रक्सौल।(vor desk )।भारत से लगी नेपाल की सीमा अभी नही खुलेगी।केपी ओली मंत्रिमंडल ने गुरुवार को इसकी अवधि एक माह और बढा दी है।इस तरह सरकार ने अपनी अंतराष्ट्रीय सीमा को अब एक महीना और बन्द रखने का निर्णय लिया है।
नेपाल सरकार के प्रवक्ता व संचार मंत्री पार्वत गुरुंग ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि कोविड 19 को देखते हुए मनसिर 30 गते यानी 15 दिसम्बर तक अंतराष्ट्रीय सीमा बन्द रहेगी।उन्होंने बताया कि अब तक विदेश में रहे1 लाख 36 हजार 216 नेपाली नागरिकों को स्वदेश लाया गया है।लेकिन,अब कोविड के कारण विदेशों में फंसे नेपाली नागरिको के लिए हवाई उड़ान से उद्धार अभियान नही चलेगा।
बता दे कि नेपाल सरकार ने यह घोषणा की थी कि 16 नवम्बर तक बॉर्डर बन्द रहेगा।जिससे यह उम्मीद की जा रही थी कि नेपाल बॉर्डर खोल दिया जाएगा।लेकिन, ताजा फैसला से पर्व के समय दोनों ओर के लोगों को निराशा हुई है।
बता दे कि भारत सरकार ने नेपाल से लगे रक्सौल समेत भारतीय सीमा को सभी के आवागमन के लिए पिछले 22 अक्टूबर से खोल दिया है।लेकिन,नेपाल की सीमा नही खोले जाने से बीरगंज-रक्सौल के बीच चोरी छिपे निर्वाध आवागमन जारी है।
वहीं,बीरगंज, गौर,जनकपुर आदि इलाको में लगातार बॉर्डर खोलने की मांग की जा रही है।गुरुवार को गौर बॉर्डर पर भी नेपाल सरकार के खिलाफ जम कर विरोध प्रदर्शन किया गया।
तीन माह से एक-एक माह की अवधि को बढ़ रही है तिथि
कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को गंभीरता से लेते हुए भारत-नेपाल की सीमा 24 मार्च से सील कर दी गई है। जबकि तीन माह से नेपाल सरकार एक-एक माह की अवधि को बढ़ाते आ रहा है।
सीमावर्ती बाजारों के व्यापारी मायूस
एक बार फिर से सीमा सील की अवधि नेपाल सरकार ने एक माह के लिए बढ़ा दी है। जिससे सीमा खुलने से व्यापार की रुकी गति को बढ़ाने की आस लिए व्यापारियों के अरमानों पर पानी फिर गया है, वह काफी मायूस हैं। जबकि ऐसा फरमान पिछले तीन माह से लगातार सुनते आ रहे हैं।हालांकि,आवाजाही में उतनी सख्ती नही है।अघोषित तौर पर आवाजाही चल रही है।
।नेपाल की ओर से शंकराचार्य गेट पर ही रिक्शा,ई रिक्शा आदि को रोक दिया जाता है।जबकि, भारतीय क्षेत्र की ओर से मैत्री पुल एरिया में।इससे दोनों ओर आने जाने वाले लोग सवारी से उतर कर रक्सौल या बीरगंज पैदल जाते हैं।
वहीं,भारतीय बाइक या चार चक्का चोरी छिपे बीरगंज या अन्य नेपाली क्षेत्र जाने -आने की सूचना है।लेकिन, आर्म्ड पुलिस फोर्स व पुलिस उनसे उगाही भी करती है और कई बार पकड़ कर जब्ती की कार्रवाई भी कर देती है।