सुरेश यादव समेत 7 नेताओं को राजद ने दल विरोधी गतिविधि के आरोप में किया 6 वर्षों के लिए निष्काषित,
रक्सौल।(vor desk)। राजद से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे सुरेश यादव ने कहा है कि पार्टी को जो करना है करे ,मैं जनता की अदालत में हूँ।जनता इंसाफ करेगी।मुझे रक्सौल की जनता पर पूरा भरोसा है।
श्री यादव पार्टी के द्वारा छह वर्षों के लिए निष्काषित किये जाने के सवाल पर अपनी प्रतक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि पार्टी से भी यह पूछना चाहिए कि राजद ने रक्सौल सीट कांग्रेस को किसलिए और क्यों सौंप दिया?आखिर इसके पीछे क्या है?
उन्होंने कहा कि पिछले पन्द्रह वर्षों से मैंने सींच कर राजद के वृक्ष को यहां मजबूत किया,लेकिन, चुनाव के ऐन मौके पर एकाएक एकतरफा निर्णय ले लिया गया।इससे मैं ही नही, राजद के सभी साथी आहत हुए हैं।
उन्होंने कहा कि यह सीट राज द जीत रही थी।पिछले आंकड़ो को उठा कर देखा जा सकता है कि मुझे 2015 में कितना वोट मिला था। फिर आखिर क्या मजबूरी हुई?
उन्होंने कहा कि पार्टी ने सीट बदलते वक्त रक्सौल के कार्यकर्ताओं से नही पूछा।अब हम रक्सौल की जनता की अदालत में हैं।पार्टी को जो समझ मे आये करे,मुझे कुछ नही कहना!
बता दे कि शुक्रवार को राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी यादव के निर्देश व पूर्वी चंपारण के जिलाध्यक्ष सुरेश प्रसाद यादव के अनुशंसा के आलोक में रक्सौल विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी सुरेश यादव को बाहर का रास्ता दिखाते हुए प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने उन्हें 6 वर्षो के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। साथ ही प्रदेश महासचिव बच्चा यादव, केसरिया प्रखंड अध्यक्ष मो. हातिम खां, युवा प्रखंड अध्यक्ष, संग्रामपुर संतोष यादव, जिला सचिव कनीश्वर कुमार, रामसकल प्रसाद यादव व केसरिया के युवा अध्यक्ष मनोज कुमार यादव को राजद के अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ दल विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने के कारण पद एवं प्राथमिक सदस्यता से 6 वर्षो के लिए निष्कासित कर दिया गया है।
गौरतलब है कि रक्सौल सीट महा गठबन्धन के घटक कांग्रेस को मिला है।जहां से राम बाबू यादव को प्रत्याशी बनाया गया है।इसको ले कर राजद नेता व पूर्व प्रत्याशी ने बगावत का झंडा उठा लिया।पिछले चुनाव में करीब 3 हजार मतों से उनकी हार हुई थी।इस बार निर्दलीय मैदान में कूदे सुरेश यादव को चुनाव चिन्ह ‘टेम्पू’ छाप मिला है।