-आस पास के लोगों ने आवागमन का मार्ग भी किया अवरुध्द,इसलिए नदी पार अंत्येष्टि करने की मजबूरी
रक्सौल।( vor desk )।पूर्वी चंपारण के जिला प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमितो के शव के अंतिम संस्कार के लिए रक्सौल में अधिकृत किया गया शव दाह गृह पूरी तरह बदहाल है।शहर के वार्ड 25 स्थित सरस्वती शिशु मन्दिर स्कूल के समीप खेखरिया में अवस्थित स्थित उक्त मुक्ति धाम के अर्द्ध निर्मित व बदहाल रहने से काफी परेशानी हो रही है।यही नही स्थानीय लोगों ने इस स्थल तक पहुंचने का मार्ग भी अवरुध्द कर दिया गया है,ताकि,यहां अंतिम संस्कार नही हो सके।इस कारण लोगों को नदी पार अंतिम संस्कार के लिए जाना पड़ रहा है।वहीं,उक्त मोक्ष धाम के अव्यवस्थित रहने से लोग अगल बगल में ही अंतिम संस्कार कर देते हैं।जिस कारण पीपीई किट व अन्य सामग्री यत्र बिखरी हुई है,जिससे लोगो को कठिनाई हो रही है।
बताते हैं कि उक्त मोक्ष धाम शहर के सुप्रसिद्द व्यवसायी स्व0 गोपीराम धनोठिया व पार्वती देवी के स्मृति में उनके जीवन काल मे भूमि दान दे कर बनवाया गया था।जिसे अब नगर परिषद ने अधिग्रहित कर लिया है और उसे 41 लाख 28 हजार की लागत से व्यवस्थित ढंग से मुक्ति धाम बनाने की योजना बनी।जिसके लिए टेंडर भी किया गया।जो अब तक आधा अधूरा पड़ा हुआ है।
बताया गया है कि यहां कच्छप गति से पिछले एक साल से निर्माण कार्य चल रहा है।स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह ने पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी को शिकायत भेज के निर्माण में अनियमितता व मोक्ष धाम की अव्यवस्था की जांच कराने व उचित करवाई की मांग की है।उनका कहना है कि लूट खसोट के कारण वार्ड 25 के अलावे वार्ड 1 व 4 में भी मुक्ति धाम अधूरा व अव्यवस्थित स्थिति में है।जिसकी सुध लेनी जरूरी है।उन्होंने बताया कि करीब 1 करोड़ की लागत से तीनों मुक्ति धाम का निर्माण नागरिक सुरक्षा मद से निर्मित होना था।वार्ड 1 में 28 लाख 13 हजार व वार्ड 4 में 29 लाख 45 हजार की लागत निर्धारित थी।लेकिन,इसकी जांच हो तो सच सामने आ जायेगा।इसके बदहाली से नागरिको को अंत्येष्टि के लिए भटकना पड़ता है।
तुमड़िया टोला वार्ड 1 स्थित मुक्ति धाम की हालत भी बदहाल
वहीं,धनोठिया परिवार के दिनेश धनोठिया ने बताया कि करीब दो कट्ठा जमीन पर हमारे परिवार ने मुक्ति धाम को बनवाया गया था,लेकिन,दु:खद है कि यह बदहाल स्थिति में है।उनका कहना है कि यहां विधुत शव दाह गृह की जरूरत है।नगर परिषद को इसकी पहल करनी चाहिए।
इस बाबत जब नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी आनन्द गौतम से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मामले जांच कराई जा रही है।उचित कदम उठाया जाएगा।