Monday, November 25

रक्सौल के सरकारी कोविड केयर सेंटर में अखिलेश ने जीती कोविड से जंग, तालियों के बीच दी गई विदाई !

रक्सौल।(vor desk )।कोरोना संक्रमण के इस खतरनाक दौर में अस्पतालों में इन्ट्री में भी परेशानी हो रही है, इलाज तो दूर की बात है।ऐसे ही परिस्थिति से रु ब रु हुए एक युवा अखिलेश ने अस्पताल में जगह नही मिलने पर हिम्मत नही हारी।शहर के हजारी मल हाई स्कूल स्थित अस्थाई कोविड केयर सेंटर में पिछले 2 मई को उन्हें क्रिटिकल स्थिति में भर्ती किया गया था।तब उनकी स्थिति बोलने लायक नही थी।छौड़ादानो प्रखण्ड के दरपा थाना क्षेत्र अंतर्गत पिपरा गांव निवासी अखिलेश राउत ने अपने हिम्मत,आत्म बल और परहेज के बूते कोरोना से जंग जीत ली।सोमवार को 15 दिन बाद अखिलेश को सम्मान विदा किया गया।

इससे पहले बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ 0 संजय जायसवाल व विधायक प्रमोद सिन्हा के साथ एसडीओ आरती ने भी पहुंच कर कोरोना से जंग जीत चुके अखिलेश से मुलाकात की और हौसला बढ़ाया।

इस मौके पर अपने जीवन की आस छोड़ चुके अखिलेश के आंखों से आंसू छलक पड़े।उन्होंने आप बीती बताते हुए कहा कि मैंने तो हॉस्पिटल में जगह नही मिलने पर जीवन की आस ही छोड़ दी थी।पास में पैसे थे,लेकिन,मोतिहारी से ले कर रक्सौल तक किसी हॉस्पिटल ने भर्ती नही किया।

उसने बताया कि परिजनों ने स्थिति गम्भीर होने पर मोतिहारी से ले कर रक्सौल तक के सभी नामी गिरामी हॉस्पिटल में गिड़गिड़ाया,लेकिन,मेरी स्थिति देख कर हर जगह से टरका दिया गया।मेरे एक रक्सौल के रिश्तदार ने यहां अस्थाई कोविड सेंटर खुलने की जानकारी देते हुए यहां पहुंचने को कहा।उस समय ऑक्सीजन लेबल 32 था,जब इन्ट्री मिली तो 52 । था,सांस लेने में काफी दिक्कत थी।बोल नही पा रहा था।लग रहा था अब जान निकल जायेगी।लेकिन,यहां भर्ती किया गया,और आज मैं चिकित्सक डॉ राजेन्द्र प्रसाद सिंह ,डॉ आफताब आलम,डॉ जीवन चौरसिया,नर्सिंग स्टाफ अमरजीत बर्मा,वीणा कुमारी,प्रिंस कुमार,सुजाता रानी,ज्योत्स्ना कुमारी,अरशद आलम के सेवा भाव व इलाज से ठीक हो गया।इन सब को जितना भी धन्यवाद दूँ,बहुत कम होगा।

अखिलेश:

इस मौके पर पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदधिकारी डॉ एसके सिंह ने अखिलेश को घर जाने की इजाजत दी,तो,कहा कि सरकारी अस्पताल में मैं ठीक हो गया।लेकिन,ऐसा मेरे साथ हुआ है।उन्होंने बताया कि पिछले दिनों मेरे वार्ड में ही एक रेल स्टाफ की कोरोना से मौत हो गई थी,इसने मुझे हिला दिया।लेकिन,मैंने हार नही मानी, मुझे डर हो गया था।लेकिन, मैंने अपने को इससे निकाला और ठाना की मुझे जीना है।और अब जी रहा हूँ।

विदाई के क्रम में भारत विकास परिषद के उपाध्यक्ष कमल मस्करा ने अखिलेश को मास्क व सैनिटाइजर प्रदान किया ।सोमवार की शाम उपस्थित डॉक्टरों व मेडिकल स्टाफ ने ताली बजा कर हौसलाफजाई करते हुए विदा किया।डॉ आरपी सिंह ने बताया कि हमे खुशी है कि हम यहां सीमित संसाधनों के बीच अंतिम सांस ले रहे मरीज को ठीक कर घर भेजने का काम किया है।यह प्रयास जारी रहेगा।

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