक्षा रणनीति को ले कर उनकी खास बैठक हुई और कई निर्णय लिए गए।
वहीं,बीओपी पहुंचे डीआईजी ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ एक बैठक की और आवश्यक जानकारी लेने के साथ उनकी परेशानियों और शिकायतो को सुना।बैठक में शामिल मुखिया सुमन पटेल ने कहा की सीमा पर इतनी भारी मात्रा में एसएसबी के जवान रहते हुए 40 से 50 के संख्या में अपराधी आते और भीषण डकैती कर फिर नेपाल की दिशा में भाग जाते है,जो काफी चिंतनीय और सीमा सुरक्षा को ले कर गंभीर सवाल है।
उन्होंने कहा की घटना के बाद ग्रामीण दहशत में है ।सुरक्षा गारंटी मिलनी चाहिए।वही विगत दिनों भेलाही डकैती कांड के पीड़ित चिमनी व्यवसायी धनंजय गुप्ता ने जान माल के सुरक्षा की गुहार लगाते हुए कहा कि यदि एसएसबी समय पर सतर्क हो जाती तो डकैत बच नहीं पाते,ना बॉर्डर पार कर पाते।
बेतिया जोन के एसएसबी के डीआईजी श्री ध्यानी ने कहा कि सीमा की सुरक्षा के लिए एसएसबी जवानों को निर्देशित किया गया है। सभी बीओपी पर जवानों की संख्या बढ़ाई दी गई है। भेलाही के कुकुहिया गांव के समीप एक नाका पोस्ट बनाया जायेगा।देश की सीमा की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
इधर,डीएसपी धीरेंद्र कुमार ने बताया की डकैती कांड उद्भेदन के लिए पुलिस लगातार लगी हुई है। भेलाही ओपी में अधिक मात्रा में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।साथ ही ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए पुलिस दिन रात–गस्त लगा रही है।पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर विशेष बल के साथ एसटीएफ के चीता और अश्व रोही बल को बॉर्डर क्षेत्र में तैनात किया गया है ।मौके पर थानाध्यक्ष प्रभाकर पाठक,पंस पति बृजकिशोर चौधरी,समाजसेवी इंद्रजीत पटेल,वार्ड सदस्य विशाल गुप्ता,विनोद महतो,गौतम पासवान,शैलेंद्र कुमार,तबरेज सिद्दीकी सहित कई लोग शामिल थे।