Saturday, November 23

नेपाल पुलिस की पिटाई से आक्रोशित ई रिक्शा चालकों ने किया बॉर्डर अवरुद्ध,हुआ विरोध-प्रदर्शन !

रक्सौल।( vor desk )।भारतीय ई रिक्शा चालकों के साथ नेपाली पुलिसकर्मियों द्वारा मारपीट मारपीट व दुर्व्यवहार की घटना को ले कर रविवार को रक्सौल -बीरगंज सड़क पर जम कर विरोध-प्रदर्शन हुआ।इस दौरान आक्रोशित रक्सौल के ई रिक्शा व ऑटो चालकों ने मैत्री पुल को अवरुध्द कर घण्टों विरोध प्रदर्शन किया।इस दौरान नेपाली पीएम व प्रशासन के खिलाफ जम कर नारेबाजी की गई।दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई।चेतावनी दी गई कि यदि दुर्व्यवहार व मारपीट बन्द नही हुई,तो,नेपाली वाहनों व ई रिक्शा-टेम्पू को रक्सौल नही आने दिया जाएगा।उनका आरोप था कि रविवार की सुबह एक ई रिक्शा चालक की पिटाई की गई,जिसमे वह जख्मी हो गया।उसका उपचार स्थानीय अस्पताल में चल रहा है।उन्होंने कहा कि ऐसी घटना लगातार हो रही है।पैसे भी मांगे जा रहे हैं।

इस क्रम में करीब तीन चार घण्टों तक आवागमन व आयात निर्यात के समान लाने ले जाने वाले मालवाहक का परिचालन बन्द रहा।नेपाली पुलिस व आर्म्ड फोर्स से प्रदर्शन के क्रम में बहस भी हुई।स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह ने दोषी नेपाली पुलिस कर्मियों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की मांग की।उन्होंने कहा कि नेपाली वाहनों को संरक्षण दिया जा रहा है,जबकि, भारतीय ई रिक्शा व ऑटो वालो को नो मेंस लैंड व मैत्रिपुल पर खड़े होने पर भी डंडे बरसाने के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है।जो मैत्री रिश्ते के खिलाफ है।यदि व्यवहार नही बदला,तो,आंदोलन होगा।हालांकि,मामला गर्म होने के बाद रक्सौल इंस्पेक्टर अभय कुमार ,हरैया ओपी प्रभारी गौतम कुमार समेत कस्टम अधिकारियों ने पहुंच कर वार्ता कर समस्या समाधान की पहल का आश्वासन दिया।तब आवाजाही शुरू हुई।

बता दे कि 24 मार्च 2020 से कोरोना को ले कर बॉर्डर सील किया गया था।इस बीच अनलॉक शुरू होते ही भारत ने पिछले 22 अक्टूबर को भारतीय सीमा को खोल दिया।लेकिन,क्रमिक तिथि बढ़ते जाने के बाद नेपाल की सीमा की बन्द रहने की अवधि 15 दिसम्बर को पूर्ण हो गया।बावजूद आल टाल जारी है।
इस हालत में नेपाल के वाहन व नागरिक रक्सौल समेत भारतीय क्षेत्र में बेरोक टोक आ जा रहे हैं।लेकिन,नेपाल सीमा पर सख्ती है।भारतीय नागरिकों व वाहनों के खिलाफ कड़ाई व दुर्व्यवहार की शिकायत मिल रही है।

इधर,यात्री व पर्यटक भी परेशान हैं।उन्हें शंकराचार्य गेट पर उतर कर एक ओर का भाड़ा देना पड़ता है।फिर,रक्सौल आने के लिए मैत्री पुल से सवारी करनी पड़ती है।आने जाने की इस समस्या से दोनो ओर के लोग परेशान हैं।जबकि, भाड़ा भी दुगुना से ज्यादा देना पड़ता है।

प्रदर्शकर रहे ई रिक्शा चालक अच्छेलाल कुमार, अशरफ आलम,लालबाबू ,वासदेव, आयुष कुमार,अफरोज आलम,अंजन कुमार आदि ने आरोप लगाया कि उनके साथ मारपीट व गाली गलौज के साथ ही ई रिक्शा में तोड़ फोड़ व उलटने की घटना भी होती है।पांच सौ रुपये तक की मांग की जाती है।नही देने पर भगाया जाता है।इसकी शिकायत कोई सुनने वाला नही है।आखिर हम गरीब लोग कहाँ जाएं?कैसे जियें।उन्होंने साफ कहा कि यदि ऐसा ही रहा, तो,हम चरण बद्ध आंदोलन करेंगे।मैत्री पुल को अनिश्चितकाल के लिए अवरुध्द कर देंगे।( रिपोर्ट:राकेश कुमार )

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