Friday, November 22

आठ दिनों से आमरण अनशन पर बैठे रणजीत सिंह के समर्थन में रक्सौल बाजार बन्द, विरोध-प्रदर्शन !

-स्वच्छ रक्सौल के अध्यक्ष रणजीत सिंह की तबियत नाजुक,जान पर खतरा !

15 अगस्त से 14 सूत्री मांगों को ले कर जारी है आंदोलन,सरकार व प्रशासन की बनी हुई है चुप्पी

रक्सौल।(vor desk )।विगत आठ दिनों से 14 सूत्री मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठे स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह के आंदोलन के समर्थन में मंगलवार को रक्सौल बन्द कराया गया।संस्था के कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने शहर के व्यवसायियों से दुकान बंद करने की अपील की ।साथ ही विरोध प्रदर्शन करते हुए मुख्य पथ को अवरुद्ध कर सरकार विरोधी नारेबाजी की।बन्द का मिला जुला असर रहा।
इधर,रणजीत सिंह की स्थिति नाजुक होती जा रही है। आमरण अनशन पर बैठे रणजीत सिंह के स्वास्थ्य की जांच रक्सौल पीएचसी के चिकित्सक डॉ0 राजीव रंजन व डॉ0 मुराद आलम ने की।बीपी 90/40,पल्स 62 था।उन्होंने जान पर खतरा बताते हुए आगाह किया तथा अविलम्ब भोज्य व तरल पदार्थ लेने की सलाह दी।इस रिपोर्ट पर फिलवक्त रक्सौल पुलिस ने कोई पहल नही की है।शासन-प्रशासन ने अब तक सुध नही ली।

वहीं,रणजीत सिंह ने कहा कि मैं तीसरी बार अनशन पर बैठा हूँ।जो आश्वासन जन प्रतिनिधि व अधिकारी देते आये हैं।उन्ही मांगों को पूरा करने के लिए आंदोलन चल रहा है।वायदा खिलाफी के कारण ही आमरण अनशन पर बैठना पड़ा है। जन समस्याओं के निदान के लिए पीएम व सीएम तक पत्र लिखा गया।मगर,कोई सुनवाई नही हो रही है। उन्होंने कहा कि मैं सर पर कफ़न बांध कर बैठा हूँ।या तो मांग पूरा कीजिये।समस्याओं का शव जलाइए।अन्यथा अर्थी उठाने को तैयार रहिये।

इस बीच,उनके आंदोलन को ई रिक्शा चालक,एबिभिपी कार्यकर्ता,शिक्षक,विद्यार्थी,व्यवसायी वर्ग समेत विभिन्न संघ संस्था के लोगों ने समर्थन करते हुए मांगो को जायज बताया और निदान की अपील की।कहा गया कि रणजीत सिंह का आंदोलन खुद के लिए नही,बल्कि,रक्सौल के लिए है।ऐसे में यदि सरकार,प्रशासन नही सुनती तो कड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा।

बता दे कि स्वच्छ रक्सौल संस्था के द्वारा 14 सूत्री मांग को ले कर आंदोलन व आमरण अनशन जारी है।जिसमे रक्सौल के पूर्वी व पश्चिमी दोनो रेलवे ढ़ाला पर ओवरब्रीज निर्माण, स्टेशन से तुमड़िया टोला तक लोगों के आवागमन की सुविधा को लेकर एफओबी का निर्माण अर्ध निर्मित स्टेशन रोड का निर्माण व इसकी जांच कर कार्रवाई ,आवारा पशू नियंत्रण, एन एच से आईसीपी तक फोरलेन सड़क का निर्माण, नेपाली नंबर का इंट्री सिस्टम लागू करने, मुख्य सड़क को अतिक्रमण मुक्त कराकर ट्राफिक पुलिस बहाल कर जाम से मुक्ति दिलाने, सरिसवा नदी मे वीरगंज नगरपालिका द्वारा प्रतिदिन गिराए जा रहे कचरा पर रोक लगाने, पार्किड स्थल की व्यवस्था करने, व्यवहार न्यायालय की स्थापना करने, रक्सौल को जिला घोषित करने की मांग शामिल है।

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