रणजीत सिंह की स्थिति चिंताजनक,अनुमंडल व रेल प्रशासन को दी गई लिखित अल्टीमेटम!
रक्सौल।( vor desk )।स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह के आमरण अनशन व 14 सूत्री मांगो को ले कर जारी आंदोलन के समर्थन में मंगलवार यानी 27 अगस्त को रक्सौल बन्द का आह्वान किया गया है।स्वच्छ रक्सौल संस्था के स्वयंसेवको ने शहर में इसको ले कर बाइक जुलूस निकाली और आम जनों से समर्थन देने की अपील की।नेतृत्व कर रहे राजू उपाध्याय ,ओम कुमार,अमलेश श्रीवास्तव समेत अन्य ने कहा कि रणजीत सिंह अपने लिए नहीं, शहर की बेहतरी के लिए आमरण अनशन कर रहे हैं।इसलिए रक्सौल बन्द को सफल करें।शासन प्रशासन उपेक्षा कर रही है।इसको ले कर सड़क पर उतरें।
इधर,स्वच्छ रक्सौल संस्था के आंदोलन को रक्सौल के जन समस्या से मुक्ति को ले कर नैतिक समर्थन देते आ रहे एबीभिपी अब खुल कर सामने आ गई है।और मुखरता से समर्थन दिया।साथ ही अनुमंडल व रेल प्रशासन को एक ज्ञापन सौंप कर कहा कि आठ दिनों से आमरण अनशन पर बैठे रणजीत सिंह की तबियत बिगड़ गई है।यदि उन्हें कुछ हुआ तो यह जिम्मेंवारी सरकार व प्रशासन की होगी।क्योंकि,इससे उतपन्न अप्रिय हालात निश्चय ही प्रशासन के नियंत्रण के बाहर होगी।
वहीं,पूर्व नगर पार्षद शबनम आरा ने इस मामले को ले कर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को पत्र लिख कर बस्तु स्थिति से अवगत कराते हुए हस्तक्षेप की मांग की है।
इसी बीच रक्सौल पीएचसी के चिकित्सक डॉ मुराद आलम ने आंदोलन स्थल पर पहुच कर रणजीत सिंह के स्वास्थ्य की जांच की और स्वास्थ्य के गिरते स्तर पर चिंता जताते हुए ग्लूकोज सलाईन चढ़ाने की जरूरत बताई।बीपी 90/64 व पल्स 74 था।इस पर रणजीत सिंह ने अस्पताल जाने व इलाज कराने से साफ मना कर दिया।कहा कि यदि इतनी चिंता है तो हमारे मांगो पर विचार किया जाए।निर्णायक रास्ता बताया जाए।डीएम व डीआरएम आएं।समाधान की घोषणा करें।नही तो अर्थी उठाने को तैयार रहें।
इधर,बिगड़ते स्वास्थ्य की सूचना से रक्सौल में चर्चा परिचर्चा तेज रही।तो आंदोलन स्थल पर वक्ताओं में काफी आक्रोश दिखा।सम्भावना संस्था के संग़ठन मंत्री रविन्द्र मिश्रा,समाजिक कार्यकर्ता जय कुमार अजेय,एबिभीपी नेता सुबोध कुमार, छात्र संघ नेता प्रशांत कुमार ने कहा कि शांतिपूर्ण आंदोलन की उपेक्षा लोकतंत्र का दमन है।जनता की आवाज यदि नही सुनी गई।तो इसके गम्भीर परिणाम हो सकते हैं।उन्होंने कहा कि देश जब स्वतन्त्रता दिवस मना रहा था।उसी रोज रणजीत सिंह ने समस्याओं का शव ले कर अनवरत धरना और फिर आमरण अनशन पर बैठ गए।लेकिन,न तो जनप्रतिनिधियो व न सक्षम अधिकारियों ने सुध ली।उन्होंने आह्वान किया कि विरोध में रक्सौल बन्द को सफल बनायें।
इस आंदोलन को नैतिक समर्थन देने के लिए सोमवार को बड़ी संख्या में प्रबुद्धजन व स्कूल,कोचिंग के छात्र पहुँचे।
इस दौरान बाइक व जन जागरण अभियान में सुबोध कुमार,प्रशांत कुमार, दामोदर कुमार, सूरज कुमार,प्रभात कुमार,अंकित कुमार, रौशन कुमार, अभिषेक कुमार, संतोष कुमार, रिषु कुमार, आकाश अग्रवाल, ओम साह, राजू उपाध्याय, दीपेंद्र कुमार, अरविंद कुमार,रूपेश कुमार, विकाश कुमार,प्रतीक साहनी,मिथलेश कुमार, रमाशंकर यादव,राज कुमार,राजेश्वरगुप्ता गुप्ता,धीरज कुमार,लक्ष्मीकांत पटेल,म.तैमुल्लाह,विवेक कुमार, अमलेश श्रीवास्तव शामिल रहे।