रक्सौल।( vor desk )।रक्सौल नगर के मेन रोड में चल रहे सड़क और नाले के निर्माण कार्य से जुड़े कुछ आवश्यक विंदुओं की ओर बीते सोमवार को डॉ. स्वयंभू शलभ ने पत्र व मेल के माध्यम से डीएम मोतिहारी एवं एसडीएम रक्सौल का ध्यान आकृष्ट कराया।
एसडीएम सुश्री आरती ने इन विंदुओं पर शीघ्र संज्ञान लेने का आश्वासन दिया।
डॉ. शलभ ने कहा कि यह निर्माण कार्य मानक के अनुसार नियमित रूप से चले और समय सीमा के भीतर पूरा हो यह सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है। काम की धीमी गति के कारण यहां का जन जीवन अस्तव्यस्त बना हुआ है।
बताया कि लोगों के घरों का जितना पानी रोज निकलता है और बरसात के दिनों में जितना पानी सड़क पर जमा होता है उसके लिए मुख्य सड़क के नाले की चौड़ाई और गहराई पर्याप्त होनी चाहिए और नाले की लेवलिंग ठीक होनी चाहिए। यदि नाले का डायमेंशन सही नहीं होगा या लेवलिंग सही नहीं होगी तो जल निकासी की समस्या यथावत बनी रहेगी।
अब तक नालों का उचित प्रबंधन, सही लेवलिंग और जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण यह शहर जलजमाव की समस्या से जूझता रहा है। नालों में पानी और कूड़ा कचरा बारहोमास जमा होकर सड़ता रहता है। रक्सौलवासियों के लिए हमेशा से यह एक गंभीर समस्या बनी रही है।
डॉ. शलभ ने आगे उल्लेख किया कि अभी जिस प्रकार काम चल रहा है उससे नाले की लेवलिंग सही हो पाएगी इसमें संदेह है। सबसे पहले नाले के ऊपर जहां जहां अतिक्रमण है उसे हटाना जरूरी है ताकि एक तरफ से समुचित लेवलिंग के साथ निर्माण कार्य किया जा सके।
पुराने नाले के अंदर नए नाले का निर्माण किया जा रहा है। इस स्थिति में सबसे पहले पुराने नाले के स्थान की अच्छी तरह सफाई करके वहां पानी और कचरे के बहाव को पूर्ण रूप से रोकना जरूरी है।
प्रतिदिन लगनेवाले जाम की समस्या के बारे में कहा कि अभी सड़क निर्माण के दौरान गाड़ियों के आवागमन के लिए केवल पूरब साइड की सड़क उपलब्ध है। केवल एक साइड की सड़क चालू रहने के कारण प्रतिदिन जाम की समस्या पैदा होती है। इस सड़क पर जहां भी अतिक्रमण है उसे हटाया जाना आवश्यक है ताकि आवागमन में परेशानी न हो।
इधर,पथ निर्माण विभाग के जेई मृत्युंजय कुमार ने पूछने पर कहा कि सड़क व नाला इस्टीमेट के अनुसार ही बन रहा है।लिखित शिकायत मिलने पर जांच होगी।