सुगौली।(vor desk )।बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में सुगौली विधानसभा क्षेत्र से राजद के ई.शशि भूषण सिंह विधायक चुन लिए गए हैं।उन्होंने राजग के वीआईपी के प्रत्याशी रामचन्द्र साहनी को हराया है।तीसरे नम्बर पर लोजपा के पूर्व मंत्री विजय गुप्ता रहे।
गन्ने की खेती और चीनी मिल के लिए मशहूर सुगौली विधानसभा क्षेत्र में पिछले तीन चुनावों से लगातार बीजेपी और आरजेडी के बीच ही मुकाबला होता रहा है।पिछले तीन विधानसभा चुनावों में लगातार बीजेपी ही बाजी जीतती आ रही थी। लेकिन,इस बार यह मुकाबला शशि भूषण सिंह ने जीत लिया है।
पूर्वी चंपारण जिले में आने वाली सुगौली विधानसभा सीट का चुनावी इतिहास देखें तो इस इलाके ने कांग्रेस, वामपंथी पार्टी, भाजपा और राजद, सभी के उम्मीदवारों को विधानसभा तक पहुंचाया है। इस संदर्भ में वर्ष 2000 के विधानसभा चुनाव परिणाम पर एक नजर डालना लाजिमी है, जब मुख्यधारा से अलग दो पार्टियां यहां चुनावी मैदान में थीं। 2000 के चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी और सीपीएम के उम्मीदवार के बीच हुआ मुकाबला महज 506 वोटों के अंतर से छूटा था। उस समय निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने वाले विजय प्रसाद गुप्ता ने सीपीएम प्रत्याशी रामाश्रय सिंह को सिर्फ 506 मतों से हरा दिया था।
इसके बाद 2005 की फरवरी में जब विधानसभा चुनाव हुए तो राजद के विजय प्रसाद गुप्ता ने एक बार फिर जीत हासिल की।इस बार भी चुनाव मैदान में उनके सामने सीपीएम के रामाश्रय सिंह ही थे।रोचक तथ्य यह है कि 2005 के चुनाव में भी विजय गुप्ता ने रामाश्रय सिंह को महज 633 वोटों से शिकस्त दी।लेकिन इसी साल जब नवंबर में दोबारा से बिहार विधानसभा के चुनाव हुए तो विजय प्रसाद गुप्ता के हाथ से सुगौली निकल गया। नवंबर 2005 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी की तरफ से रामचंद्र सहनी मैदान में थे, जिन्होंने यहां से लगातार दो बार विधायक बनने वाले विजय प्रसाद गुप्ता को 6000 से ज्यादा वोटों से करारी मात दी। इसके बाद फिर कभी आरजेडी को सुगौली से चुनावी जीत का मौका नहीं मिल सका. 2005 से लगातार तीन बार बीजेपी के रामचंद्र सहनी ही यहां से विधायक बनते आ रहे थे। इस बार जबकि आरजेडी बिना लालू यादव के विधानसभा चुनाव के मैदान में उतरा,लेकिन, जहां शशि भूषण सिंह की मेहनत कामयाब रही,वहीं,लोजपा के प्रत्याशी व पूर्व मंत्री विजय गुप्ता के कारण भी उनकी जीत की राह आसान हुई।आरजेडी ने यहां 15 साल पुराना इतिहास दोहरा कर वीआईपी के रामचन्द्र सहनी को लगातार चौथी बार जीतने की राह में रोड़ा डालते हुए बाजी अपने नाम कर ली।बता दे कि सुगौली से शशि भूषण सिंह ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपनी किस्मत आजमाई थी।लेकिन,सफलता नही मिल सकी।उन्हें तब करीब 15 हजार मत पा कर तीसरे नम्बर पर सन्तोष करना पड़ा था।लेकिन,इस बार करीब तीन हजार मतों से चुनाव जीत गए हैं।