रक्सौल।( vor desk )।करीब दो ढाई दशक बाद रक्सौल विधान सभा मे रक्सौल की समस्या पर आवाज बुलंद होने की सूचना एकबारगी चर्चा में है।यह सवाल क्षेत्रीय विधायक प्रमोद कुमार सिन्हा ने उठाया है।मसला काठमांडू-दिल्ली राज मार्ग से जुड़े रक्सौल मुख्य पथ यानी मेन रोड के निर्माण में लापरवाही,अनियमितता ,सुस्ती का है।रक्सौल वासियों द्वारा सडक निर्माण पर उंगली उठाई जा रही है।नेपाल में बदनामी भी हो रही है।लगातार सवाल उठ रहे हैं।
बता दे कि रक्सौल के लक्ष्मीपुर से लेकर बाटा चौक तक बन रही मुख्य सड़क स्थानीय लोगों सहित राहगीरों ,,पर्यटकों,नेपाली ग्राहकों व स्कूली बच्चों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है। अनियमितता बरतने के साथ ही धीमी गति से चल रहे निर्माण कार्य की वजह से स्थानीय लोग एवं व्यापारियों में आक्रोश है और वे काफी क्षुब्ध हैं।इस पर लगातार आवाज उठाई जा रही है,लेकिन,न तो निर्माण कार्य मे गुणवत्ता बहाल हो रही है,ना ही सुस्त चाल में सुधार हो रहा है।दशहरा-दीपावली जैसे पर्व पर एजेंसी ने सड़क निर्माण के लिए गढ्ढे खोद कर न केवल व्यापार को तबाह किया,बल्कि,शहर वासियों को खूब रुलाया ।बावजूद ,सड़क निर्माण में मनमानी थम नही रही।विधायक प्रमोद सिन्हा ने खुद सड़क नीरिक्षण कर निर्देश दिए,समीक्षा बैठक भी की।लेकिन,रवैया नही सुधरा।
इस सड़क निर्माण को ले कर जिला प्रशासन ने ‘वन वे ‘घोषित किया था,जिसकी अवधि भी 3 दिसम्बर को समाप्त हो रही है।इस कारण शासन -प्रशासन को भी कठघडे में खड़ा किया जा रहा है,क्योंकि,रोड कन्स्ट्रक्शन डिपार्टमेंट व निर्माण एजेंसी पर लगाम नही लगाया जा रहा।कोई कार्रवाई नही हो रही।
इस बीच ,धीमी गति से चल रहे निर्माण कार्य को लेकर बिहार विधानसभा में रक्सौल के भाजपा विधायक प्रमोद कुमार सिन्हा ने सवाल उठाया है।उन्होंने पूछा हैं कि क्या मंत्री पथ निर्माण विभाग यह बतलाने की कृपा करेंगे कि पूर्वी चंपारण जिला के रक्सौल शहर के लक्ष्मीपुर से बाटा चौक तक सड़क निर्माण का चौड़ीकरण कार्य विभाग द्वारा कराया जा रहा है ।किन्तु सड़क में गड्ढे खोदकर छोड़ दिये जाने के कारण आये दिन दुर्घटना होती रहती हैं एवं आम लोगों में आवागमन की असुविधा हो रही हैं। यदि ऐसा है तो सरकार सड़क चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण कराने का विचार रखती हैं या नही!नहीं तो क्यों ?
गौरतलब है कि नीतीश सरकार में इस विभाग के मंत्री नितिन नवीन हैं।जो भाजपा से हैं।
इस प्रश्न के जबाब में बिहार सरकार पथ निर्माण विभाग ने आंशिक स्वीकारात्मक उत्तर दिया है जिसमे लिखा है कि वस्तुस्थिति यह है कि रक्सौल शहर के लक्ष्मीपुर से बाटा चौक तक का पथ एनoएचo-28ए का लेफ्ट आउट पर्शन है। इसकी कुल लंबाई 4.445 किoमीo है। एवं टू लेन (7मी) पथ है। लक्ष्मीपुर से नहर चौक का पथांश (83.30किoमीo)में मजबूतीकरण का कार्य कराया जा रहा है।जिसमे 250MM डब्लू.एम. एम. डी.बी.एम. 40एम.एम.बीसी का कार्य कराया जा रहा है। नहर चौक से बाटा चौक तक का पथांश (1.15किoमीo) का कार्य कराया जा रहा है।जिस पथ के बीच मे 1.5मीटर चौड़ा डिवाइडर का निर्माण एवं डिवाइडर के दोनों तरफ 5.50मीo चौड़ा PQC कार्य एवं 700mmx900mm का ड्रेन कार्य कराया जा रहा है।शहरी क्षेत्र में सड़क के एक्सिटिंग लेवल को ऊंचा नही करना है।रक्सौल नगर क्षेत्र में पड़ रहे पथांश सीoएचo 3288 से 4450 मीo तक पथ के चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य के लिए इसी बाध्यता के कारण सड़क के कैरिज अवे का भी बॉक्स कटिंग करवाया गया है। जिसके कारण आम लोगों को कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि रक्सौल शहर का यह पथ व्यापारिक एवं आवागमन के दृष्टिकोण से सबसे व्यस्तम पथ हैं। व्यस्तम पथ होने के कारण दिन में कार्य करना सम्भव नहीं है। इसलिए इस पथांश में रात में कार्य कराया जा रहा है।इन परिस्थितियों में भी कार्य तेजी से कराया जा रहा है।
कार्य प्रारंभ होने के समय ही आमजनों को होने वाली असुविधा को ध्यान में रखते ट्रैफिक के एक लेन को वैकल्पिक मार्ग पर डाइवर्ट कर इस पथांश में ट्रैफिक वन अवे किया गया है जिससे दुर्घटना की संभावना को कम किया जा सके एवं आम लोगो को आवागमन में असुविधा न हो ।