आदापुर।( vor desk )।प्रखण्ड मुख्यालय परिसर में उस समय अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गयी,जब प्रखण्ड प्रमुख सोनी देवी के पति सरोज यादव व मनरेगा पीओ प्रभाकर झा के बीच तूँ-तूँ-मैं-मैं हो गयी।आरोप-प्रत्यारोप के बीच पीओ खुद का बचाव करते नजर आए,जबकि प्रमुख पति ने उनके कार्यशैली को लेकर सवालों की झड़ी लगा दी।यह वाक्या शुक्रवार की शाम हुई,जब प्रखण्ड कार्यालय बन्द हो रहा था और लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा।
जानकारी के मुताबिक, प्रमुख पति सरोज यादव का आरोप है कि मनरेगा पीओ प्रभाकर झा खुद की मनमानी करते है तथा मनरेगा जैसी रोजगारपरक योजना को उद्देश्यहीन बना व्यक्तिगत कमाई का जरिया बना दिये है।प्रखण्ड पंचायत समिति सदस्यों की अनदेखी कर खुद की मनमर्जी से योजनाओं का घटिया क्रियान्वयन कर रहे है।वह चाहे प्रखण्ड मुख्यालय स्थित मनरेगा भवन निर्माण हो या मिट्टी भराई या तालाब खुदाई।मजदूरों से काम लेने की बजाय मशीनों से कार्य लिए जा रहे है।बखरी,हरपुर,कोरैया में हो रहे तालाब जीर्णोद्धार या खुदाई में मनरेगा के मजदूरों की बजाय जेसीबी व ट्रैक्टर से मिट्टी खुदाई हो रही है।इसकी सूचना दिए जाने के बाद भी वे संबद्ध मामले की जांच कराने की बजाय शिकायतकर्ताओं को हड़काने का खेल जारी है।वैसे ही प्रखण्ड क्षेत्र में क्रियान्वित मनरेगा योजनाओं में व्यापक गड़बड़ी का खेल बदस्तूर जारी है।प्रमुख सोनी देवी ने बताया कि यथाशीघ्र वे डीडीसी से मिलकर मनरेगा योजना के क्रियान्वयन में हुई गड़बड़ी का खुलासा करेगी और इसकी उच्चस्तरीय जांच की मांग करूंगी।वहीं, पीओ प्रभाकर झा ने पूछे जाने पर बताया कि कोई भी अधिकारी किसी जनप्रतिनिधि से कार्यो का लेखा-जोखा नही लेता।जब किसी कार्य के क्रियान्वयन की जबाबदेही हमारी है।तो फिर जनप्रतिनिधियों को अनावश्यक हस्तक्षेप नही करने चाहिए।