रक्सौल।( vor desk )। रक्सौल से मुंबई जाने वाली गाड़ी संख्या 05267 मुंबई एल टी टी फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन एक्सप्रेस से शनिवार को बचपन बचाओ आंदोलन के तहत बाल मजदूरी के लिए ले जाये जा रहे नाबालिग बच्चों को बरामद किया गया।
इस बाबत सूचना मिलते ही सक्रिय बचपन बचाव आंदोलन की असिस्टेंट प्रोग्राम ऑफिसर आरती कुमारी द्वारा एक संयुक्त टीम गठन किया गया। जिसमे सशस्त्र सीमा बल 47th वाटलियन पंटोका, प्रयास संस्था आर पी एफ रक्सौल, सी आई बी रक्सौल, एवम राजकीय रेल पुलिस के सहयोग से अभियान चलाकर तीन नाबालिग बच्चे के साथ तीन दलाल को सम्पर्क में लिया गया। बच्चे की काउंसलिंग में पता चला कि एक बच्चा बेल्डिंग का काम सीखने जा रहा था। दूसरा राज मिस्त्री का और तीसरा कपड़ा उद्योग में काम करने मुंबई जा रहा था।रेस्क्यू किये गए बच्चों में दो पूर्वी चंपारण के छौड़ादानो व घोड़ासहन तथा एक पश्चिम चंपारण के चौतरवा का निवासी बताये गए हैं।
इधर,इस मामले में कथित तीन दलालों को हिरासत मे लिया गया है।जिनकी पहचान आवास अंसारी(24 वर्ष) , धुधुआ बथना घोड़ासहन व उपेन्द्र कुमार (उम्र 32 वर्ष) ग्राम झंझरा पो० झंझारा थाना जितना जिला पूर्वी चम्पारण बिहार तथा नसीम मिया (32 वर्ष) पिता ग्राम चमर डीहा बरगाव वार्ड नं9 पो० गुदगुदी थाना डुमरी जिला पश्चिमी चम्पारण (बिहार) के रूप में की गई है।
बताया गया है कि हिरासत मे लिये गए तीनों लोगों ने उक्त बच्चों के आधार कार्ड में जन्म तिथि फर्जी बनवाकर अपने साथ ले जा रहे थे। इधर,कोरोना महामारी में मुंबई बाल मज़दूरी के लिए ले जाने के मामले को गम्भीरता से लिया गया है। इन तीनों दलालो के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जेल भेजा जा रहा है। मुक्त कराए गए बच्चो की अगली प्रक्रिया हेतु जीआरपी रक्सौल द्वारा चाइल्ड लाइन सब सेंटर रक्सौल के अजय कुमार को सुपुर्द कर दिया गया है।