रक्सौल।( vor desk)।केसीटीसी कालेज रक्सौल के पूर्व वनस्पति विज्ञान विभागाध्यक्ष तथा एसएलके कॉलेज सीतामढ़ी के प्राचार्य प्रो० डॉo अनिल कुमार सिन्हा के बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग के सदस्य बनाए जाने पर पूरे सीमावर्ती क्षेत्र रक्सौल एवं चंपारण तथा सीतामढ़ी में हर्ष व्याप्त हो गया है। बिहार सरकार ने विश्वविद्यालय आयोग का गठन किया है 2017 में जिसके तहत बिहार के सभी विश्वविद्यालयों में प्राध्यापक एवं प्राचार्यों की नियुक्ति करना है ,प्रोन्नति भी करना है । बी आर ए बिहार विश्वविद्यालय के प्रो० सिन्हा पहले व्यक्ति है जिनका मनोनयन हुआ है ।प्रोफेसर सिन्हा सितंबर 2021 में ही एसएलके कॉलेज में प्राचार्य के पद पर योगदान किया था। प्रो० सिन्हा एक प्रमुख शिक्षाविद है जिन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। कॉलेज में प्राचार्य के पद पर योगदान देने के साथ ही कॉलेज के चहुंमुखी विकास के प्रयास में लग गए और उन्होंने वह कार्य कर दिखाया जो कॉलेज की स्थापना काल से आज तक विकास की राह देख रहा था ।कॉलेज के भवन पर पेड़ पौधे उग आए थे। साथ ही कॉलेज में पठन पाठन को ठीक करने के लिए अथक प्रयास किया और पूरे बिहार में पहली बार छात्रों के छात्रावासों में जाकर कॉलेज में उपस्थिति के लिए आग्रह किया । प्रो० सिन्हा को 2013 में यंग साइंटिस्ट अवॉर्ड और 2021 में इमिनेंट साइंटिस्ट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया ।इन्होंने कई किताबों की रचना की है ।साथ ही एक अनुभवी शिक्षक के रूप में इन्हें ख्याति प्राप्त किया है ।इनके मनोनयन पर शिक्षाविदों द्वारा बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। प्रो० सिन्हा के मनोनयन से रक्सौल एवं चंपारण गौरवान्वित हुआ है । के सी टी सी कालेज के प्राचार्य डा० जयनारायण प्रसाद ,डा० चंद्रमा सिंह ,डा० राजकिशोर सिंह , डा० राजीव पांडेय ,प्रो० बदरे आलम ,प्रो० जिछु पासवान ,डा० प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ,डा० रामाशंकर प्रसाद ,डा० दिनेश पांडेय ,प्रो० वाजुल हक़ ने कहा है कि छोटा कालेज विभूतियों से भरा पड़ा है उसमें से एक प्रो० सिन्हा है जिन्हें इतनी बड़ी ज़िम्मेवारी मिली है ।