Sunday, November 24

नेपाल बॉर्डर खोलने की मांग को ले कर नेपाल-भारत खुला सीमा संवाद समूह द्वारा अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू

रक्सौल।( vor desk )।नेपाल- भारत खुला सीमा संवाद समूह द्वारा बॉर्डर खोलने की मांग को ले कर बीरगंज बॉर्डर पर ‘अनिश्चितकालीन धरना- प्रदर्शन शुरू कर दिया गया है।

‘खुला सिमा खुला करो’ के नारा के साथ आयोजित इस कार्यक्रम की अगुवाई करते हुए नेपाल भारत खुला सिमा संवाद समूह के संयोजक कृष्णा पटेल,अध्यक्ष राम नरेश यादव,पूर्व मंत्री करीमा बेगम, जसपा नेता पटेल , महिला नेत्री रम्भा मिश्रा, मुन्नी श्रीवास्तव आदि ने कहा कि ओली सरकार नेपाल भारत रिश्ते को तोड़ने की साजिश कर रही है,जो दिवा स्वप्न है।ऐसे सपने देखना छोड़ देना चाहिए,क्योंकि, दोनो देशों के बीच जनस्तर व रक्त सम्बन्ध है।उन्होंने नेपाल सरकार से मांग किया कि अविलम्ब बॉर्डर खोले, क्योंकि, भारत ने पहले ही अपनी सीमा को खोल दिया है।उन्होने कहा कि जब तक बॉर्डर नही खुलेगा,हमारा आंदोलन जारी रहेगा।उन्होंने चेताया कि यदि बॉर्डर नही खुला,तो,व्यापक आंदोलन किया जाएगा।

बीरगंज स्थित नेपाल कस्टम गेट के पास जारी इस धरना प्रदर्शन के क्रम में बुद्धजीवियो व सामाजिक कार्यकर्ताओं का समर्थन भी मिल रहा है।इस दौरान प्ले कार्ड के साथ विरोध प्रदर्शन भी किया गया।साथ ही प्रशासन को ज्ञापन सौप कर मांग की गई कि बोर्डर अविलम्ब खोला जाए।

बता दे कि पिछले 24 मार्च से ही बॉर्डर बन्द है।इस बीच भारत सरकार ने 23 अक्टूबर को अपनी सीमा को खोल दिया।बावजूद, नेपाल सरकार कोरोना वायरस के नाम पर बॉर्डर को नही खोल रही है।पिछले 15 नवम्बर को इसकी तिथि बढा कर 15 दिसम्बर कर दिया गया।ऐसे में सीमा के दोनों ओर के लोगों की परेशानी और बढ़ गई।क्योंकि,एक तो बॉर्डर खुलने की उम्मीद बढ़ गई।जबकि, दूसरी ओर शादी ब्याह के लग्न के कारण लोगों की आवाजाही की मुश्किलें बढ़ गई है।वहीं,दोनो ओर व्यवसाय व जन सरोकार भी प्रभावित हो रहा है ।

यह भी गौरतलब है कि भारतीय सीमा खुली होने से नेपाल पर दवाब बढ़ गया है।तो,दोनो ओर के लोगों को पैदल ग्रामीण रास्तों से सीमा में आवाजाही करनी पड़ रही है।लग्न को ले कर नेपाली सुरक्षा कर्मीयों ने थोड़ी ढील दे रखी है।लेकिन,यह उनकी कृपा पर निर्भर है।गुरुवार को उन्होंने अचानक डंडे बरसाना शुरू कर दिया था,जिससे सीमा क्षेत्र में तनाव कायम हो गया और विरोध प्रदर्शन भी हुआ।इसके बाद सख्ती कम हुई।

लोगों में इस बात को ले कर गहरा आक्रोश है कि बॉर्डर से ट्रक -टैंकर की आवाजाही के साथ तस्करी भी जारी है।लेकिन,नागरिको की आवाजाही कोरोना संक्रमण के नाम पर रोक दी गई है।यही नही नेपाली वाहन रक्सौल समेत अन्य सीमाई बाजार में धड़ल्ले आ जा रही है।

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