रक्सौल।(vor desk)।सुअरों में स्वाइन फीवर की पुष्टि के बाद ‘नेशनल एक्शन प्लान ‘के तहत रक्सौल नगर के वार्ड 7 को उद्भेदन स्थान यानी केंद्र बिंदु मानते हुए एक किलो मीटर की एरिया को ‘इन्फेक्टेड जोन’ घोषित करते हुए सुअरों की किलिंग ( शमन)की प्रक्रिया शुरू हो गई है।इसके लिए पूर्वी चंपारण के डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने बुधवार की देर शाम आदेश जारी कर दिए हैं।टीम भी गठित कर दी गई है।जिला प्रशासन कार्यालय के मुताबिक,सुअरों के सुरक्षित किलिंग एवं डिस्पोजल के लिए एक दर्जन टीम काम करेगी।प्रत्येक टीम की अलग अलग जबाबदेही तय की गई है।इधर,गुरुवार को इसके लिए बिहार सरकार के पशुपालन विभाग के अधिकारियों की एक पांच सदस्यीय टीम रक्सौल पहुंचने वाली है।जिसको ले कर सम्बंधित विभाग द्वारा आवश्यक तैयारी शुरू कर दी गई है।अधिकारियों के मुताबिक, टीम एक किलो मीटर के दायरे वाली इन्फेक्टेड एरिया के तहत पड़ने वाले वार्डो/ग्रामों व 10 किलो मीटर की परिधि की सर्विलांस एरिया का दौरा करेगी।साथ ही सुअरों में स्वाइन फीवर रोक थाम-नियंत्रण हेतु किलिंग सम्बन्धी सभी आवश्यक कार्रवाई ,डिस्पोजल ,मुआवजा आदि मामलों समेत अन्य कार्यनीति का जायजा लेगी और किलिंग सम्बन्धी आदेशों का अनुपालन सुनिश्चित करेगी।
इस बाबत रक्सौल के कार्यपालक दण्डाधिकारी सह नगर परिषद के प्रभारी कार्यपालक पदाधिकारी सन्तोष कुमार सिंह ने बताया कि मंगलवार को पशुपालन विभाग द्वारा सुअरों के किलिंग के लिए जारी अधिसूचना के बाद पशुपालन विभाग के अधिकारियो से ताल मेल के तहत नगर परिषद अग्रतर कारवाई में जुटी हुई है।इधर,
विभागीय निर्देश के तहत जिला पशुपालन पदाधिकारी प्रवीण कुमार के देख रेख जरूरी तैयारी जारी है।
वहीं,प्रखण्ड पशुपालन पदाधिकारी विकास चन्द्र मिश्रा के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम सुअरों के संख्या व वास स्थान के आँकलन में जुटी हुई है।