रक्सौल।(vor desk)।नेपाल के राज दरबार हत्याकांड के इक्कीस वर्ष पूरे हो गए।इस 1 जून 2001 को हुए दरबार हत्याकांड का रहस्य आज भी सामने नही आ सका।अधिसंख्य लोगों का मानना है कि हत्याकांड विदेशी साज़िश का हिस्सा थी।इक्कीस वर्ष बाद भी नेपाल के लोग पूर्व राजा वीरेन्द्र विक्रम शाह को नही भूल सके हैं।यही नही प्रजावत्सल व विष्णु तुल्य माने जाने वाले पूर्व राजा वीरेन्द्र की कमी आज भी महसूस की जाती है।आज पुण्य तिथि पर नेपाल में उन्हें याद किया गया,लोग उस काली रात की घटना को याद कर सिहर उठे।
इसी क्रम में गुरुवार को वीरगंज में’ देश भक्त राज्य भक्त संस्था’ के द्वारा स्व राजा वीरेंद्र वीर विक्रम शाह देव पुण्य तिथि मनाई गई और उन्हें शिद्दत से याद किया गया।संस्था के अध्यक्ष दीपेंद्र रौनियार ने कहा कि नेपाली नागरिको के दिलों में आज भी हिन्दू हिर्दय सम्राट स्व 0वीरेंद्र विक्रम साह देव जिंदा है,उनकी जगह कोई नही ले सकता।उन्होंने कहा कि आज के राजनीतिज्ञ सत्ता लोलुप ही गए हैं,लेकिन,जब 1990 में जन आंदोलन हुआ था,तो,बिना देर किये जन भावना का सम्मान करते हुए उन्होंने संवैधानिक राजतंत्र व बहुदलीय प्रजातंत्र की घोषणा कर दी थी। वीरगंज के महावीर मन्दिर चौक पर आयोजित कार्यक्रम में संस्था की ओर से माल्यर्पण किया गया और भाव भीनी श्रद्धांजलि दी गई।जिसमे उपाध्यक्ष राज किशोर चौबे,सुशील लामा,रवि रौनियार,संजय यादव,शंभु प्रसाद,विकास गुप्ता,अशेष साह,मिथिलेश प्रसाद,राम यादव,राजा साह,हाफिज मियां, रूपक गुप्ता,सोनू गुप्ता,रवी लाठ,राजू कुमार,रूपेश सर्राफ,सन्तोष कुमार ,पशुपति प्रसाद,चंदन गुप्ता,आर्यन कुमार,मनजीत यादव,पूनम कुमारी,आदि मौजूद रहे।