शहर के हजारीमल उच्च विद्यालय के आगे बजबजाते नाले पर बिकता है खस्सी का मांस!
रक्सौल।( vor desk )।रक्सौल के ऐतिहासिक व उच्च शिक्षा केन्द्र के रूप में स्थापित रहे हजारी मल उच्च विद्यालय के आगे बजबजाता नाला और उस पर कायम अवैध कसाईखाना से यहां न केवल शिक्षा की दुर्दशा दिख रही है।बल्कि,जन स्वास्थ्य से खिलवाड़ भी प्रत्यक्ष दृष्टिगोचर हो रहा है।
वैसे तो यह स्थिति शहर के कई जगह कायम है।यहां तक की थाना परिसर के पास भी।मगर,इस हजारी मल उच्च विद्यालय के आगे की स्थिति किसी को पच नही रही ।आलोचनाओं के बीच नगर परिषद की चुप्पी बनी हुई है।
महत्वपूर्ण यह है कि यह स्कूल न केवल ऐतिहासिक धरोहर है।बल्कि,क्षेत्र में सबसे लोक प्रिय उच्च शिक्षा का केंद्र रहा है।
मजे की बात यह है कि एक ओर सैकड़ो विद्यार्थी यहां शिक्षा ग्रहण करने पहुचते हैं।तो उन्हें नाक पर रुमाल रखना पड़ता है।क्योंकि, स्कूल के आगे बजबजाता नाला सड़ान्धयुक्त है।राहगीरों का चलना भी मुश्लिल है।
उस पर कायम कसाई खाना कई सवाल खड़े कर रहा है।यहां मांस के कई दुकान लगते हैं।जो नियमो का उलंघन तो करते ही हैं।जन स्वास्थ्य से खिलवाड़ भी जारी है।
आश्चर्यजनक तो यह है कि इस पर नगर परिषद व प्रशासन की चुप्पी कायम है।
पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शरत चन्द्र शर्मा मानते हैं कि यह जानलेवा है।क्योंकि, नाले के पास खुले में बिक रहा मांस सुरक्षित नही हो सकता।इससे न केवल संक्रमण का खतरा है।बल्कि,सीधे सीधे यह स्वास्थ्य के प्रतिकूल है।
जद यू के नगर अध्यक्ष सह पूर्व नगर पार्षद सुरेश कुमार ने इस पर आपत्ति जताते हुए कार्रवाई की मांग भी की है।
तो,स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह ने कहा है कि हमने नगर परिषद का कई बार ध्यानाकृष्ट कराया है।स्कूल के आगे तो कूड़ा केंद्र बना दिया गया है।उनका कहना है कि इस मामले में अविलम्ब कार्रवाई करते हुए कसाई खाना हटा कर नाले की सफाई होनी चाहिए।