रक्सौल।( vor desk )।एक ओर घर घर टिकाकरण अभियान चल रहा है,दूसरी ओर कोविड के नए वेरिएंट ओमिकरौन को ले कर जारी अलर्ट के बीच स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही भी सामने आ रही है।मिली जानकारी के मुताबिक,रक्सौल पीएचसी द्वारा रेलवे स्टेशन पर कोविड जांच व टिकाकरण में लापरवाही बरती जा रही है।ऐसा मामला मंगलवार को तब देखने को आया,जब,रक्सौल रेलवे स्टेशन पर प्रतिनियुक्त मेडिकल टीम नदारद दिखी।
बताया गया कि इस टीम में रश्मि कुमारी ,नसीम अख्तर व भेरिफायर राजेश कुमार प्रतिनियुक्त किये गए थे।लेकिन,ऊक्त मेडिकल टीम मिथिला एक्सप्रेस के समय और उसके बाद भी स्टेशन पर मौजूद नही दिखी।जब vor team जब पहुँची तो प्लेटफार्म पर बने पीएचसी का कैम्प खाली दिखा,जबकि,कई यात्री जांच व टिकाकरण के लिए भटकते देखे गए ।टीम के नही रहने से वे इंतजार कर वापस लौट गए।
जबकि, केंद्र व राज्य सरकार का सख्त निर्देश है कि दूसरे राज्य व देश से आने वाले लोगों की कोविड जांच की जाए।नेपाल से आये भारतीय नागरिको का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए।लेकिन,इस निर्देश की धज्जियां उड़ाई जा रही है।क्योंकि,इस स्टेशन पर आवाजाही करने वालों में नेपाली नागरिकों समेत विदेशी नागरिक भी होते हैं ऐसे में यहां संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है।
पूछने पर स्वास्थ्य प्रबन्धक आशिष कुमार ने इनकार किया कि टीम मौजुद नही थी।उनके मुताबिक, रक्सौल स्टेशन पर मंगलवार को 10 लोगों को टिका दिया गया ।वहीं,38 लोगों की कोविड जांच की गई।एक भी पॉजिटिव नही मिला।उन्होंने कहा कि इस तरह की शिकायत मिली तो जांच की जाएगी।उन्होंने दावा किया कि रक्सौल में फस्ट डोज 99.76 प्रतिशत पूर्ण हो गया है।सेकेंड डोज 65 प्रतिशत हो चुका है।जांच से कई लोग बचते हैं।