13 दिन बीत जाने के बाद भी दोहरे हत्याकांड का खुलासा नहीं कर सकी पुलिस— कांग्रेस नेता रामबाबू यादव
रक्सौल।( vor desk )।रक्सौल के प्रसिद्ध सर्राफा व्यवसायी कपिल देव सर्राफ व उनके पौत्र चन्दन उर्फ बजरंगी की हत्या 13 सितम्बर को कर दी गई थी।उसके बाद शनिवार को श्राद्ध कर्म भी सम्पन्न हो गया।इस मामले को ले कर जारी सियासत के बीच क्षेत्रीय बीजेपी विधायक प्रमोद कुमार सिन्हा और विपक्ष के कांग्रेसी नेता राम बाबू यादव समेत रक्सौल के सियासी दिग्गज प्रखण्ड के परसौना तपसी गांव स्थित स्व सर्राफ के आवास पर पहुंच कर सांत्वना दी।
हत्याकांड को ले कर कायम भूल भुलैया के बीच शहर के लोग भले ही इस डब्बल मर्डर कांड को भुला जाने की स्थिति में आ गए हों,लेकिन,इस गांव के लोग एक साथ दो दो अर्थी को कंधा देने की बात नही भूलें हैं।गांव में उमडे लोग भी इस बात के गवाह हैं कि दिवंगत शख्सियत की अपनी हस्ती थी।और उनके रिश्तेदार आईएस हैं।
इस परिवार ने पहले बड़े पुत्र अजय सर्राफ और अब घर के अभिभावक और रिश्ते के पौत्र की हत्या देखी है।स्वभाविक तौर पर टूटना तय है।
वह पुतूल देवी जो जिला पार्षद चुनाव में काउंटिंग के दौरान केसीटीसी गेट पर धरना पर बैठ गई थी और री काउंटिंग में जिला पार्षद निर्वाचित हुए थी,इस पहाड़ से गम ने उनके चेहरे की हंसी खुशी तो छीन ही ली है।दो दो हत्याकांड के बाद उनकी आवाज भी मुखर नही हो पा रही।यह परिवार इतने दहशत में है कि घर मे ताला बंद कर रहना पड़ता है।अनजाने भय से वे खामोशी में जीने को विवश दिखते हैं।
उन्हें भय मुक्त करने की जिम्मेवारी प्रशासन की थी।न्याय की जिम्मेवारी शासन की है।लेकिन, इस डब्बल मर्डर का उलझाव इस कदर है कि कांग्रेस नेता व पूर्व विधान सभा प्रत्याशी राम बाबू यादव सीबीआई जांच की मांग कर चुके हैं।उन्होंने यह भी सवाल खड़े किए कि स्व0 कपिल देव सर्राफ निवर्तमान सांसद स्व डॉ0 मदन जायसवाल के करीबी और प्रतिनिधि थे।लेकिन,उनकी हत्या पर सांसद डॉ संजय जायसवल चुप क्यों हैं?यह घटना उनके क्षेत्र की है और वे प्रदेश अध्यक्ष हैं,तो फिर उन्होंने मुहं क्यों बन्द कर रखा है।दुःख की घड़ी में वे आंसू पोछने क्यों नही पहुंचे?इस परिवार को न्याय दिलाने में पीछे क्यों हैं।
इस मामले की जांच के लिए पूर्वी चंपारण के एसपी नवीन चन्द्र झा यहां पहुंचे और बैठक तथा निर्देश देने के बाद वापस लौट गए।
उसके बाद न तो कोई गिरफ्तारी हुई और ना ही अग्रतर कार्रवाई का कोई खुलासा हुआ!लोग यह सवाल खड़े कर रहे हैं कि क्या यह मामला दब गया?
लेकिन,कांग्रेस नेता राम बाबू यादव इस पर चुप रहने के मूड में नही हैं ।वे खीझते हुए सवाल करते हैं कि -रक्सौल के व्यापारी व उनका संगठन चुप क्यों है?आखिर किसके डर से लोग मुखर नही हो रहे?क्यों नही न्याय की मांग हो रही है?
उन्होंने रक्सौल के सुप्रसिद्ध स्वर्ण व्यापारी व श्री ज्वेलर्स के संचालक कपिल देव सर्राफ व उनके पोते की मौत सियासत ,भू -माफिया व पुलिसिया सांठ गांठ से जोड़ कर देखते हैं।वे कहते हैं कि यदि इस मसले पर रक्सौल चुप हो गया,तो आगे के दिनों में दुर्दिन झेलने होंगे।एक एक कर सभी व्यापारी व शरीफ लोगों का जीना मुहाल हो जाएगा।
वे सुशासन की एनडीए सरकार पर हमला करते हुए कहते है कि नीतीश बाबू का न्याय कहाँ गया?कोई सुरक्षित नही रह गया है।एक ही दिन तीन तीन मर्डर होता है कार्रवाई शून्य है।महाजंगल राज आ गया है।
उन्होंने एलान किया है कि इस मामले को ले कर वे सड़क पर उतरेंगे।सबसे पहले धिक्कार यात्रा शुरू कर व्यापारियों के बीच जाएंगे।धिकारेंगे कि आखिर व्यापारी क्या चूड़ी पहन रखे हैं?वे बताएंगे कि यह वही रक्सौल है ,जो,अपराधियो को नही बख्शता।इस डब्बल मर्डर के बाद अपराधी सामने हैं।पुलिस -प्रशासन चुप है।
उन्होंने कहा है कि आंदोलन चलेगा।चरण बद्ध आंदोलन में धरना,सड़क जाम और बाजार बंद से होते हुए अनिश्चिततकालीन आंदोलन छेड़ा जाएगा।वे यह भी कहते हैं कि -मुझे जेल भी जाना पड़े तो नही हिचकेंगे…क्योंकि,जब रखवाले ही ‘ खतरा’ हो तो खतरे से तो खेलना ही पड़ेगा।नही तो तिल तिल कर जलना पड़ेगा।उन्होंने सवाल किया कि एसएसआई संजय सिंह किसके इजाजत से अपने डेरा पर दरबार लगाता था?इसका ब्यौरा पुलिस महकमा क्यों नही सार्वजनिक कर रहा है?भूममाफ़ियाओं की दलाली कौन लोग करते हैं?इसका जवाब जिला प्रशासन को देना होगा।
उन्होंने कहा कि प्रशासन निष्पक्ष होकर काम करें और अपनी नीति अविलंब रक्सौल वासियों के सामने स्पष्ट करें ,क्योंकि,अब तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी क्यों नहीं हो सकी यह चर्चा का विषय बना हुआ है।
बता दे कि इस डब्बल मर्डर कांड के सिलसिले में दो केश दर्ज है।एक नकली एसपी बन कर कॉल करने का।जिंसमे गंगा राय व राम प्रसाद की गिरफ्तारी हुई है।एएसआई संजय सिंह को लाइन हाजिर किया गया है।वहीं,पलनवा थाना में दर्ज हत्या कांड की प्राथमिकी में मृतकों के परिजनों द्वारा दिनेश महासेठ व मधु राय समेत एक अज्ञात को नामजद किया गया है।मौत से पहले स्व-सर्राफ ने कहा कि घटना का कारण जमीन विवाद है।वीडियो में यह कहा कि तीन लोग बाइक पर थे।उपरोक्त दोनो का नाम बताया और एक कि पहचान नही बता पाए!लेकिन,नए एएसपी चन्द्र प्रकाश के पदस्थापना के बाद यह पहला केश है।जो पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है।पुलिस के कार्यशैली पर सबो की नजर बनी हुई है।