*किन्नरों के नग्न प्रदर्शन से पुलिस बनी रही भींगी बिल्ली,अश्लील फब्तियों से हो रहे थे पानी पानी
*सुरक्षा को ले कर बाहरी किन्नरों को रक्सौल पुलिस ने अपने नियंत्रण में ले लिया था,जिस कारण हुआ जम कर विरोध
*आर पार के मूड में उतरे स्थानीय किन्नरों को समझाने बुझाने में थानाध्यक्ष को करनी पड़ी मशक्कत
*लीखित सहमति पर शांत हुआ मामला,बाहरी किन्नरों को क्षेत्र में प्रवेश नही करने की नसीहत
*रक्सौल,रामगढ़वा,सुगौली, बेतिया व नेपाल से पहुंचे किन्नरों के समूह ने बधाई के पैसे व क्षेत्र अतिक्रमण के सवाल पर किया बवाल,कहा-इलाका हमारा
रक्सौल।(vor desk )।किन्नरों के समूह ने मंगलवार को रक्सौल थाना का घेराव किया और करीब चार पांच घण्टे तक नग्न प्रदर्शन किया।हालात इस कदर हो गए कि सूचना पर स्थिति नियंत्रण के लिए रक्सौल थानाध्यक्ष सह पुलिस निरीक्षक शशि भूषण ठाकुर अर्ध नग्न यानी बिना वर्दी के ही समझाने बुझाने को निकलना पड़ा।उनके पहल पर भी मामला शांत नही हुआ,रक्सौल के किन्नर आरोपी किन्नरों को सौंपने की मांग करते रहे।बड़ी मुश्किल से मामला तब शांत हुआ,जब लीखित सहमति बनी और बाहरी किन्नरों को क्षेत्र को छोड़ने की रजामंदी देनी पड़ी।
मामला क्षेत्र से बाहर के किन्नरों के द्वारा बधाई वसूलने व आतंक मचाने से जुड़ा है।
मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली व अन्य प्रदेश के किन्नर रक्सौल में आ धमके थे। रक्सौल के किन्नरों के क्षेत्राधिकार में दखल देते हुए बधाई के नाम राशि लेने व वसूली में जुटे थे।जब इसकी सूचना मिली, तो,स्थानीय किन्नरों ने विरोध किया।
बताते हैं कि स्थानीय किन्नरों के गुरु व दादी जैनम जब पूछ ताछ करने शहर के नागा रोड पहुंची,तो,बाहरी किन्नरों का समूह तू तू मैं मैं पर उतर आया।
आरोप है कि तुमड़िया टोला निवासी जैनब के साथ बाहरी किन्नरों ने मारपीट की और 50 हजार रुपये नकदी व चैन आदि छीन लिए।
इस सूचना पर स्थानीय किन्नरों के समूह जैनब के समर्थन में आ धमका और बाहरी किन्नरों की खबर लेने लगे।बात मार पीट और जान लेने तक कि हो गई।बाहरी किन्नर चार की संख्या में थे,जो,भाग कर पुलिस की शरण में पहुंच गए।जबकि,स्थानीय किन्नर उन्हें बख्शने के मूड में नही थे।आर -पार की बात कहते हुए उन्हें सबक सिखाने पर सभी तुले थे।
सुरक्षा दृष्टिकोण से रक्सौल पुलिस ने बाहरी किन्नरों के समूह को सुरक्षित किया और मामले के शांति पूर्ण समाधान के लिये पहल की।लेकिन,इस पर स्थानीय किन्नर भड़क गए और थाना का घेराव कर दिया।
यही नही सैकड़ो की संख्या में पहुंचे किन्नरों ने थाना घेरने के बाद थाना परिसर में प्रवेश कर नग्न प्रदर्शन व अभद्र हरकत पर उतर गए।जिससे स्थिती विपरीत होने लगी।अधिकारियो-पुलिसकर्मियों ने डांट फटकार कर स्थिति नियंत्रण की कोशिश की।लेकिन,उनकी एक न चली।उनका आरोप था कि पुलिस उल्टे हमे सता रही है।पिटाई कर रही है।जबकि,दोषीयो को पैसा ले कर संरक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने मांग किया कि बाहरी किन्नरो को हमे सौप दिया जाए,ताकि,हम निपट सकें।उनका कहना था कि हमारा इलाका बंटा हुआ है।हम सौ वर्षों से रक्सौल क्षेत्र में है।बाहरी का दखल बर्दास्त नही होगा।हमारे इलाके की रक्षा व रोजी रोटी से जुड़ा मसला है।हम चुप नही बैठेंगे।
हालात को देखते हुए रक्सौल थानाध्यक्ष शशि भूषण ठाकुर को पहुंचना पड़ा और काफी समझाने के बाद किन्नरों ने यह शर्त रखा कि लीखित सहमति हो और वे हमारे क्षेत्र को छोड़ कर वापस लौट जाएं।
बाद में दोनो पक्षो को समझा ने व लीखित समझौते के बाद मामला देर शाम शांत हुआ,तब तक रक्सौल थाना के पुलिस अधिकारियो – कर्मियों की सांस अटकी रही और बेवजह फजीहत की स्थिति बनी रही।इधर,इस वाक्ये की चर्चा शहर में खूब रही और रक्सौल पुलिस के विरुध्द किन्नरों के आतंक को देखने भीड़ उमड़ती रही।