रक्सौल।(vor desk)। स्वच्छ संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह के नेतृत्व में शहर के जन समस्याओं के निदान के लिए जारी आंदोलन के पांचवे दिन भी आश्वासन का खेल चलता रहा।एक एक कर विभिन्न महकमे के अधिकारी धरना स्थल पर आमरण अनशन पर बैठे संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह से मुलाकात कर खानापूर्ति करते दिखे।ताकि,कोई यह न कह सके कि हमने मुलाकात नही की।अनशन खत्म कराने की पहल नही की।
इधर, रक्सौल डीएसपी संजय झा भी दो दिनों से आमरण अनशन पर बैठे रणजीत सिंह से मुलाकात कर मांगो पर चर्चा की व हालात का जायजा लिया।उन्होंने जाम की समस्या से निजात के लिए वरीय अधिकारियों से बाते की। उन्होंने कहा कि हम शहर के मुख्यपथ से जाम खत्म करने को प्रतिबद्ध हैं।जो भी जरूरी पहल होगी।हम करेंगे।
इधर,श्री सिंह ने साफ साफ कहा कि मांगो के निदान की ठोस पहल के बिना आमरण अनशन खत्म नही होगा।इसके बिना मेरी अर्थी उठेगी।
उन्होंने कहा कि सांसद डॉ 0 संजय जायसवाल से बाते हुई।उन्होंने मोबाइल पर कहा कि दोनों रेलवे ढाला पर ओवरब्रिज का निर्माण के लिए संसद में आवाज उठा चुके हैं।रेलवे ने अपना फंड दे दिया है।बिहार सरकार एनओसी नही दे रही।उन्होंने बताया कि सांसद ने धरनास्थल पर आने के संकेत दिए हैं।लेकिन,मुझे समाधान चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रशासन मुझ पर आमरण अनशन खत्म करने का दवाब बना रही है।लेकिन, मैं हार मानने वाला नही हूँ।भले ही मुझे जेल में डाल दिया जाए।या गोली मार दी जाए।
उन्होंने कहा कि एसडीओ अमित कुमार से मैंने कहा कि हमारा आंदोलन शांति पूर्ण है।रहेगा भी।मेरा संकल्प रक्सौल के जन समस्याओं के निराकरण की है।सरकार व जन प्रतिनिधि इसकी पहल करें।ठोस समाधान निकले।तभी आमरण अनशन खत्म होगा।आंदोलन रुकेगा।
उन्होंने कहा कि ओवरब्रिज,वीरगंज नेपाल से रक्सौल आने वाले नेपाली नम्बर के वाहनों का रक्सौल में इंट्री सिस्टम लागू करने, नगर परिषद द्वारा आवारा पशु का नियंत्रण करने, आधा अधुरा बने स्टेशन रोड के पूर्ण निर्माण कराने और उसका जाँच कराने, स्टेशन रोड पर गिरने वाले कूड़ा कचरा की साफ सफाई कराने, नो मेंस लैंड स्थित सरिसवा नदी में वीरगंज नेपाल महानगरपालिका द्वारा प्रतिदिन गिराए जा रहे कूड़ा कचरा पर रोक लगाये जाने, सरकारी स्कूलों में गुणवतापूर्ण शिक्षा प्रदान करने, स्टेशन के उतर और दक्षिण दोनों तरफ एफओबी निर्माण करने आदि विभिन्न समस्याओ के समाधान को लेकर आन्दोलन के क्रम में आमरण अनशन प्रारंभ किया गया है।जिसका हम समाधान चाहते हैं।हमने पीएमओ तक पत्र लिखा।लेकिन,कोई प्रगति नही हुई।तब आमरण अनशन शुरू करना पड़ा।
इस बीच शिवहर संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी रहे समाजिक कार्यकर्ता प्रभु नारायण प्रसाद ने पहुच कर नैतिक समर्थन दिया ।कहा कि जनता के लिए जन सँघर्ष में पीछे नही हटेंगे।सरकार हमारी आवाज अनसुनी नही कर सकती।