रक्सौल।(vor desk )।
रक्सौल चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के महासचिव आलोक कुमार श्रीवास्तव ने रक्सौल अनुमंडल के हरदिया कोठी और धनहर दिहुली को बहुआयामी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक को एक ज्ञापन सौंपा है। जिसकी जानकारी देते हुए मिडिया प्रभारी सह प्रवक्ता शम्भु प्रसाद चौरसिया ने बताया कि उपरोक्त दोनों जगह को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए आपार संभावनाएं हैं। हरदिया कोठी और रक्सौल में स्थित 1921 में स्थापित राष्ट्रीय गांधी विद्यालय का अपना ऐतिहासिक राष्ट्रीय महत्व है । महासचिव श्रीवास्तव ने जिलाधिकारी श्री अशोक को दिए पत्र में दोनों जगहों को गांधी सर्किट से जोड़ने और बहुआयामी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने पर जोर दिया है।
धनहर दिहुली में स्थित 52 बीघा नाम से प्रसिद्ध तालाब का भी ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए महासचिव ने इस जगह को बोटिंग ,एक्वेरियम आदि से युक्त पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने पर ध्यान आकृष्ट कराया है।
इसके अलावा जिला के सिंघासीनी( रामगढ़वा), मोर ग्राम(चकिया), सहित अरेराज ,केसरिया आदि जगहों को और विकसित करने की बात चैम्बर द्वारा ज्ञापन के माध्यम से उठाया गया है।
इसी ज्ञापन के माध्यम से रक्सौल चैम्बर ने पर्यटन के समुचित विकास के लिए जिलाधिकारी श्री अशोक से रक्सौल में एयरपोर्ट की यथाशीघ्र सुविधा दिलाने, दूरगामी सुपरफास्ट ट्रेनों की सुविधा दिलाने का भी आग्रह किया गया है।
ऐतिहासिक महत्व के शहर रक्सौल के समुचित विकास को ले कर रक्सौल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज काफी आशान्वित है कि जिलाधिकारी सौंपे गए पत्र पर ठोस कदम उठाएंगे और निश्चित रूप से राज्य एवं केन्द्र सरकार इस अंतराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र के विकास में सकारात्मक सोच रखते हुए पर्यटन, संस्कृति तथा भारत -नेपाल मैत्री संबंध प्रगाढ़ बनाने में सहायक होगी।