रक्सौल।(vor desk)। बुधवार की सुबह अपराधियों द्वारा एक युवक को गोली और चाकू मार कर लूट पाट करने की घटना के मामले में रेल पुलिस ने लूटी हुई रकम की बरामदगी के साथ ही दो व्यक्ति को पकड़ा गया है।जबकि,घटना में संलिप्त मुख्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। घटना के कुछ ही घंटे बाद इस करवाई से अपराधिक गिरोह में खलबली है।क्योंकि,यह वाक्या संगठित और सुनियोजित अपराध से जुड़ा बताया जा रहा है।जब रेल डीएसपी पंकज कुमार ने यहां पहुंच कर जब खुद मोर्चा संभाला तो यह कामयाबी मिली है।
बताया गया है की मामले में संदिग्ध दो पुरुष और दो महिला को भी हिरासत में लिया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक,लूट के 15लाख रुपया सहित पैसा गिनने का मशीन भी बरामद किए जाने की सूचना हैं।
बता दें कि रक्सौल के स्टेशन रोड में अपराधियो ने पूर्वी चंपारण के ढाका के सोरपनिया गांव निवासी कपिल देव प्रसाद के पुत्र धीरज कुमार (28) को गोली और छुरा मार कर उसके पास से मोटी रकम छीन लिया गया था ।घटना रेलवे स्टेशन के समीप महज 500मीटर की दूरी पर सुबह के करीब पांच छह बजे घटित हुई।
मामले में जीआरपी ने त्वरित कार्यवाही करते हुए रक्सौल के मर्चा पट्टी से एक आवासीय मकान से उक्त रकम बरामद की है। मकान में किरायदार के रूप में रह रहे दो महिला और दो पुरुष को लूट के पैसा और नोट गिनने वाले मशीन के साथ हिरासत में लिया गया।हालाकि,उनकी पहचान सार्वजनिक नही हुई है।पुलिस इसकी पुष्टि से बच रही है।कुछ और लोगों की भूमिका सामने आई है,जिनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
बताया गया है कि जांच अभी चल ही रही है। गंभीर रूप से घायल पीड़ित के बयान के बाद ही मामले का पूरा डिटेल सामने आ पाएगा।अभी यह पूरी तरह साफ नही हो सका है कि कुल कितनी रकम लूटी गई है।कितने अपराधी थे।असली मामला क्या है।घटना कैसे घटी।
रेल डीएसपी पंकज कुमार ने बताया की त्वरित कार्यवाही करते हुए लूट का पैसा 15लाख रुपया रिकभर किया गया और एक को पकड़ा गया है ।पीड़ित के होश में आने पर पूरी जानकारी दी जा सकेगी। उन्होंने कहा कि यह बिहार पुलिस के लिये बड़ी उपलब्धि है।आगे और खुलासा होना है।
यहां बता दे की बिहार पुलिस के उच्चाधिकारी दो लोगों को,जबकि,डीएसपी एक को पकड़ने की पुष्टि कर रहे है ।छापामारी के दौरान रेल पुलिस दो महिला और दो अन्य संदिग्ध को नियंत्रण में ले कर जांच कर रही है।हालाकि,पुलिस विस्तृत ब्योरा देने से परेहज कर रही है,क्योंकि,इससे जांच प्रभावित हो सकती है।