*वारिश के कारण भींग कर टिका लेने की मजबूरी,जल जमाव भी बनी समस्या
*शहर से दूर टिकाकेन्द्र बनने से आवगमन में हो रही परेशानी
*युवाओं में है अति उत्साह,टिका के लिए नियत समय से पहले पहुंच जा रहे केंद्र
रक्सौल।(vor desk )।रक्सौल के केसीटीसी कॉलेज केंद्र पर 13 मई (गुरुवार) को करीब 11 बजे तक टिका कर्मी दल नदारद रहा।इस केंद्र पर 10 बजे से 18 से 44 की उम्र के 1 हजार लोगों को टिका दिए जाने की सूचना जारी की गई है।बावजूद, 11 बजे तक कोई अधिकारी-कर्मी के नही पहुंचने से अफरातफरी की स्थिति बनी हुई है।यहां सुबह के 9 बजे से ही युवाओ की भीड़ पहुंच गई।सैकड़ो की संख्या में महिला-पुरूष परेशान दिखे।
बता दे कि बुधवार को बारिश की वजह से करीब 1 घण्टे देरी यानी 11 बजे से टिकाकरण शुरू हुआ।इस कारण पहले से ही पहुंच गए युवाओं व अन्य लोगों ने जम कर हंगामा किया।हालाकि, वैक्सिनेशन दल के पहुंचते ही टिकाकरण शुरू होने के बाद स्थिति सहज हो गई। टिकाकरण के लिए दो सत्र स्थल बनाये गए थे।जिसमे 18 से 44 व 45 से ऊपर वालों कुल 600 लोगों के लिए अलग अलग टिकाकरण केंद्र बनाया गया था।इधर,वारिश व कॉलेज परिसर में जल जमाव से लाभुकों को परेशानी झेलनी पड़ी।
स्वास्थ्य प्रबन्धक आशिष कुमार के मुताबिक, जिला से वैक्सीन आने में विलम्ब से सेंटर पर टिकाकरण देर से शुरू हुआ।आज भी वही स्थिति रही।टिका पहुंचने पर ही टिकाकरण शुरू हो सकेगा।
स्वास्थ्यकर्मियों को दिक्कत:बताते हैं कि रक्सौल पीएचसी में बेकाबू भीड़ व स्वास्थ्य कर्मियों के लगातार संक्रमित होने के कारण टिकाकरण केंद्र को रक्सौल केसीटीसी कॉलेज में स्थान्तरित कर दिया गया।लेकिन,अब शहर के लोगों को जहां लम्बा दौड़ लगानी पड़ रही है।वहीं,स्वास्थ्यकर्मियों व वैक्सिनेशन दल को भी दिक्कत आ रही है।जिससे जीएनएम व अन्य स्वास्थ्य कर्मी विलम्ब से केंद्र पहुंच रहे हैं।बताते हैं कि सिविल सर्जन अखिलेश्वर प्रसाद सिंह ने विभागीय पत्र जारी कर निर्देश दिया था कि टिका केंद्र शहर के आर्य समाज स्कूल में बनाई जाए।लेकिन,भीड़ भाड़ व मुहल्ला होने के कारण उसे नजरंदाज कर दिया गया।इसको ले कर पूर्व नगर पार्षद ओम प्रकाश पांडे ने मांग किया है कि टिका केंद्र की संख्या बढ़ाई जाए।नगर पार्षद रवि गुप्ता का कहना है कि आर्य समाज स्कूल को भी टिका केंद्र बनाया जाना चाहिए।जबकि, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एसके सिंह का कहना है कि भीड़ को नियंत्रण में रखने के लिए केसीटीसी कॉलेज बेहतर है।
अब तक नही लगा टेंट ,कुर्सी:विधायक प्रमोद कुमार सिन्हा के निर्देश के बावजूद सत्र स्थल पर लाभुकों के लिए टेंट,कुर्सी,पेयजल ,सुरक्षा घेरा की सुविधा उपलब्ध नही हुई।इस बीच स्वच्छ रक्सौल के अध्यक्ष रणजीत सिंह ने पीएचसी प्रबंधन से अविलम्ब टेंट व अन्य सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की है।उन्होंने कहा है कि वारिश के समय बेवजह लाभुक परेशान हो रहे हैं।जल जमाव भी समस्या है।उन्होंने कहा है कि प्रशासन व्यवस्था नही कर सकती,तो संस्था अपनी ओर उक्त सामग्री देने को तैयार है।उन्होंने गुरुवार को माइक व साउंड बॉक्स उपलब्ध भी कराया है।
स्लॉट एपॉईमेंट के बाद दूसरे प्रखंड की दौड़:एक ओर 18 से 44 वर्ष के लोग कोविन पोर्टल या आरोग्य सेतु एप्स पर स्लॉट बुक नही होने से परेशान हो रहे हैं।वहीं,रक्सौल के बहुत सारे लोग नजदीकी प्रखण्ड के टिका केंद्रों पर भी टिका के लिए स्लॉट एपॉइंट ले रहे हैं।जिस कारण उन्हें 15 -20 किलो मीटर से ज्यादा दूरी का चक्कर परिजनों के साथ लगानी पड़ रही है।शहर के मौजे निवासी अशोक कुमार उर्फ अन्नू शर्मा ने बताया कि उन्हें अपने परिवार के सभी सदस्यों के साथ रामगढ़वा पीएचसी केंद्र में जा कर टिका लगवाना पड़ा।वैसे ही प्रो0 रजनीश गुप्ता ने बताया कि रक्सौल में लगातार प्रयास के बाद भी स्लॉट बुक नही होने पर आदापुर पीएचसी में सपरिवार जा कर टिकाकरण कराया ।इसी तरह एक युवा नितेश कुमार ने बताया कि उन्होंने पश्चिम चंपारण के मैनाताड़ पीएचसी केंद्र पर टिका लिया।इसी तरह नितेश कुमार सिंह ने शिकायत की की उन्होंने आदापुर में स्लॉट बुंक कराया।जिसमे एपोइमेन्ट के लिए वोटर आईडी की परमिशन मिली।लेकिन, केंद्र से आधार कार्ड नही होने की वजह से लौटा दिया गया।