रक्सौल।( vor desk )।कोरोना संक्रमण के तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए नेपाल के वीरगंज बॉर्डर पर कोरेंटाइन सेवा उपलब्ध कराने हेतु होल्डिंग सेंटर का निर्माण कार्य शुरू किया गया है।इस होल्डिंग सेंटर का निर्माण रक्सौल-वीरगंज मुख्य मार्ग पर इनरवा में अवस्थित नेपाली कस्टम के गोदाम एरिया में किया जा रहा है।इसमे भारत से वीरगंज बॉर्डर हो कर आने वाले लोगों की स्वास्थ्य जांच के बाद संक्रमित पाए जाने के उपरांत 10 से 14 दिन तक कोरेन्टीन किया जा सकेगा।इस पर करीब 28 करोड़ की लागत आएगी।वहीं,एक हजार लोगों के रहने,खाने व निःशुल्क चिकित्सा सेवा आदि की सुविधा मिल सकेगी।फिलवक्त इस होल्डिंग सेंटर में एक प्रशासनिक भवन,एक सेंट्रल किचन,20 हॉल समेत कुल 22 भवन निर्मित हो रहा है।एक कोरेन्टीन हॉल में 50 लोग रह सकेंगे।
मिली जानकारी के मुताबिक,देश को संक्रामक रोग या कोरोना महामारी से बचाने के लिए नेपाल सरकार की योजना के तहत उक्त होल्डिंग सेंटर का निर्माण किया जा रहा है।नेपाल सेना के व्यवस्थापकीय जिम्मेवारी में हो रहे उक्त निर्माण कार्य चल रहा है।
नेपाल सेना के एक अधिकारी ने बताया कि भारत से लगे नेपाल के वीरगंज समेत 10 बॉर्डर पॉइंट पर यह होल्डिंग सेंटर बन रहा है।जिसके लिए करीब 2 अरब 25 करोड़ की बजट निर्धारित है।वहीं,ललित पुर स्थित कंस्ट्रक्शन कंपनी हनुमान कंस्ट्रक्शन को निर्माण के लिये अधिकृत किया गया है।बताया गया है कि नेपाल के पर्सा,झापा,मोरंग,रूपनदेही,कपिलवस्तु,नेपाल गंज ,कैलाली समेत अन्य बॉर्डर पर यह होल्डिंग सेंटर बन रहा है।
( फ़ोटो:राधेश्याम पटेल )