रक्सौल।( vor desk )।रक्सौल के डंकन हॉस्पिटल में भर्ती कोविड संक्रमित मरीज राम शरण साह के छत से कूद कर मरने के मामले की जांच शुरु कर दी गई है।एसडीएम आरती व एसडीपीओ सागर कुमार झा के नेतृत्व में पहुंची प्रशासनिक टीम ने शनिवार की दोपहर जांच पड़ताल की और घटना स्थल का निरीक्षण किया।बता दे कि इस हॉस्पिटल को जिला प्रशासन में 60 बेड वाले डेडिकेटेड कोविड केयर हॉस्पिटल का दर्जा दे रखा है।
इसी अस्पताल में 20 मई से भर्ती पलनवा थाना क्षेत्र के पिपरिया निवासी योगेंद्र साह का 35 वर्षीय पुत्र राम शरण साह भर्ती था,जो एक गरीब परिवार का था।नेपाल में राज मिस्त्री का काम करता था।वह गुरुवार यानी 27 मई को ही तकरीबन ठीक होने के बाद आईसीयू से डिस्चार्ज कर जेनरल वार्ड में आया था।लेकिन,शाम में अचानक से छत से कूदने से मौत हो गई।इस मामले में डीएम कपिल शीर्षत अशोक ने जांच के आदेश दिये हैं।जिसके लिए टीम गठित कर दी गई है।
जांच टीम यह पता लगाने में जुटी हुई है कि मौत की असली वजह क्या है।क्या वाकई राम शरण ने आत्महत्या कर ली।तो इसके पीछे क्या कारण था।क्या वह लगातार कोविड मरीजों की मौत से डर गया था?या फिर वह अस्पताल के मोटे बिल से परेशान था।या इसके अलावें कोई वजह थी,जिस कारण वह आत्महत्या को विवश हुआ।
दुसरी ओर यह भी जांच के केंद्र में है कि कोविड वार्ड से आखिर वह छत पर क्यों और कैसे गया? हादसे के पीछे क्या वजह है!
इसी वजह से जांच टीम ने डंकन अस्पताल मे घटना स्थल का भी निरीक्षण कर विभिन्न कोणों से जांच पड़ताल की,जहां मौत के वक्त खून के धब्बे लगे थे।टीम ने तीसरी मंजिल का भी मुआयना किया,जहां से उक्त मरीज कूदा था।जिस कोविड वार्ड में मरीज एडमिट था,इसको भी देखा गया। इसके साथ ही सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की गयी।इस घटना की पड़ताल के क्रम में डंकन हॉस्पिटल के सभा कक्ष में डंकन प्रबन्धन व डॉक्टरो के साथ मेडिकल टीम से भी पूछ ताछ व विभिन्न पहलुओं पर जानकारी ली गई । इस दौरान मृतक रामशरण साह(35 ) की पत्नी बंदना देवी,प्रत्यक्षदर्शी रणजीत सिंह एक अन्य कोविड मरीज स्व0 अजीत श्रीवास्तव की पत्नी रानी देवी का ब्यान लिया गया।रानी वहां मौजूद नही थी,लिहाजा वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बयान लिया गया। तीनो ने बताया कि राम शरण कोविड से ठीक हो रहे थे।लेकिन,अस्पताल में मौत की खबर सुन कर बार बार घर ले चलने के लिए कह रहे थे।इसी बीच डॉक्टरो की सलाह पर दो तीन दिन रुकने को कहा गया।शाम में पत्नी वंदना ने भोजन कराया ।जिसके बाद वे अस्पताल के छत पर गया और अचानक से छलांग लगा कर जान दे दी।इस बीच बताया गया कि उस वक्त कोविड वार्ड मे न तो कोई नर्स थी,न अन्य स्वास्थ्यकर्मी था और न ही कोई सुरक्षा गार्ड था।जांच टीम को यह भी बताया कि राम शरण फ्रस्टेशन में रह रहा था।डंकन अस्पताल का करीब 87 हजार का बिल बना था,जिसका इंतजाम किया जा रहा था।
बाबत एसडीएम आरती ने बताया कि मामले की जांच अभी चल रही है।जांच करने मोतिहारी से भी अधिकारी आए हैैं। जांच के बाद इसकी रिपोर्ट पूर्वी चम्पारण के डीएम शीर्षत कपिल अशोक को सौंपा जाएगा। जांच टीम में मोतिहारी से आए अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डा0 प्रवीण किशोर सिंह,जिला महामारी नियंत्रण विशेष पदाधिकारी डा0 राहुल राज, एसडीपीओ सागर कुमार, डीसीएलआर रामदुलार राम,कार्यपालक दण्डाधिकारी संतोष कुमार सिंह, सीओ बिजय कुमार नप के इओ गौतम कुमार ,हरैया थाना प्रभारी गौतम कुमार,डंकन अस्पताल के मुख्य प्रबंधक डा0 चंदेश्वर सिंह,मेडिकल डाइरेक्टर डॉ प्रभु जोसफ,डॉ नवीन,प्रबन्धक मिस्टर माईकल,पीआरओ राकेश आदी शामिल थे।