रक्सौल।(vor desk)।नेपाल में प्रधानमंत्री के.पी शर्मा ओली सदन में विश्वास मत हासिल करने की कवायद में जुटे हैं।इसके लिए सोमवार यानी 10 मई को विशेष सत्र आहूत की गई है। लेकिन,उनकी मुश्किलें कम होती नही दिख रही ,क्योंकि,अल्पमत में चल रहे ओली सरकार को विश्वासमत हासिल करने की राह में कोरोना संक्रमण ने दिक्कतें बढ़ा दी हैं। विशेष सत्र से पहले सरकार के चार मंत्रियों सहित 26 सांसद कोरोना संक्रमित हो गए हैं।
बता दे कि सत्र की तैयारियों के बीच सभी सांसदों का पीसीआर टेस्ट कराया गया है। बड़ी संख्या में सांसदों के संक्रमित होने की वजह से ओली सरकार ही नही, बल्कि विपक्षी दलों की चिंता भी बढ़ गई है। संक्रमित चार मंत्रियों में दो अभी सांसद नहीं हैं। सांसदों के संक्रमित होने की जानकारी संसद के सचिव गोपाल नाथ योगी ने दी है। उन्होंने कहा कि इन सांसदों की वोटिंग की व्यवस्था का फैसला स्पीकर के द्वारा किया जाएगा।
बताया गया कि जांच शुरू होने से पहले से ही आठ सांसद आईसोलेशन में थे।जबकि, ताजा जांच में 19 सांसद संकर्मित पाए गए,जिसमे 1 राष्ट्रीय सभा के सदस्य हैं।वही ,54 सांसदों की जांच रिपोर्ट आना अभी बाकी है।
प्रतिनिधि सभा के 271 सदस्यों में 4 के निलंबित होने से कुल संख्या 267 है।
पोजेटिभ रिपोर्ट वाले 26 सांसद
- झलनाथ खनाल
- मुकुन्द न्यौपाने
- मायादेवी न्यौपाने
- पार्वती डिसी चौधरी
- राजेन्द्रप्रसाद गौतम
- नन्दलाल रोका क्षेत्री
- लालबाबु पण्डित
- लक्ष्मणलाल कर्ण
- नरमाया ढकाल
- महेश बस्नेत
- रामबाबु यादव
- गोपालबहादुर बम
- नमीता कुमारी चौधरी
- शान्तिमाया तामाङ
- विना कुमारी श्रेष्ठ
- रेनुका गुरुङ
- जुलीकुमारी महतो
- रघुवीर महासेठ
- किसान श्रेष्ठ
- सुरेश कुमार राई
- पुष्पा कुमारी कर्ण कायस्थ
- भानुभक्त ढकाल
- बीना मगर
- भरतकुमार शाह
- प्रमोद शाह
- दिपकप्रकाश भट्ट
बता दे कि सरकार में शामिल कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल ( माओवादी सेंटर ) ने अपना समर्थन वापस ले लिया है।जिससे पीएम ओली र बहुमत साबित करने की जुगत में रात दिन एक किये हुए हैं।