रक्सौल।(vor desk )।लम्बी दूरी की ट्रेनों समेत रक्सौल में नशा खुरानी गिरोह की सक्रियता बढ़ गई है।रक्सौल में ऐसे लोग ट्रेनों से उतारे जा रहे हैं,जो लूटने के बाद बेहोशी की हालत में यहां पहुंच जाते हैं।
इसी क्रम में नशाखुरानी गिरोह के शिकार एक व्यक्ति को सत्याग्रह एक्सप्रेस से रेस्क्यू कर रक्सौल स्थित अनुमण्डल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।जहां ऊक्त व्यक्ति अर्द्ध बेहोशी की स्थिति में है।मिली जानकारी के मुताबिक,ऊक्त व्यक्ति की पहचान आंध्र प्रदेश के चोगा राव ( 56 ) के रूप में हुई है।वे सत्याग्रह एक्सप्रेस से आ रहे थे।इसी बीच गिरोह ने नशा खिला दिया और समान व नकदी उड़ा लिए।सोमवार की संध्या सत्याग्रह एक्सप्रेस से रक्सौल स्टेशन पर उतारा गया।और स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह ने जीआरपी पुलिस के सहयोग से अस्पताल में भर्ती कराया।अस्पताल की चिकित्सक दीप श्री लगातार इलाज में जुटी हैं।अनुमण्डलिय अस्पताल उपाधीक्षक डॉ एसके सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि मरीज का इलाज जारी है।
वैसे देखे तो पिछले पंद्रह दिनों में इनकी संख्या आधा दर्जन पहुंच चुकी है।पिछले 3 जून को एक महिला समेत दो लोगों को बेहोशी की स्थिति में रक्सौल पीएचसी में उपचार के लिए लाया गया था।इसमे एक शहर के लक्ष्मीपुर स्थित बीएसएफ कैंटीन के पास से सड़क पर बेहोशी की हालत में लावारिश पड़े रामगढ़वा के अहिरौलिया निवासी साहेब पांडे(62 ) को स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह द्वारा पुलिस बल के सहयोग से पीएचसी लाया गया था।वहीं,महिला राम कुमारी देवी ( 55) पति राम भरोस झा ,निवासी- पौराम ,हया घाट (दरभंगा )को ट्रेन से स्वच्छ रक्सौल संस्था व जीआरपी ने ट्रेन सँख्या 05526 पैसेंजर ट्रेन से रेस्क्यू किया था।जो बेहोश स्थिती में थी।
स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह का कहना है कि लम्बी दूरी की ट्रेनों के साथ रक्सौल में भी नशाखुरानी गिरोह का जाल फैल चुका है।रोज लोग शिकार हो रहे हैं।लेकिन,इस पर रेल व बिहार पुलिस- प्रशासन निष्क्रिय है।जो ठीक नही है।