रक्सौल।( vor desk )कथित तौर पर पुलिस की पिटाई से महिला की जान जाने का मुद्दा तूल पकड़ गया है।पीड़ित परिजनों व ग्रामीणों ने पलनवा पुलिस पर महिला की मार पीट के हत्या करने के आरोप लगाते हुए शव के साथ अनुमंडल कार्यालय का घेराव किया और पुलिस- प्रशासन के खिलाफ जम कर विरोध प्रदर्शन किया। एसडीओ आरती व एसडीपीओ चंद्र प्रकाश ने पीड़ित परिजनो को समझा बुझा कर शांत कराया और जांच कर कार्रवाई का आश्वसन दिया।आश्वासन देने के बाद पीड़ित व आक्रोशित ग्रामीण शांत हुए उसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए मोतिहारी भेजा गया।बताया गया कि सोमवार की सुबह ही पीड़ित परिजन व सैकडो ग्रामीणो ने शव के साथ अनुमंडल कार्यालय पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे। सूचना पर डिसीएल आर रामदुलार राम, सीओ विजय कुमार, रामगढ़वा सीओ मणिभूषण प्रसाद समेत रामगढ्वा,आदापुर ,हरैया ओपी की पुलिस टीम पहुंच गई।वहीं इंस्पेक्टर शशिभूषण ठाकुर सदल बल अनुमंडल कार्यालय पहुंच कर स्थिति नियंत्रण में जुट गए।
बताया गया है कि पुराने जमीनी विवाद को लेकर रविवार को एक वारंटी को गिरफ्तार करने पुलिस टीम उसके घर पहुंची थी। यह वाकया पुलिस को तब महंगा पड़ गया,,जब वारंटी को घर से गिरफ्तार करने का विरोध करने वाली महिला की मौत पुलिस के पिटाई से होने का आरोप पीड़ित परिजनों और ग्रामीणों ने लगाया।
किसकी हुई मौत:
रक्सौल के पलनवा थाना क्षेत्र के हरनाही पंचायत अंतर्गत खरकटवा दूर्गापुर गांव से यह मामला जुड़ा है। जहां रविवार को रात्री में पलनवा थाना के एएसआई उदय पासवान अपने चौकिदारो और सुरक्षाकर्मियों के साथ दूर्गापुर निवासी वारंटी रामानंद पंडीत को गिरफ्तार करने पहुंचे।इस दौरान परिजनों ने विरोध किया।हालांकि,पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।बताते हैं कि इस दौरान गिरफ्त में लिए गए रामदीन की 45वर्षीय पत्नी जंगिया देवी ने इसका विरोध करते हुए अपने पति से लिपट गई,और रोकने लगी। आरोप है कि इस क्रम मे पुलिस ने छुड़ाते हुए जगीया देवी को धक्का दे दिया और उसके पति रामानंद पंडीत को गिरफ्तार करके लौट गई।वहीं,जंगिया देवी बेहोश होकर गिर गयी। जिन्हें उपचार के लिए परिजनों द्वारा डंकन अस्पताल रक्सौल में ले जाया गया।जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद पलनवा पुलिस के खिलाफ आक्रोश भड़क गया और इस घटना के आक्रोश में पीड़ित परिजनों और ग्रामीणों ने सोमवार को मृतक के शव को अनुमंडल कार्यालय में रखकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
*पुत्र करमचंद का आरोप-पुलिस ने पिट कर ली जान
मृतक के पुत्र करमचंद ने अनुमण्डल कार्यालय में इस घटना के संबंध में उपरोक्त बातों का उल्लेख करते हुए आवेदन दिया है।इस दौरान उसने बताया कि लगभग 8 ,10वर्ष पूर्व मेरे पिताजी रामानंद पंडित के खिलाफ शराब का एक झूठा मुकदमा हुआ था। उसी को आधार बनाकर मेरे पिताजी को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही कुछ माह पूर्व राजेंद्र शाह और अभिमन्यु शाह और मेरे पिताजी के बीच जमीनी विवाद चल रहा है जिसका केश नंबर 55/22और56/22 है।इन दोनो लोगो के दबाव पर चौकीदार जगन प्रसाद और विद्यालाल पासवान पलनवा थाना के छोटा बाबू उदय पासवान के साथ रविवार को रात्री में घर से मेरे पिताजी को गिरफ्तार किया।इस दौरान मां की पिट कर जान ले ली।हालांकि,एएसआई उदय पासवान ने खुद को निर्दोष बताते हुए आरोप से इंकार किया है।
छापेमारी टीम में नही थी महिला पुलिस:
रात्रि करीब 9 बजे छापेमारी करने पुलिस टीम पहुंची। परिजनों व ग्रामीण महिलाओं का आरोप है कि पुलिस ने अपने वैन का लाइट बन्द कर दिया।उसके बाद रामानन्द को घर पहुंच पकड़ लिया।वे अपने टेम्पू पर तिरपाल डाल रहे थे।टीम में महिला पुलिस नही थी।रामानंद की पत्नी की मौत धक्कम धुका के बाद ही हो गई।उस वक्त उसके मुहं से खून निकल रहा था।लेकिन,इस सबके बावजूद रामानंद को पुलिस ले कर चली गई।महिला के प्रति थोड़ी भी संवेदना दिखाई गई होती और समय रहते हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया होता,तो जान बच सकती थी।
क्या पुलिस को थी घर मे शराब होने का इनपुट:सूचना मिल रही है कि मामला शराब कारोबार से भी जुड़ा है।कहा जा रहा है कि रामानंद शराब कारोबार से जुड़ा था।जिसकी सूचना पुलिस को थी।इस मामले में केश भी हुआ था।जिसे परिजन झूठा बताते हैं।ग्रामीणों का कहना था कि यदि ऐसा था तब भी कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए थी,न कि मारपीट।हालांकि,छापेमारी शराब बरामदगी की सूचना सामने नही आई है।
क्या कहते हैं डीएसपी:
एसडीपीओ चन्द्र प्रकाश ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। इस घटना में मृतक के परिजनों से आवेदन मिला है ।पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मामले की जांच कर दोषी के खिलाफ कार्यवाई की जायेगी।