रक्सौल।( vor desk )। रक्सौल अनुमंडल में एक ऐसा अजीबोगरीब मामला सामने आया है जिसको जान कर सब हैरान है। आखिर यह कैसे हुआ। यह संभव है तो कैसे। इस पूरे मामले के अनुसार एक आठ साल की बच्ची मां बन गई। जो हकीकत से परे है। इसे मानवीय भूल कहे या जानबूझकर की गई गलती। कहना मुश्किल है। बताते चले कि आदापुर थाने में दर्ज एक मामले में पुलिस की जांच रिपोर्ट पर सवाल उठ रहा है। कांड के अनुसंधानकर्ता ने मोतिहारी कोर्ट में चल रहे विवाद में अपनी रिपोर्ट सौंपी है। इसमें एक महिला की बड़ी बेटी का जन्म वर्ष 1952 बताया गया। जबकि, उसकी मां का जन्म 1943 में लिखा है। इसके अनुसार एक लड़की ने सिर्फ आठ वर्ष की उम्र में स्वस्थ बेटी को जन्म दिया। यह पुलिस की कार्यशैली को घेरे में लाता है।
बता दे कि आदापुर थाने में वर्ष 2020 में भलुअहिया गांव निवासी धर्मेद्र दुबे ने आवेदन दिया। बताया कि पिता सत्यानारायण दूबे की दो शादियां हुई थीं। पहली शादी से संतान नहीं हुई। तब दूसरी शादी हुई। इसमें तीन भाई और चार बहनें हुईं। इस बीच भूमि विवाद को लेकर कोर्ट में मामला चल रहा है। इसमें रामबाबू दूबे, हृदयेश दूबे समेत पांच लोग आरोपित हैं। इस मामले की जांच रिपोर्ट पुलिस ने कोर्ट में सौंपी है। आरोपितों को क्लीनचिट दे दी गई। रक्सौल डीएसपी सागर कुमार ने कहा कि आदेश मिलने के बाद अग्रतर कार्रवाई होगी।
( रिपोर्ट:राकेश कुमार )