रक्सौल।(vor desk) इग्नू दुनिया का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय है, जहां छात्रों को लर्नर्स तथा शिक्षकों को काउंसलर कहा जाता है। इग्नू सभी के लिए खुली शिक्षा व्यवस्था है जो उच्च, तकनीकी एवं व्यावसायिक शिक्षा प्रदान करने वाला ना केवल विद्यार्थी संख्या की दृष्टि से बल्कि अध्ययन गुणवत्ता की दृष्टि से भी विश्व का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय है। इसे गत जनवरी में नेट द्वारा ए प्लस प्लस ग्रेड प्राप्त हुआ है। उक्त बातें इग्नू के क्षेत्रीय केंद्र दरभंगा के वरीय निदेशक डॉ. शंभू शरण सिंह ने कही। वे दिनांक 9 जून 2021 बुधवार को केसीटीसी कॉलेज रक्सौल के इग्नू अध्ययन केंद्र के तत्वाधान में आयोजित जनवरी 2021 सत्र में नामांकित विद्यार्थियों के वर्चुअल इंडक्शन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। डॉ. सिंह ने कहा कि इग्नू विद्यार्थियों के घर तक शिक्षा को पहुंचाता है। कोरोना काल में भी इग्नू ने शिक्षा के लिए सराहनीय कार्य किया है। मुख्य वक्ता सहायक निदेशक डॉ. राजीव कुमार ने कहा कि इंडक्शन कार्यक्रम विविध जानकारी प्रदान कर विद्यार्थियों को अध्ययन के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने नामांकित छात्र छात्राओं को इग्नू से जुड़ी सारी व्यवस्थाओं की जानकारी दी। नामांकन, पाठ्यपुस्तकें वितरण असाइनमेंट जमा करने, परीक्षा फ़ॉर्म जमा करने की पुरी जानकारी दी।
विशिष्ट अतिथि केसीटीसी कॉलेज के इग्नू समन्वयक प्रो. (डॉ.) अनिल कुमार सिन्हा ने कहा कि विश्व स्तरीय अध्ययन सामग्री की उपलब्धता कराने वाला इग्नू विद्यार्थियों को ना केवल प्रमाण पत्र बल्कि उत्तम शिक्षा भी देता है। उन्होंने सीमावर्ती एवं शिक्षा की दृष्टि से अति पिछड़े क्षेत्र के लिए वरदान साबित हुआ है। उन्होंने इस केन्द्र पर हर सहयोग देने के लिए क्षेत्रीय निदेशक डॉ. शंभूशरण सिंह एवं सहायक निदेशक डॉ. राजीव कुमार का स्वागत करते हुए आभार व्यक्त किया। विशिष्ट वक्ता केसीटीसी कॉलेज इग्नू के सहायक समन्वयक डॉक्टर अनिल कुमार ने कहा कि इंडक्शन कार्यक्रम से छात्र अपने साथियों एवं शिक्षकों से जोड़ते हैं। अध्यक्षीय संबोधन में प्राचार्य डॉ. जयनारायण प्रसाद ने कहा कि इग्नू अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय है जो शिक्षा का लोकतंत्रिक करण कर उसे छात्रों के द्वार तक पहुंचाता है। उन्होंने छात्रों को सौभाग्यशाली बताते हुए कहा कि इग्नू की अध्ययन सामग्री के अध्ययन से उनके शैक्षणिक जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन आएगा। धन्यवाद ज्ञापन निशांत सिंह ने किया। प्रेरणा सत्र में संजीत कुमार, राहुल राउत, श्रीकिशुन प्रसाद, ई. रत्नेश कुमार सिन्हा, ऋष्टि गुप्ता, अभिषेक कुमार, वीना कुमारी, मोमित लाल, उज्ज्वल सिंह, आफ़ताब आलम, तबस्सुम जहां, राजू कुमार पंडित, सुजित ओझा व दिपू यादव सहित सैंकड़ों विद्यार्थि जुड़े थे।