रक्सौल।( vor desk )।टिका उत्सव मना चुके रक्सौल में कोविड टिका लेना टेढ़ी खीर साबित हो रही है।कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच टिकाकरण की लहर धीमी पड़ रही है। दो दिनों से टिकाकरण बन्द होनेे से रक्सौल में नागरिक टिका के लिए परेशान हैं।दर -दर की ठोकड खाने को विवश हैं।युवा दूसरे प्रखंडो में 15 से 50 किलो मीटर तक की दौड़ लगा कर टिका हासिल करने की होड़ में हैं।सबसे ज्यादा परेशानी सही सुचना नही मिलने और एप्स पर स्लॉट एपोइमेन्ट के झंझट से हो रही है।कई दिनों से दौड़ लगा रहे एडवोकेट रविन्द्र कुमार सिंह इसलिए मायूस है कि वे दूसरे डोज के लिए परेशान हैं।लेकिन,कभी वैक्सीन खत्म ,तो,कभी भीड़ से वे वंचित हो जा रहे हैं।इसी तरह उनकी शिक्षिका पत्नी प्रमिला देवी भी पहले डोज के लिए परेशान हैं।इस बीच शनिवार व रविवार को टिकाकरण बन्द रहा।पीएचसी द्वारा कोई व्हाट्सएप पर नियमित जारी की जाने वाली सूचना भी जारी नही हुई।क्योंकि,असमंजस था।वैक्सीन सुबह भी मुहैया कराई जा रही है।ऐसे में उहापोह की स्थिति रही।इस कारण बड़ी संख्या में लोग शहर के टिकाकरण केंद्र जा पहुंचे।भीड़ लग गई और हंगामा भी हुआ।स्थानीय पपू जैन ( 48 )ने बताया कि शुक्रवार को उन्होंने परिवार के अन्य सदस्यों को वैक्सीन दिलाई।लेकिन,वैक्सीन की कमी से उन्हें कल आने को कहा गया।आज टिकाकरण ही नही हुआ।निराश हो दौड़ लगा कर वापस आना पड़ा।इसी तरह चंदन गुप्ता, तनु अग्रवाल,ज्योति कुमारी आदि ने बताया कि 18 से 44 की उम्र के लिए पोर्टल खुलने का इंतजार ही करते रह गए,लेकिन,कोविन एप्प,आरोग्य सेतू पर स्लॉट एपॉईमेंट के लिए पोर्टल खुला ही नही।इस वजह से युवाओं में काफी मायूसी व नाराजगी देखी गई।क्योंकि,जब साइट खुलता है,तो तुरंत रजिस्ट्रेशन का एंट्री फूल हो जाता है। इस बीच टिकाकरण बन्द होने व माहौल विपरीत होने को देखते हुए दिन भर पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एसके सिंह,स्वास्थ्य प्रबन्धक अनिल कुमार,यूनिसेफ के बीएमसी अनिल कुमार कैम्प किये रहे और लोगों को समझाते रहे।इस दौरान वहां साफ सफाई ,सुरक्षा घेरा का निर्माण ,पंडाल लगाने समेत अन्य तरीके से टिकाकरण केंद्र को व्यवस्थित करने का काम चलता रहा,ताकि,टिका लेने वाले लोगों को बेवजह परेशान न होना पड़े।इस बाबत प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एसके सिंह ने बताया कि बिभाग द्वारा वैक्सीन उपलब्ध कराने की सूचना रात में दी जाती है।यह भी उम्मीद रहती है कि सुबह वैक्सीन उपलब्ध करा दी जाए। उन्होंने स्वीकार किया कि वैक्सीन उपलब्ध नही होने की वजह से परेशानी हुई है।लोगों को समझाने के लिए कैम्प करना पड़ा है।वैक्सीन उप्लब्ध होते ही सूचना जारी की जाएगी।
इस बीच उन्होंने साफ किया कि सोमवार यानी 17 मई को भी टिका लगाए जाने की उम्मीद नही है,इसलिए की टीका प्राप्त नही हुआ है।इसलिए टिकाकरण बन्द रहेगा।
टिका की स्थिति:
ग्रामीण क्षेत्रों में यदा कदा ही टिकाकरण शिविर लग रहा है। बताया गया कि 13 मई को शहर के केसीटीसी कॉलेज केंद्र पर केवल 18 से 44 के उम्र वालों करीब 970 लोगों को ही टिका लगा।वहीं,12 मई को 18 से ऊपर के 268 व 45 से ऊपर के 200 लोगों को टिका लगा सका।वहीं,11 मई को 540 को टिका लगा।इससे पहले 10 मई को टिका ही नही लगा।जबकि,9 मई को दोनो उम्र के लोगों को लक्ष्य से अधिक 615 लोगों को टिका लगा।
इस बाबत पूछने पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एसके सिंह ने बताया कि जिला से प्राप्त वैक्सीन डोज के आधार पर ही टिकाकरण किया जाता है।13 मई को 330 डोज वैक्सीन प्राप्त था,जिस मुताबिक,14 मई को 18 से ऊपर वाले 230 व 45 से ऊपर वाले 100 यानी कुल 330लोगों के टिकाकरण का लक्ष्य रखा गया था।जिसमे से 45 से ऊपर के लोगों का शत प्रतिशत व 18 से 44 का लक्ष्य से कम मात्र 190 लोगों का टिकाकरण हो सका।उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा वैक्सीन का डोज बढ़ाये जाने के बाद टिकाकरण या शिविर की संख्या बढ़ाई जा सकेगी।हमारी कोशिश है कि सभी को टिका लगे।कोई लौटे नहीं।