वीरगंज।( Vor desk)।जंगली जानवर भोजन की तलाश में मानव बस्ती का रुख कर रहे हैं।यह वाक्या नेपाल के सीमावर्ती परसा जिला के पोखरिया में बुधवार को सामने आया।हालाकि, जंगल से मानव बस्ती में आ कर हमला करने वाले चिता को वन विभाग की टीम ने पकड़ लिया है और उसे परसा राष्ट्रीय निकुंज में वापस छोड़ दिया गया है।
बता दे कि बुधवार को अहले सुबह चिता के आक्रमण में एक पुलिस कर्मी समेत तीन लोग जख्मी हो गए थे।जिसमे एक की हालत गंभीर बनी हुई है। लगातार अभियान के बाद चिता को देर शाम पकड़ा गया।इस बीच इलाके में हड़कंप और दहशत रहा।
मिली जानकारी के मुताबिक,बुधवार की अहले सुबह जंगल से गेहूं के खेत होते सतवरिया स्थित ग्रामीण क्षेत्र में आए चिता ने स्थानीय लोगों पर हमला कर दिया।
परसा जिला के आधाभार निकुंज कार्यालय के सूचना अधिकारी सूर्य खड़का ने बताया कि नियंत्रण में लिए गए चिता का उम्र पांच वर्ष है,,जो भोजन की तालाश में मानव बस्ती में आ गया था।यह एक दुर्लभ घटना है।उन्होंने बताया कि गुरुवार की सुबह उक्त चिता को वन क्षेत्र में वापस छोड़ दिया गया है।
बताते चले कि घटना में पाेखरिया नगरपालिका वार्ड 5 सतवरिया के जाेगिन्द्र साह तेली, वार्ड 4 के दिल महम्मद मियाँ जख्मी हो गए।सूचना पर नियंत्रण के लिए पहुंची पुलिस टीम में शामिल इलाका पुलिस कार्यालय पाेखरिया में कार्यरत पुलिस जवान सुचिन्द्र प्रसाद यादव भी चीते के आक्रमण में घायल हो गए। दिल महम्मद मियां को गंभीर स्थिति में वीरगंज के नारायणी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।जबकि,अन्य दोनो का इलाज पोखरिया अस्पताल में जारी है।
पोखरिया के पुलिस इंस्पेक्टर मोहन विक्रम केशी ने बताया कि पुलिस,आर्म्ड पुलिस फोर्स, परसा जिला निकुंज वन कार्यालय के अधिकारी, वन सुरक्षा कर्मी की टीम ने उक्त चित्ता को काफी मशक्कत से रेस्क्यू किया।
बाघ ने पालतू पशुओं को मारा
वीरगंज।परसा जिला में बाघ का आतंक बढ़ चला है। परसा जिला राष्ट्रीय निकुंज से निकल कर ठोरी स्थित घ्यांग डांडा में सोमवार की रात्रि छह बकरी और एक भैंस को मार डाला।निकुंज के अधिकारियों ने बताया कि मध्य रात्रि हुई इस घटना को ले कर नेपाल सेना की टुकड़ी पहुंची,लेकिन,बाघ वन क्षेत्र में भागने में सफल रहा। स्थानीय बुद्धि पखरीन ने बताया की घटना से इलाके में दहशत है,लोग भयभीत हैं।