रक्सौल।( vor desk )।स्वच्छ रक्सौल के अध्यक्ष रणजीत सिंह के नेतृत्व में ट्रेन परिचालन, रेलवे की समस्या व पूर्व के लीजधारकों को रेलवे रोड में दुकान आवंटन की मांग को ले कर एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया गया ।इस क्रम में रेल प्रशासन को मांगो से से सम्बंधित एक ज्ञापन भी सौंपा गया है।
धरना प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए रणजीत सिंह ने कहा कि रेलवे द्वारा स्टेशन रोड में बड़े व्यापारी को औने पौने कीमत में लीज दे कर ‘घोटाला’किया जा रहा है।वहीं,यहां पूर्व के 121 लीज धारकों को ठेंगा दिखाया जा रहा है।जबकि, वे भी रेलवे की उचित लीज राशि देने को तैयार हैं।वे पहले भी रेलवे को राजस्व देते रहे हैं।
लेकिन,उनकी उपेक्षा की जा रही है,जो ठीक नही है।उन्होंने कहा कि स्टेशन रोड के फूटकर विक्रताओं को प्राथमिकता मिलनी चाहिए।अधिकारियों की सांठ -गांठ से औने पौने कीमत पर लीज दिए जाने की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए।मनमानी व दोरंगी नीति बर्दाश्त नही की जाएगी।
उन्होंने कहा कि रेलवे अधिकारी ऑफिस में बैठे हुए लीज कर दिए।इससे रक्सौल स्टेशन रोड की ओर वर्षो से बसोवास करने वाले लोगों के घर के दरबाजे व दुकानें भी बन्द हो जाएगी।जबकि,पूर्व में डीआरएम ने घरों से लगे रोड बनाने का प्रपोजल दिया था।उन्होंने कहा कि यदि रेलवे ने इस मामले को गम्भीरता से नही लिया,तो,हम कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाएंगे।साथ ही चरण बद्ध आंदोलन छेड़ा जाएगा।
उन्होंने कहा कि रेलवे द्वारा रक्सौल की लगातार उपेक्षा की जा रही है।अब तक ओवर ब्रिज का निर्माण शुरू नही हो सका।जो लाइट ओवरब्रिज मुख्य पथ पर बन रहा है,उसमे भी लापरबाही की जा रही है।समय सीमा पूर्ण होने के बाद भी इसका निर्माण पूर्ण नही हो सका।हमारी मांग है कि इसका निर्माण शीघ्र पूर्ण किया जाए।
वहीं,परीक्षार्थियों व कोर्ट जाने वालों समेत आम लोगों की परेशानी को देखते हुए पटना,मुजफ्फरपुर व मोतिहारी के लिए रक्सौल से इन्टरसिटी व पैसेंजर ट्रेन चलाने की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि मिथिला एक्सप्रेस में भी जेनरल टिकट काटी जाए।
रणजीत सिंह ने रेलवे सड़क व नाला निर्माण में अनियमितता की जांच की मांग करते हुए कहा कि स्टेशन परिसर व सड़क के साफ सफाई की व्यवस्था की जाए।कूड़े कचरे के कारण शहर व इस अंतराष्ट्रीय स्टेशन की छवि धूमिल हो रही है।
इस धरना प्रदर्शन में स्टेशन रोड़ के दुकानदार सहित सैकड़ों लोगों ने शिरकत किया।जिसमे रूपेश पाण्डे, विकास राम, चितरंजन यादव, दीपेन साह, रंजिश यादव, सुनेशर साह, बीरेंद्र प्रसाद, जितेंद्र मालाकार,भूलन साह, धर्मजित साह, संजीव दास, धर्मेंद्र यादव, योगेंद्र दास, विजय साह, राजन स्वर्णकार, मंगल दास, जोखू साह, उमेश झा, छोटू स्वर्णकार, मनोज साह, श्रवण मलाकाकर, श्याम बाबू दास, राजू पण्डित, मीणा देवी, बिहारी महतों, मुन्ना महतों, बद्री मालाकार, राजेंद्र दास, अरुण दास, सन्दीप रॉय, दिनेश दास,रेणु देवी, आकाश दास,कमलेश ठाकुर, प्रणव ठाकुर, महताब आलम,मनीर आलम, मुनाफ अंसारी, आफताब आलम, जुबैर आलम, हीरा मालाकार, विकास श्रीवास्तव, किशन श्रीवास्तव, अशोक दास, योगेंद्र दास,मदन महतो, पंडित दास, विनोद दास, भोला महतो, अशोक कुमार दास, लालबाबू दास, अरुण सिंह अरविंद जयसवाल, गोपाल साह, जय मंगल प्रसाद, नरेंद्र कुमार, संजीव कुमार, कुंदन कुमार, योगेंद्र दास, सुदर्शन दास लालबाबू दास, राहुल दास आदि शामिल रहे।