रक्सौल(vor desk)।सीमा समन्वय समिति की बैठक शनिवार को वीरगंज आईसीपी में हुई।जिसमे बारा जिला में 23अप्रैल को होने वाले चुनाव को निर्विधन पूर्वक सम्पन्न कराने के लिए 72घंटे के लिए बॉर्डर सील करने का निर्णय हुआ।अधिकारियों ने बताया कि इसके तहत पूर्वी चंपारण सीमा से लगे केवल बारा जिला का ही बॉर्डर सील होगा।परसा जिला के जिलाधिकारी हीरा प्रसाद रेगमी की अध्यक्षता में हुई बैठक मे क्रॉस बॉर्डर क्राइम,स्मगलिंग,ज्वाइंट पेट्रोलिंग करने, नो मैन्स लैंड को अतिक्रमण मुक्त करने ,आपसी सहयोग समन्वय पर चर्चा हुई और मिल जुल कर बॉर्डर पर शांति सुरक्षा के लिए काम करने का संकल्प लिया गया।
इधर, सीमावर्ती क्षेत्र में आम लोगों व व्यापारियों की समस्याओं के निदान को लेकर सीमा क्षेत्र के अधिकारियों के साथ गहन चर्चा हुई।जिसमे इंडो नेपाल बॉर्डर को ‘हैप्पी बॉर्डर’ बनाने का संकल्प लिया गया।इस बैठक में रक्सौल एयर पोर्ट को चालू करने, दिल्ली के लिए सुपरफास्ट ट्रेन चालू करने,रक्सौल वीरगंज आईसीपी से पैसेंजर मूवमेंट चालू करने, रक्सौल से मोतिहारी सड़क का शीघ्र निर्माण करने और फोर लेन में परिवर्तित करने,आईसीपी बाईपास सड़क को प्रस्ताव अनुरूप शीघ्र फोर लेन बनाने, रक्सौल में मनी एक्सचेंज काउंटर खोलने,नेपाली नागरिकों,व्यापारियों को पटना,दरभंगा, गोरखपुर और कुशीनगर एयरपोर्ट आने जाने के लिए एक दिन का फ्री वाहन परमिट जारी करने, नेपाल में 500और 2000के नोट पर प्रतिबंध हटाने और रकम ले जाने की लिमिट तय करने,सीमा क्षेत्र में पर्यटन और व्यवसाय के अवरोध को दूर करने पर चर्चा हुई ।
वहीं,वीरगंज स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास के वाणिज्य दूत एस.बी कुमार के समन्वय और सहजीकरण में वीरगंज के एक आवासीय होटल में आयोजित चर्चा में भाग लेते हुए बीरगंज चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष अनिल कुमार अग्रवाल पटवारी ने रेलवे से कंटेनर में आयातित सामग्री के रास्ते में होने वाली चोरी रोकने की मांग की।
उन्होंने दोनों देश के पर्यटन के विकास के लिए सहकार्य पर जोर देते हुए मांग किया की सीमावर्ती शहरों में पर्यटन के बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जाना चाहिए। मधेश प्रांत के नेपाली उद्योग और वाणिज्य संघ के अध्यक्ष अशोक तेमानी ने कहा कि बीरगंज महानगर द्वारा रात्रि बाजार के अवसर पर 3 दिनों तक 24 घंटे सीमा खोलने को जारी रखने से दोनों देशों के आर्थिक विकास में मदद मिलेगी।
उन्होंने सीमा क्षेत्र सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ने पर भी एतराज जताते हुए कहा कि इससे आवाजाही में असुविधा होगी। कुल 1752 किमी का बॉर्डर हमेशा खुला रहता है, उस इलाके में कोई सुरक्षाकर्मी नहीं होता और जहां ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात हैं, उस इलाके में सीमा चौकी को बंद कर दिया गया है। इसका कोई मतलब नहीं है’ तेमानी ने आगे कहा, ‘अगर इसे बंद करना ही है तो जमीनी रास्ते को हमेशा के लिए बंद कर देना चाहिए और अन्य देशों की तरह हवाई मार्ग से पासपोर्ट लेने की व्यवस्था करनी चाहिए।’यह कहते हुए कि भारत से बीरगंज आने वाले लोगों को दिल्ली जाने के लिए काठमांडू जाना पड़ता है, तेमानी ने कहा, ‘यह एक बड़ी राहत होगी यदि सीमावर्ती शहर रक्सौल में हवाई अड्डे का विस्तार और संचालन किया जा सके।’
फेडरेशन ऑफ नेपाल इंडस्ट्री एंड कॉमर्स मधेश प्रदेश के निवर्तमान अध्यक्ष गणेश लाठ ने कहा कि “ऐसा लगता है कि नेपाल की ओर सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे का विकास और सुधार हो रहा है, लेकिन भारत की ओर कोई महत्वपूर्ण पहल नहीं है।”
चर्चा के दौरान बीरगंज चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के उपाध्यक्ष माधव राजपाल, महासचिव आशीष लाठ सहित अन्य ने सीमावर्ती क्षेत्र में उद्योगपतियों व आम लोगों को पेश आ रही समस्याओं की ओर ध्यान आकृष्ट किया।जिसमे रक्सौल में ओवर ब्रिज ना होने की वजह से रेलवे गुमटी लगातार घंटो बंद रहना और रेलवे से रक्सौल आई सी पी तक रोड चौड़ीकरण जैसी समस्याएं शामिल थीं। उड़ती धूल,गंदगी से निजात के साथ ही बुनियादी सुविधा का अभाव को दूर करने की मांग रखी गई।
अपने संबोधन में पूर्वी चंपारण के जिला पदाधिकारी सौरभ जोरवाल ने उद्योगपतियों द्वारा उठाए गए मुद्दों और समस्याओं पर सकारात्मक प्रतिक्रिया में सीमा क्षेत्र की समस्याओं को हल करने की दिशा में सकारात्मक रुख दिखाते हुए कहा कि इसके लिए हर संभव प्रयास होगा। उन्होंने कहा कि बॉर्डर सुरक्षा के लिए उठाए गए कदम के प्रति नाराजगी और पीड़ा अच्छी नहीं है,क्योंकि सुरक्षाकर्मियों का काम नागरिकों की सुरक्षा करना है। उन्होंने कहा कि हमारी ओर भी भौतिक अधोसंरचना निर्माण कार्य भी चल रहे हैं। उन्होंने आश्वासन दिया है कि नेपाली वाहनों की आवाजाही को सुगम बनाने के मुद्दे पर चर्चा कर आवश्यक निर्णय लिया जाएगा।आयातित वस्तुओं की चोरी ना हो इसके लिए जरूरी कदम उठाने के साथ रेलवे के वरीय अधिकारियों का ध्यानाकर्षण किया जाएगा।
जिला प्रशासन कार्यालय के मुख्य जिला अधिकारी परसा हीरालाल रेग्मी, बारा के उप मुख्य जिला अधिकारी कृष्ण प्रसाद आचार्य, पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल,एसपी कांतेश कुमार मिश्रा,पश्चिम चंपारण के जिला अधिकारी दिनेश कुमार राय, एसपी डी अमरेश,जिला पुलिस कार्यालय परसा के पुलिस अधीक्षक कोमल शाह, परसा के सशस्त्र पुलिस अधीक्षक परसा सुमन थपलिया, बारा के पुलिस अधीक्षक होबिंद्र बोगती, बारा के सशस्त्र पुलिस अधीक्षक बहादुर दांगी के साथ ही दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियों ,वन विभाग के प्रमुख अधिकारी समेत नेपाल के परसा,बारा और बिहार के चंपारण क्षेत्र के पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे।