घोटाले के आरोपियों की गिरफ्तारी नही किये जाने पर उठाई रक्सौल पुलिस की भूमिका पर सवाल
रक्सौल।( vor desk )।रक्सौल नगर परिषद के वार्ड 9 की पूर्व पार्षद शबनम आरा ने मांग की है कि रक्सौल नगर परिषद के बूचड़ खाना घोटाला के सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की जाए।
उन्होंने जारी प्रेस विज्ञप्ति में पूर्वी चंपारण जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि बूचड़खाने घोटाले के आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।जिससे की सरकार व कानून से अपने को उपर मानने व जनता के टैक्स से मिले धन को लूटने वालों को सबक मिले।भ्रष्ट अफसरों का बोलबाला खत्म हो।आमजन को सुशासन का अहसास हो।
उन्होंने कहा है कि नगर परिषद द्वारा बूचड़खाना के लिए जमीन खरीद मामले में पांच करोड़ 72 लाख की हुई अनियमितता के मामले में रक्सौल थाना में दो केश दर्ज हुआ है।इसमें आरोपी बने नगर परिषद के निलंबित प्रधान सहायक चंद्रशेखर कुमार व उच्च वर्गीय सहायक मृत्युंजय मृणाल इन दोनों सहायकों के विरुद्ध थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई है ।जिसमें एक मामले में वित्तीय अनियमितता में शामिल होने को लेकर पूर्व नगर सभापति उषा देवी व तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी गौतम आनंद के साथ-साथ पूर्व उपसभापति काशीनाथ प्रसाद ,वर्तमान उपसभापति रोहिणी साह ,तत्कालीन स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य वार्ड पार्षद राजकिशोर प्रसाद, गायत्री देवी ,प्रेम चंद्र कुशवाहा, रजिस्ट्रार मनीष कुमार व कार्यालय के दोनों सहायक आरोपी बनाए गए हैं।
उन्होंने आरोप किया है कि प्राथमिकी दर्ज होने के लम्बे समय बाद भी पुलिस कुंडली मार कर बैठी है।इसमे गिरफ्तारी नही कर रही है।जबकि, जिलाधिकारी खुद इस मामले की मोनिटरिंग कर रहे हैं।
उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर किसके इशारे पर यह गिरफ्तारी नही हो रही?इसके पीछे कौन सा खेल चल रहा है?क्या आरोपियों को जमानत कराने की छूट दी गई है?इसके पीछे कौन सी डिल हुई है?रक्सौल पुलिस को इसका जवाब देना चाहिए।अन्यथा गिरफ्तारी कर यह साबित करे कि पुलिस दबाब में नही है।
उन्होंने कहा कि इतने बड़े घोटाले के सभी आरोपी के सीमा से सटे नेपाल में छुपे होनी की चर्चा है। यदि ऐसा है,तो,नेपाल पुलिस से सम्पर्क साधना चाहिए।कुर्की जब्ती करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस मामले में वे डीजीपी से मिल कर पूरी स्थिति से अवगत कराउंगी। जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग करूंगी।इसमे कोताही बरतने के मामले की जांच करने की भी मांग होगी।