रक्सौल।(vor desk )।नेपाल सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा भारत व चीन से लगे 30 बॉर्डर को खोलने की घोषणा व निर्देश के बावजूद स्थिति यथावत है।
शुक्रवार को भारतीय वाहनों की इंट्री नही शुरू हुई।बीरगंज कस्टम का इंट्री काउंटर बन्द दिखा।जबकि, नेपाली प्रशासन की ओर से मिली ढील के तहत आने जाने वाले बाइक व साइकल,ई रिक्शा ,टेम्पू की जांच में सख्ती दिखी।आर्म्ड पुलिस फोर्स लगातार जांच करती दिखी।
बॉर्डर खुलने की सूचना के बाद सीमा क्षेत्र में खुशी साफ दिखी।लेकिन,जब भारतीय वाहन चालक बीरगंज इंट्री के लिए पहुंचीं ,तो उन्हें बैरन लौटा दिया गया।जिससे अनेको भारतीय वाहन चालक निराश व नाराज दिखे।वाहन चालकों ने शिकायत किया कि उन्हें इनरवा पुलिस चौकी से ही लौटा दिया गया।कहा गया कि भारतीय वाहन नेपाल नही जा सकते।
इधर,गृह मंत्रालय के जारी सर्कुलर तहत भारतीय नागरिकों के नेपाल प्रवेश के लिए अनिवार्य अनुमति का प्रावधान जारी किया गया है।इसमे बताना होगा कि कहां जाना है,उद्देश्य क्या है,कब लौटना है।
इसकी पुष्टि पर्सा जिला के जिलाधिकारी असमान तामांग ने की है।उन्होंने कहा है कि नए कोरोना संक्रमण के खतरे के कारण फिलहाल एहतियात जारी रहेगा।उनके मुताबिक, भारतीय वाहनों के नेपाल प्रवेश की अनुमति अभी नही दी गई है।उनके मुताबिक,भारतीय नागरिकों के नेपाल आवाजाही के लिए कोविड गाइड लाइन का पालन करना होगा और इसके लिए सरकारी स्तर पर ऑन लाइन आवेदन करना होगा।अनुमति मिलने पर जारी दिशा निर्देश के तहत 72 घण्टे के भीतर की कोविड की निगेटिव जांच रिपोर्ट लानी होगी।तभी प्रवेश मिलेगा।
उन्होंने बताया कि लोकल लोगों को ढील दी गई है,,वह जारी रहेगी।लेकिन ,कोविड नियमों का अनुपालन करना होगा।
बताया कि जो सर्कुलर जारी है,उसमे ,बीरगंज, मटीअरवा,सिमरौनगढ़,गौर समेत 30 बॉर्डर से आवाजाही की अनुमति दी गई है।
बताया गया कि नेपाल के प्रदेश दो के 12 बॉर्डर को खोलने की अनुमति दी गई है।लेकिन,आर्म्ड पुलिस फोर्स रोज की तरह अपनी गतिविधि में दिखी।
इधर,पर्सा जिला के जिलाधिकारी आसमान तामांग ने बताया कि पहले 10 फिर 11 ,उसके बाद 19 और अब 30 बॉर्डर पर आवाजाही की अनुमति दी गई है।जहां से नेपाली नागरिको के आवाजाही पर कोई रोक टोक नही होगी।लेकिन,भारतीय नागरिकों को नियमो का अनुपालन करना होगा।अनुमति भी लेनी होगी।तभी नेपाल में प्रवेश मिल सकेगा।( रिपोर्ट:गणेश शंकर )